IPL नीलामी 2025 : कौन हैं प्रियांश आर्य, जिनको पंजाब किंग्स ने 3.8 करोड़ रूपये में ख़रीदा
दिल्ली प्रीमियर लीग इस युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज़ के लिए साबित हुई सुनहरा मौक़ा
दया सागर और निखिल शर्मा
25-Nov-2024

प्रियांश आर्य में कई टीमों ने दिखाई दिलचस्पी • Delhi Premier League T20
IPL 2025 की बड़ी नीलामी के दूसरे दिन एक अनकैप्ड खिलाड़ी का नाम खूब गूंजा। दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस या फिर हो पंजाब किंग्स ये चारों ही टीम बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज़ प्रियांश आर्य के लिए जमकर भिड़ी। आर्य आखिर में 3.8 करोड़ में पंजाब किंग्स का हिस्सा बने, लेकिन सभी के जहन में यह सवाल था कि ये प्रियांश आर्य है कौन?
दिल्ली प्रीमियर लीग का इस साल पहला सीज़न शुरू हुआ तो यहां पर क्लब से खेलने वाले क्रिकेटरों को एक बड़े मंच पर खु़द को साबित करने का मौक़ा मिला। वह साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स के ओपनर बल्लेबाज़ रहे। अब उनके आंकड़ों की भी बात कर लें तो आप जानकर हैरान रहेंगे कि उन्होंने 10 मैचों में सबसे अधिक 608 रन बना दिए थे।
उनकी दिल्ली प्रीमियर लीग की पारियों पर एक नज़र
पुरानी दिल्ली 6 के ख़िलाफ़ पहले ही मैच में उन्होंने 30 गेंद में 57 रनों की पारी खेली। पहले ही मैच में प्लेयर ऑफ़ द मैच बने आर्य ने इसके बाद सेंट्रल दिल्ली किंग्स के ख़िलाफ़ 51 गेंद में सात छक्के और तीन चौके सहित 82 रन बना डाले और फिर प्लेयर ऑफ़ द मैच बने। अगले मैच में ईस्ट दिल्ली स्ट्राइकर्स के ख़िलाफ़ उन्होंने 32 गेंद में 53 रनों की पारी खेल डाली। पुरानी दिल्ली के ख़िलाफ़ अगले मैच में उन्होंने सीज़न का अपना पहला शतक लगाया। 55 गेंद में 107 रनों की पारी में उन्होंने नौ चौके और सात छक्के लगाए। आर्य का सफ़र यहीं नहीं रूका। सेंट्रल दिल्ली के ख़िलाफ़ उन्होंने फिर 42 गेंद में 88 रन बना दिए। फिर आया वो मैच जिसने दुनिया भर की नज़रें जम गई। नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स के ख़िलाफ़ साउथ दिल्ली ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 308 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया, जिसमें फिर आर्य के बल्ले से 50 गेंद में 120 रनों की पारी निकलकर आई। इसी लीग में उन्होंने एक मैच में एक ओवर में छह छक्के भी जड़ दिए थे।
कुल मिलाकर उन्होंने दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL 2024) में 198.69 के स्ट्राइक रेट और 67.56 की औसत से सर्वाधिक 608 रन बनाए, जिसमें दो शतक और चार अर्धशतक शामिल था। उन्होंने 10 मैचों में कुल 43 छक्के लगाए थे।
भुवी और मावी के सामने भी लगाया शतक
आर्य को उनके प्रदर्शन की बदौलत इस बार भी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में दिल्ली की टीम में चुना गया। उत्तर प्रदेश के ख़िलाफ़ उन्होंने 43 गेंद में 102 रन बना डाले, जहां विरोधी टीम में भुवनेश्वर कुमार, पीयूष चावला और शिवम मावी जैसे अनुभवी गेंदबाज़ थे। यह पारी आर्य की सही समय पर आई और अधिकतर फ़्रैंचाइज़ी की नज़र उन पर गई और एक दिन बाद नीलामी शुरू हो गई। इस बीच अपने यूट्यूब शो में आर अश्विन ने भी वॉशिंगटन सुंदर से बात करते हुए उनके पिकअप शॉट्स के बारे में बात की थी।
पिछले सीज़न की बात करें तो SMAT में उन्होंने दिल्ली के लिए सर्वाधिक 222 रन बनाए थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 166.7 और औसत 31.71 का था और उन्होंने सात मैचों में दो अर्धशतक भी लगाए थे।
गंभीर के कोच संजय भारद्वाज ने दी ट्रेनिंग
आर्य के माता-पिता सरकारी स्कूल में टीचर हैं। जबकि आर्य को क्रिकेट की कोचिंग भारतीय टीम के मौजूदा कोच गौतम गंभीर के कोच रहे संजय भारद्वाज से मिली है। भारद्वाज के ही निर्देशन में ट्रेनिंग लेने वाले कुमार कार्तिकेय दो साल पहले आईपीएल में सुर्खियां बंटोर चुके हैं।
कैसे जुड़े पंजाब किंग्स से
30 लाख की क़ीमत में नीलामी में आने वाले आर्य के लिए पहले दिल्ली कैपिटल्स ने बोली लगाई और बीच में पंजाब किंग्स उतर गई। बोली धीरे-धीरे एक करोड़ तक पहुंच गई। इस बीच एक और फ़्रैंचाइज़ी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की बोली में एंट्री हुई। अब यह लड़ाई त्रिकोणीय थी।
बेंगलुरु 1.4 करोड़ के साथ आगे था, लेकिन पंजाब किंग्स ने 1.5 करोड़ की बोली लगाई और इस बोली की लड़ाई को आख़िरकार 3.8 करोड़ में जीत लिया।
सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी से पहले क्या बोले थे
DPL के दौरान ESPNcricinfo से बात करते हुए प्रियांश ने कहा था, "मैंने पिछले साल दिल्ली के लिए SMAT में सबसे अधिक रन बनाए थे, लेकिन कंसिस्टेंसी नहीं थी। मैं इस साल कंसिस्टेंसी पर ज़ोर दे रहा हूं और ऑफ़ सीज़न प्रैक्टिस में उसी पर फ़ोकस था। इसके अलावा मेरा लक्ष्य रणजी टीम में जगह बनाना है क्योंकि मैं अभी तक वहां डेब्यू नहीं कर पाया हूं। पिछले साल मैंने लगभग सभी IPL टीमों का ट्रायल दिया था, सब अच्छा भी गया था, लेकिन फिर कहीं से बुलावा नहीं आया। अच्छा है कि इस साल हमारा खेल देखने DPL में IPL के स्काउट्स आ रहे हैं। जब मैच खेलता हूं तो ध्यान बस मैच पर रहता है, लेकिन IPL भी कहीं ना कहीं दिमाग़ में चलता रहता है।"
"जब मैं छोटा था तो नेट्स पर गौतम गंभीर सर की बल्लेबाज़ी देखता था। जब थोड़ा बड़ा हुआ तो उनसे बातचीत भी होने लगी। इसके अलावा आयुष बदोनी मेरा अच्छा दोस्त है। वह DPL में हमारा कप्तान भी है और उसके पास IPL का अनुभव भी है। तो पिच पर और पिच के बाहर उनसे काफ़ी बातचीत होती है और उसका अनुभव मेरे बहुत काम आता है।"