काउंटी क्रिकेट में अजिंक्य रहाणे ने लगाया शतक
रहाणे ने इससे पहले वनडे कप के दौरान भी काउंटी क्रिकेट में काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया था
ESPNcricinfo स्टाफ़
01-Sep-2024
रहाणे ने वनडे कप के दौरान भी कई महत्वपूर्ण पारियां खेली थी • PA Images/Getty
काउंटी क्रिकेट में अजिंक्य रहाणे के बल्ले से लगातार रन निकल रहे हैं। ग्लमॉर्गन के ख़िलाफ़ उन्होंने एक बेहतरीन शतक लगाते हुए, अपनी शानदार लय का जारी रखा है। पहली पारी के दौरान रहाणे की टीम लेस्टरशायर ने सिर्फ़ 251 रन बनाए थे, जिसमें रहाणे ने 42 रनों का योगदान दिया था लेकिन जवाब में ग्लमॉर्गन की टीम ने कोलिन इंग्रम की धाकड़ 253 रनों की पारी की मदद से 550 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया और 299 रनों की बढ़त ले ली।
इसके बाद जब लेस्टरशायर की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने आई तो शुरुआती झटकों के कारण उन्हें पारी की हार का भी ख़तरा था। एक समय पर उनकी टीम सिर्फ़ 74 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुकी थी। हालांकि इसके बाद रहाणे और पीटर हैंड्सकॉम्ब के बीच एक अच्छी साझेदारी हुई। इस दौरान रहाणे ने 192 गेंदों का सामना करते हुए, कुल 102 रन बनाए। उनकी इस पारी ने ग्लमॉर्गन की बढ़त को काफ़ी कम कर दिया। जब रहाणे का विकेट गिरा तो लेस्टरशायर का स्कोर 257 था, इसका मतलब है कि पारी की हार से बचने के लिए ग्लमॉर्गन को सिर्फ़ 42 रनों की ज़रूरत थी।
इसके बाद पीटर हैंड्सकॉम्ब ने भी नाबाद 139 रनों की पारी खेली और लेस्टरशायर ने ग्लमॉर्गन के ख़िलाफ़ यह मैच ड्रॉ करा लिया।
रहाणे ने पिछले महीने भी वनडे कप के दौरान कई बढ़िया पारियां खेली थीं। वनडे कप में उनकी टीम सेमीफ़ाइनल तक भी पहुंची थी लेकिन उस मैच में रहाणे का बल्ला नहीं चला था। हालांकि उससे पहले उन्होंने अपनी चार अर्धशतकीय पारियों से टीम के जीत में महत्वूर्ण योगदान दिया था। वनडे कप में उन्होंने 10 पारियों में 42 की औसत के साथ कुल 378 रन बनाए थे, जिसमें चार अर्धशतक भी शामिल थे
भारत की टीम नवंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली है। भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रहाणे ने कमाल की बल्लेबाज़ी और कप्तानी की थी। ऐसे में उन्हें यह पूरी उम्मीद होगी हालिया फ़ॉर्म के मद्देनज़र चयनकर्ता उनके बारे में भी एक बार के लिए ज़रूर विचार करेंगे। हालांकि एक बात यह भी है कि चयनकर्ताओं ने रहाणे को दलीप ट्रॉफ़ी की चार टीमों में से किसी टीम में भी चयनित नहीं किया है। इस कारण से टेस्ट टीम में उनकी वापसी काफ़ी मुश्किल नज़र आ रही है।