ऑस्ट्रेलिया की पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज़
मेग लानिंग (31) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। फ़रवरी में टी20 विश्व कप का ख़िताब जीतने के बाद स्वास्थ्य कारणों से वह ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई मैच नहीं खेली थी। हालांकि उन्होंने हाल ही में विक्टोरिया के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना फिर से शुरु किया था। वह फ़िलहाल वीमेंस बीबीएल में मेलबर्न स्टार्स की कप्तान हैं और वह घरेलू व फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगी।
लानिंग ने कहा, "यह एक कठिन निर्णय था लेकिन मुझे लगा कि यह सही समय है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने 13 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर का पूरा लुत्फ़ उठाया, अब आगे बढ़ने का समय है। मुझे अपनी उपलब्धियों पर गर्व है और मैं ताउम्र इसे संजो कर रखूंगी। मैं अपने परिवार, टीम के साथियों, क्रिकेट विक्टोरिया, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर्स एसोसिएशन और अपने समर्थकों को उनके समर्थन और प्यार के लिए धन्यवाद करना चाहती हूं।"
इससे पहले 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भी लानिंग ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया था और वह एक कॉफ़ी शॉप पर काम कर रही थीं। 2023 टी20 विश्व कप के लिए वह टीम में वापस लौटीं, लेकिन इसके बाद से फिर से उन्होंने ब्रेक लिया।
18 साल की खिलाड़ी के तौर पर न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़
2010 में डेब्यू करने के बाद लानिंग ने ऑस्ट्रेलिया के लिए छह टेस्ट, 103 वनडे और 132 टी20 मैच खेले। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार टी20 विश्व कप, एक वनडे विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीता। 2014 में 21 साल की उम्र में कप्तानी संभालने के बाद उन्होंने 182 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व भी किया।
18 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपने दूसरे ही वनडे मैच में उन्होंने शतक लगाया था और वह ऑस्ट्रेलिया की सबसे युवा शतकवीर बनी थीं। उनके नाम सर्वाधिक 15 वनडे शतक हैं। उनका औसत (53.51) विश्व में सर्वाधिक है, जबकि स्ट्राइक रेट भी 92.20 के साथ बेहतरीन है।
36.61 की औसत, 116.37 के स्ट्राइक रेट और दो शतकों के साथ टी20आई में भी लानिंग के नाम 3405 रन हैं, जो कि विश्व में सूजी बेट्स के बाद दूसरा सर्वाधिक है। हालांकि उनके नाम कभी टेस्ट शतक दर्ज नहीं हुआ, जिसका उन्हें मलाल रहेगा। अपने 13 साल के करियर में वह सिर्फ़ छह टेस्ट ही खेल सकीं, जिसमें उनके नाम दो अर्धशतक है।