अर्शदीप : मैं पिच और परिस्थिति के हिसाब से अपनी रणनीति तय करूंगा
सेंचुरियन में एक हाई स्कोरिंग मुक़ाबला देखने को मिल सकता है
हेमंत बराड़
12-Nov-2024
साउथ अफ़्रीका में क्रिकेट के बारे में सोचने पर गति और उछाल ही ध्यान में आती है। हालांकि इस समय भारत और साउथ अफ़्रीका के बीच जारी T20I श्रृंखला की तस्वीर कुछ अलग ही रही है। वरुण चक्रवर्ती ने 5.25 की इकॉनमी से आठ जबकि रवि बिश्नोई ने अब तक 6.12 की इकॉनमी से चार विकेट झटके हैं।
दोनों टीम के स्पिनर ने 6.51 की इकॉनमी से 16 विकेट हासिल किए हैं। जबकि तेज़ गेंदबाज़ों ने लगभग सात से अधिक ओवर की गेंदबाज़ी करने के बावजूद 8.58 की इकॉनमी से 12 विकेट लिए हैं।
हालांकि ख़ुद तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह, जिन्होंने दूसरे T20I में चार ओवर में 41 रन दिए, इन आंकड़ों को लेकर अधिक चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, "स्पिनर जो कर रहे हैं उसे देखकर मैं काफ़ी आनंद उठा रहा हूं। मुझे और ख़ुशी होगी जब वे सभी 10 विकेट लेंगे और मुझे अपना काम नहीं करना पड़ेगा।"
हालांकि तीसरे मैच में परिस्थिति पहले दो मैचों की तुलना में अलग रहने की संभावना है। अगले दो मैच सेंचुरियन और जोहैंसबर्ग में खेले जाने हैं। सेंचुरियन में खेले गए पिछले T20I में वेस्टइंडीज़ ने पांच विकेट पर 258 रन बनाए थे और साउथ अफ़्रीका ने एक ओवर से अधिक शेष रहते इस लक्ष्य को हासिल भी कर लिया था।
तो बुधवार के लिए भारत की क्या योजना है? अर्शदीप ने कहा, "साउथ अफ़्रीका के बल्लेबाज़ स्पिन के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे हैं, तो हमारी रणनीति यही है कि हम स्पिनरों के लिए अच्छी स्थिति तैयार कर के दें ताकि वह आक्रमण कर सकें और विकेट निकाल सकें।"
हालांकि वरुण और बिश्नोई के लिए सेंचुरियन में प्रदर्शन दोहराना आसान नहीं होगा।
मार्को यानसन ने कहा, "यहां पर पोर्ट एलिज़ाबेथ या डरबन की तुलना में स्पिन खेलना अलग होगा। यहां अधिक उछाल होगी और वे फ़ुलर गेंद डालने का प्रयास करेंगे। पिछले दो मैच में हम स्पिन को उतने अच्छे ढंग से नहीं खेले, काफ़ी सॉफ़्ट डिस्मिसल भी थे, जहां हम बेहतर शॉट खेल सकते थे। स्पिन के ख़िलाफ़ सीधा शॉट खेलना ज़रूरी होता है और उनके साथ भी यही स्थिति है। वे अधिक फ़ुल डालने का प्रयास नहीं करेंगे क्योंकि तब स्पिन को खेलना आसान हो जाएगा।"
अर्शदीप भी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि उन्हें मैच में भारत के लिए अहम भूमिका निभानी पड़ सकती है।
"मैं देखूंगा कि विकेट कैसा बर्ताव कर रहा है। यह सब पिच और परिस्थिति पर निर्भर करता है कि उस समय अधिक ज़रूरी क्या है, आक्रमण करने की ज़रूरत है या रन रोकना ज़रूरी है। अगर आप शुरू में दो ओवर और अंत में दो ओवर करते हैं तब बहुत कुछ आपके ऊपर निर्भर करता है क्योंकि आप मैच जीत भी सकते हैं और हार भी सकते हैं। ऐसे में यह बेहद ज़िम्मेदारी वाला काम है। जब आप डेथ में गेंदबाज़ी करते हैं तब कुछ दिन अच्छे होते हैं और कुछ दिन ख़राब, ऐसे में अधिक सोचना नहीं चाहिए। मेरी कोशिश यही रहती है कि जैसी टीम को ज़रूरत है, मैं वैसा प्रदर्शन करूं।"
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।