दिल्ली के विरुद्ध जयदेव उनादकट की जय जयकार
बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने रणजी ट्रॉफ़ी मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक ली
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
03-Jan-2023
मीरपुर टेस्ट के बाद पहला रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेल रहे हैं उनादकट • AFP/Getty Images
जयदेव उनादकट ने 12 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में एक यादगार वापसी के साथ साल 2022 का अंत किया था। अब उन्होंने नए साल की शुरुआत रणजी ट्रॉफ़ी में वापसी पर अपने पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर की। राजकोट में दिल्ली के विरुद्ध चल रहे एलिट ग्रुप बी के मुक़ाबले में उनादकट ने यह कारनामा करते हुए अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट ने अपने और मैच के पहले ओवर की तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर क्रमशः ध्रुव शौरी, आयुष बदोनी और वैभव रावल को चलता किया। यह सब दिल्ली के कप्तान यश ढुल द्वारा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने के फ़ैसले के बाद हुआ। यह रणजी ट्रॉफ़ी इतिहास में पहले ओवर में ली गई सबसे पहली हैट्रिक है। इससे पहले सबसे कम समय में हैट्रिक लेने का कारनामा कर्नाटका के आर विनय कुमार ने किया था।
अपने दूसरे ओवर का अंत होने से पहले उनादकट ने दो और शिकार करते हुए अपने प्रथम श्रेणी करियर में 21वीं बार एक पारी में पांच विकेट लिए। जब उन्होंने ललित यादव को शून्य के स्कोर पर पगबाधा किया तब दिल्ली का स्कोर था - छह विकेट पर मात्र पांच रन और उनादकट के आंकड़े कुछ इस प्रकार थे - 2-0-5-5। अपनी पहली पारी में दिल्ली 133 पर सिमट गई। यह पहला मौक़ा था जब उनादकट ने अपने 98 प्रथम श्रेणी मैचों के करियर में पारी में आठ विकेट निकाले।
उनादकट के विकेटों में शौरी की विकेट सबसे महत्वपूर्ण थी। वह इसलिए क्योंकि तीन राउंड के बाद शौरी इस प्रतियोगिता में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने छह पारियों में 144.75 की औसत और दो शतकों और दो अर्धशतकों की मदद से 579 रन बनाए हैं। इस मैच से बदोनी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण कर रहे हैं जबक रावल ने पिछले हफ़्ते तमिलनाडु के विरुद्ध नाबाद 95 रनों की मैच-बचाऊ पारी खेली थी।
यह मैच नॉकआउट में पहुंचने की राह में खड़ी सौराष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण है। तीन मैचों के बाद सौराष्ट्र एक जीत और दो ड्रॉ से मिले 12 अंकों के साथ ग्रुप बी में तीसरे स्थान पर है। मुंबई और महाराष्ट्र पहले दो स्थानों पर विराजमान हैं।
बतौर गेंदबाज़ और कप्तान उनादकट एक बढ़िया दौर से गुज़र रहे हैं। पिछले महीने वह सौराष्ट्र की विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी जीत में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। 10 मैचों में 3.33 की इकॉनमी से उनादकट ने 19 विकेट लिए थे। इसके बाद मीरपुर में टेस्ट टीम में वापसी पर उन्होंने अपना पहला टेस्ट विकेट झटका। भारत की जीत में उनादकट ने कुल मिलाकर तीन विकेट अपने नाम किए थे।