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कैसे अपनी सरल रणनीति के साथ महमूद ने भारतीय बल्लेबाज़ों को किया परेशान

चेन्नई टेस्ट के पहले दिन महमूद ने रोहित, विराट, गिल और पंत को एक बेहतरीन रणनीति के साथ आउट किया

Hasan Mahmud struck three times in the first hour in Chennai, India vs Bangladesh, 1st Test, Chennai, September 19, 2024

भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच के पहले ही सेशन में हसन महमूद ने तीन विकेट निकाले  •  AFP/Getty Images

भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहे चेन्नई टेस्ट में "दी आर अश्विन सेंचुरी शो" के पहले बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाज़ हसन महमूद ने रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज़ों को ख़ूब परेशान किया और उन्हें पवेलियन भेजते हुए महमूद ने अपनी टीम को एक अच्छी स्थिति में ला दिया था। एक समय पर भारत 34 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुका था और जब वहां से पंत और यशस्वी जायसवाल ने भारत को संभालने का प्रयास किया तो 96 के स्कोर पर महमूद ने पंत को चलता कर दिया।
महमूद का मानना था कि उन्होंने पूरी दिन फुलर लेंथ पर गेंदबाज़ी की और इसका उन्हें काफ़ी फ़ायदा मिला। महमूद के पास चेन्नई टेस्ट के पहले दिन गेंदबाज़ी करने के लिए एक सरल रणनीति थी कि अगर वह आउट स्विंग डालने का प्रयास नहीं कर रहे हैं तो विकेटों की लाइन में गेंदबाज़ी की जाए और बल्लेबाज़ों को ड्राइव मारने का लालच दिया जाए।
हालांकि कभी-कभी अनुभवी और प्रतिभाशाली गेंदबाज़ ऐसी सरल रणनीति नहीं अपनाते। तस्कीन अहमद महमूद से ज़्यादा अनुभवी हैं, उन्होंने ज़्यादा मैच खेला है और नाहिद राणा महमूद से कहीं ज़्यादा गति के साथ गेंदबाज़ी करते हैं लेकिन इनदोनों गेंदबाज़ों ने काफ़ी रन लुटाए। इन्होंने बल्लेबाज़ों को कई मुफ़्त की गेंदें दीं। वहीं दूसरी तरफ़ महमूद ने अपनी सीम, स्विंग, गति और लेंथ पर ध्यान दिया और वह सफल रहे।
अपने इस सरल रणनीति के कारण हसन पिछले आठ सालों में पहले ऐसे विदेशी तेज़ गेंदबाज़ बन गए हैं, जिसने भारत में खेले गए किसी भी टेस्ट मैच के पहले सेशन में चार विकेट लिए हों।
महमूद ने कहा, "टेस्ट विकेट लेना हमेशा एक अच्छा ऐहसास होता है। मैंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भी पांच विकेट लिए थे। इसलिए मैं आज भी यह प्रयास कर रहा था कि अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाते हुए, टीम के लिए योगदान दिया जाए। मेरी आज की योजना बहुत सरल थी। मैंने गेंद को सीम कराने की कोशिश की और मैं सफल रहा। सुबह के सत्र के बाद विकेट थोड़ा सेटल हो गया। गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रही थी। इसके बावजूद मैं गेंद को लहराने में सफल हो रहा था। शायद कल हम और ज़्यादा विकेट लेने के मौक़े बनाएंगे। "
महमूद ने चेन्नई में पहले दिन जो भी विकेट लिया था, वह एक सोची समझी रणनीति के तहत लिया गया था। उन्होंने बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ एक रणनीति बनाई और उनका विकेट निकाला। जब मैच शुरू हुआ तो मैदान के ऊपर बादल छाए हुए थे और महमूद ने उसका अच्छा उपयोग करते है, रोहित शर्मा को दोनों किनारों पर कई बार बीट किया और इसी रणनीति के सहारे उन्होंने बाद में रोहित को आउट भी किया।
गिल के साथ भी ऐसा ही हुआ और महमूद ने उन्हें ख़ूब परेशान किया। सात गेंदों तक गिल महमदू के ख़िलाफ़ अपना खाता खोलने में सफल नहीं हुए और उनके ख़िलाफ़ पगबाधा की एक गंभीर अपील भी हुई। अंत में गिल ने कीपर को कैच थमा दिया। इसके बाद कोहली के ख़िलाफ़ भी अच्छी प्लानिंग के साथ गेंदबाज़ी करते हुए, महमूद ने उन्हें ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद पर ड्राइव के लिए ललचाया और कोहली चकमा खा गए। महमूद ने अपने दूसरे स्पेल के दौरान पंत के साथ भी वही किया और उन्हें ऑफ़ स्टंप के बाहर की लाइन पर ललाचते रहे और पंत भी उनकी जाल में फंस गए। महमूद ने कहा कि वह मैच में बांग्लादेश को वापस लाने की कोशिश करते रहेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पिच बल्लेबाज़ों के लिए आसान बनती जा रही है।
महमूद ने कहा, "अगर हम कल शुरुआत में ही विकेट लेने में सफल रहे तो हम मैच में वापसी कर लेंगे। हम उन्हें 400 रन से नीचे रोकना चाहते हैं। हालांकि अब इस विकेट पर बल्लेबाज़ी आसान है। यहां की परिस्थितियां लगभग वैसी ही हैं (जैसी पाकिस्तान में थी), लेकिन गेंदबाज़ों का कर्तव्य आक्रामक रूप से गेंदबाज़ी करना और बाउंड्री कम देना है।"