रहाणे : मैं इस हार की ज़िम्मेदारी लेता हूं, हमने ख़राब बल्लेबाज़ी की
PBKS द्वारा दिए गए 112 के लक्ष्य का पीछा करते हुए KKR की टीम सिर्फ़ 112 रनों पर सिमट गई
ESPNcricinfo स्टाफ़
16-Apr-2025
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पंजाब किंग्स (PBKS) के ख़िलाफ़ मिली हार की ज़िम्मेदारी ख़ुद पर लेते हुए कहा कि यह उनकी बल्लेबाज़ी क्रम की सामूहिक असफलता है और वह ख़ुद एक ख़राब शॉट खेलकर आउट हुए।
KKR इस मैच में सिर्फ़ 112 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी, लेकिन उनके बल्लेबाज़ सिर्फ़ 15.1 ओवरों में 95 रन पर ऑलआउट हो गए।
मैच के बाद प्रज़ेंटेशन में बात करते हुए रहाणे ने कहा, "आप लोगों ने देखा कि क्या हुआ, मैं इन प्रयासों से बहुत निराश हूं। मैं ख़ुद इस हार की ज़िम्मेदारी लेता हूं। एक कप्तान के रूप में मैंने ख़ुद ख़राब खेला, हालांकि गेंद स्टंप को मिस कर रही थी। लेकिन फिर भी ये चीज़ें वहीं से शुरू हुई। हमने बहुत ख़राब बल्लेबाज़ी की और एक बल्लेबाज़ी इकाई के रूप में हम इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं। हमारे गेंदबाज़ों ने इस पिच पर अच्छी गेंदबाज़ी की और पंजाब को सिर्फ़ 111 रनों पर रोक दिया।"
रहाणे ने आगे कहा, "ऐसा नहीं है कि पंजाब ने बहुत ही अच्छी गेंदबाज़ी की बल्कि एक बल्लेबाज़ी इकाई के रूप में हमने ख़राब शॉट खेला। मैं एक कप्तान के रूप में इसकी ज़िम्मेदारी लेता हूं कि हम इस लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाए। व्यक्तिगत रूप से मुझे पता है कि सभी खिलाड़ी प्रमुख रूप से बल्लेबाज़ इसके बारे में सोचेंगे और अगले आने वाले मैचों में अपने खेल को सुधारेंगे।"
112 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए KKR ने अपने पहले दो विकेट जल्दी ही गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद रहाणे और अंगकृष रघुवंशी ने तीसरे विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी कर KKR को मुक़ाबले में बनाए रखा। रघुवंशी ने 28 गेंदों में 37 रन बनाए और तब KKR के लिए लक्ष्य आसान लग रहा था। लेकिन जैसे ही युज़वेंद्र चहल ने रहाणे को पगबाधा आउट किया, मैच पलट गया। हालांकि गेंद का इंपैक्ट स्टंप से बाहर था, लेकिन रहाणे ने रिव्यू नहीं लिया।
रहाणे ने इस बाबत कहा, "एक बल्लेबाज़ के रूप में मुझे लगा कि मैं रिव्यू आगे आने वाले बल्लेबाज़ों के लिए बचा सकता हूं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि मैं रिव्यू लूं और गंवा दूं। तब हमारे पास सिर्फ़ एक ही रिव्यू बचता। उस दौरान मेरे और रघुवंशी के बीच स्पष्ट बातचीत भी नहीं हो पाई। अगर वह मुझसे साफ़ कहते कि इंपैक्ट बाहर की तरफ़ दिख रहा है, तो मैं रिव्यू ले लेता। लेकिन मुझे लगा कि यह अंपायर्स कॉल होगा, इसलिए मैंने रिव्यू नहीं लिया। हालांकि इसकी मुझे कोई शिक़ायत नहीं है।"
रहाणे के विकेट के बाद PBKS ने वापसी की और KKR का मध्य क्रम चहल के चार विकेटों के आगे धाराशाई हो गया। KKR ने अपने आख़िरी आठ विकेट सिर्फ़ 33 रन के अंतराल पर गंवा दिए। रहाणे ने कहां कि मुल्लांपुर की पिच बल्लेबाज़ी के लिए आसान नहीं थी, लेकिन तब भी 112 के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता था।
रहाणे ने कहा, "एक बल्लेबाज़ के रूप में आपको सकारात्मक और कॉन्फ़िडेंट होना था और गेंद को बल्ले तक आने देना था, तभी आप चांस ले सकते थे। इस पिच पर स्वीप खेलना बहुत मुश्किल था। हम थोड़े लापरवाह लगे, एक बल्लेबाज़ी क्रम के रूप में हमें पूरी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए थी।"
वेंकटेश अय्यर और KKR के लिए यह एक कठिन रात थी•Associated Press
हालांकि रहाणे ने इस बात को अस्वीकार किया कि उनकी टीम आत्मतुष्ट थी और उन्होंने लक्ष्य को हल्के में लिया। उन्होंने कहा, "सभी खिलाड़ी कॉन्फ़िडेंट थे, मैं ये नहीं कहूंगा कि वे आत्मतुष्ट या ओवर कॉन्फ़िडेंट थे। सही बात ये है कि हमने अच्छी बल्लेबाज़ी नहीं की। ऐसा भी नहीं था कि उन्होंने चीज़ों को हल्के में लिया, बल्कि हममें गेम अवेयरनेस की कमी दिखी कि पिच और परिस्थितियां हमसे क्या मांग कर रही हैं। जब हमने तीन-चार विकेट लगातार अंतराल में गंवाए, तब हमारे बल्लेबाज़ों को समय लेने की ज़रूरत थी। उस समय सिंगल लेना भी बहुत महत्वपूर्ण था।"
"यह फ़्लैट विकेट नहीं था और गेंदबाज़ों के लिए वहां पर कुछ था। हमें रन बनाने के लिए मेहनत करनी थी। मुझे लगता है कि T20 का मतलब सिर्फ़ छक्के मारना नहीं है। इस समय मैं देख रहा हूं कि अधिकतर बल्लेबाज़ बड़े शॉट के लिए जा रहे हैं। वे बल्लेबाज़ी के दौरान अच्छा दिखना चाहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। आपको परिस्थितियों को भी पढ़ना होता है। एक बल्लेबाज़ के रूप में गेम अवेयरनेस होना और गेम को आगे ले जाना बहुत ज़रूरी है, जिसकी आज हममें कमी दिखी।"
इस हार के बाद वह अपनी टीम से क्या कहेंगे? इस सवाल के जवाब में रहाणे ने कहा, "फ़िलहाल तो मेरे दिमाग़ में बहुत सी चीज़ें चल रही हैं। यह हमारे लिए एक आसान लक्ष्य था। मुझे अपने आपको बहुत शांत रखना होगा, तभी मैं सोच पाऊंगा कि बल्लेबाज़ों से क्या बात करनी है। हमें अभी भी सकारात्मक रहना है। अभी हम टूर्नामेंट के आधे दौर तक पहुंचे हैं। एक टीम के रूप में हमारे पास बहुत सी सकारात्मक चीज़ें हैं, लेकिन फिर भी हमें कई मसलों पर बात करनी होंगी।"