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जितेश शर्मा : मैं IPL खेल रहा था, लेकिन T20 विश्व कप के बारे में सोच रहा था

जितेश को भारतीय T20 टीम प्रबंधन का लगातार समर्थन मिल रहा है और एकादश में मौक़ा मिलने पर वह इसे पूरी तरह सही भी साबित करना चाह रहे हैं

Jitesh Sharma hit three sixes and a four in his 19-ball knock, India vs Australia, 4th T20I, Raipur, December 1, 2023

अपनी तैयारी को लेकर आश्‍वस्‍त हैं जितेश शर्मा  •  AFP/Getty Images

जितेश शर्मा T20I क्रिकेट में भारत के लिए अगले बड़े खिलाड़ी हो सकते थे लेकिन IPL 2024 में उनके बल्‍ले से पिछले दो सीज़न की तरह रन नहीं बने। बाहर से ऐसा लगता है कि इस मामले में थोड़े पिछड़ गए हैं, लेकिन साउथ अफ़्रीका दौरे पर उन्हें वापसी करने का एक अच्छा मौक़ा मिला है।
अपने रनों के सूखे पर उन्‍होंने कहा कि वह IPL 2023 के बाद से और अंतर्राष्‍ट्रीय डेब्‍यू के बाद से दूर का सोचने लगे थे और उनके दिमाग़ में " [2024] T20 विश्व कप की टीम चल रही थी। हालांकि इस मामले में उन्होंने अपनी ग़लती को ठीक किया है।
अपने प्रदर्शन के बारे में पिछले महीने ESPNcricinfo हिंदी से बातचीत में जितेश ने कहा, "मुझे पता है कि मैं बहुत ही हाई रिस्क क्रिकेट खेलता हूं। मेरे शॉट के चयन में भी काफ़ी जोख़िम होते हैं। मेरी बल्लेबाज़ी क्रम भी अलग-अलग थे, जो T20 में उतना महत्वपूर्ण नहीं है। हालांकि इन सब के इतर 2024 के IPL में मैं बहुत ज़्यादा आगे की सोचने लगा था। मैं T20 वर्ल्ड कप की टीम में शामिल होने को लेकर सोच रहा था, जबकि इससे पहले मैं कभी भी इतनी दूर की नहीं सोचता था। मैं एक समय पर एक ही मैच के बारे में सोचता था और अब मैंने फिर से वैसा ही करना शुरू कर दिया है। साथ ही जब भारतीय टीम T20 वर्ल्ड कप जीती तो मुझे और भी सुकून मिल गया, ऐसा लगा कि मेरा सपना पूरा हो रहा है।"
पिछले IPL सीज़न के दौरान जितेश की बैटिंग पोज़िशन चर्चा का विषय बनी हुई थी। जितेश ने इस दौरान पांचवें नंबर पर तीन, छठे नंबर पर तीन, चौथे नंबर पर दो और सातवें नंबर पर तीन बार बल्लेबाज़ी की, जबकि तीन मैचों में उनकी बल्लेबाज़ी नहीं आई। इसमें से भी सिर्फ़ लगातार दो ही मैच ऐसे थे, जब उन्होंने एक ही नंबर पर बल्लेबाज़ी की, बाद में उनका बैटिंग पोज़िशन लगातार बदलता रहा।
2022 और 2023 के IPL सीज़न के दौरान जितेश शर्मा कमाल की बल्लेबाज़ी कर रहे थे। परिणाम यह था कि उन्हें 2023 के श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम में शामिल होने का पहला मौक़ा मिला। इसके बाद उनके भारतीय टीम में चयनित होने का दौर जारी रहा और फिर आया IPL 2024, जहां जितेश का बल्ला बिल्कुल शांत हो गया। उन्होंने 14 मैचों में सिर्फ़ 187 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 32 का था। इसके पिछले दो IPL सीज़न में वह 150 के अधिक से स्ट्राइक रेट से रन बना रहे थे, जो अब गिरकर 130 तक पहुंच चुका था।
जितेश का मानना है कि बल्लेबाज़ी क्रम के मामले में अगर उन्हे अपनी भूमिका के बारे में पता हो और यह पता हो कि उन्हें कितने ओवर बाद बल्लेबाज़ी करने जाना है तो इससे उन्हें काफ़ी सहज महसूस होगा।
जितेश ने कहा, "T20 में आप यह नहीं कह सकते कि एक बल्लेबाज़ चौथे या पांचवें नंबर पर ही खेलेगा। आप मान लो कि अगर किसी मैच में ओपनर्स के बीच काफ़ी अच्छी साझेदारी होती है और वे 16 ओवर तक बल्लेबाज़ी करते हैं तो ऐसे में अगला जो बल्लेबाज़ आएगा, वह निश्चित रूप से एक फ़िनिशर आएगा। T20 में किसी बल्लेबाज़ के बैटिंग पोज़िशन से अधिक महत्वपूर्ण बचे ओवर्स होते हैं। अगर तीसरे-चौथे या पांचवें ओवर में ही विकेट गिर जाएं तो आप नॉर्मल ऑर्डर के साथ चलते हो लेकिन अगर देर से विकेट गिरे तो आप फ़िनिशर के साथ जाते हो। हालांकि मैं अपने बारे में या किसी भी बल्लेबाज़ के बारे में यह ज़रूर कह सकता हूं कि अगर यह पता रहे कि मुझे कितने ओवरों के बाद बल्लेबाज़ी के लिए जाना है और मुझे अपने रोल के बारे में अच्छे से क्लियारिटी दी जाए, तो बेहतर होता है।"
जितेश का मानना है कि भारतीय चयनकर्ताओं की नज़र में बने रहने के कारण उन्हें आत्मविश्वास ज़रूर मिला है लेकिन टीम में लगातार बने रहने और प्लेइंग XI में जगह बनाने के लिए उन्हें कुछ अलग करने की ज़रूरत है।
जितेश ने कहा, "भारतीय टीम में शामिल होने के बाद से काफ़ी कुछ बदला है। मैं पहले से ज़्यादा शांत रहने का प्रयास कर रहा हूं। टीम के सीनियर खिलाड़ियों को देख कर मैं हमेशा यही सीखने का प्रयास करता हूं कि कैसे ख़ुद को शांत रखा जाए। अब मैं पहले से ज़्यादा विनम्र और ज़मीन से जुड़ा हुआ महसूस करता हूं। मैं अब अपने हर एक प्रैक्टिस सेशन को पहले से कहीं ज़्यादा गंभीरता से लेने लगा हूं। अंत में एक बात सब पर लागू होती कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। आप कुछ भी प्राप्त करने का प्रयास करो, मेहनत ही एकमात्र जरिया है, जो आपको आगे लेकर जाएगा।
"हो सकता है कि मैं भारतीय टीम में जगह बना चुका हूं, हो सकता है कि मेरा एक सपना पूरा हो गया है लेकिन ज़मीन पर बने रहना बहुत ज़रूरी है। टीम में जगह बनाना एक अलग बात है लेकिन टीम में बने रहने के लिए तीन चीज़ें बहुत ज़रूरी हैं - स्टे हंबल, स्टे ग्राउंडेड और पहले से भी ज़्यादा मेहनत करो।"
बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेले गए हालिया T20I सीरीज़ में जितेश भारतीय टीम का हिस्सा थे। इस सीरीज़ में उन्हें एक भी मैच नहीं मिला लेकिन इस सीरीज़ के दौरान एक ऐसी घटना घटी, जिसने उन्हें काफ़ी आत्मविश्वास दिया। इस सीरीज़ के तीसरे मैच में संजू सैमसन ने बेहतरीन शतक लगाया। लेकिन इस सीरीज़ के ठीक पहले श्रीलंका सीरीज़ के दौरान सैमसन दो बार शून्य पर भी आउट हुए थे। इसके बाद कई लोगों को ऐसा लगने लगा था कि सैमसन की जगह पर जितेश को मौक़ा दिया जा सकता है।
जितेश ने कहा, "संजू (सैमसन) एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें जिस तरह से टीम ने बैक किया, वह देखना एक अच्छा एहसास है। गौती सर (गौतम गंभीर) और सूर्या भाई (सूर्यकुमार यादव) का मैसेज काफ़ी क्लियर रहता है। वह हमें साफ़ बता देते हैं कि टीम में मौजूद किसी भी खिलाड़ी से वह क्या अपेक्षा रख रहे हैं। अगर किसी खिलाड़ी को आज बैक किया जा रहा है, तो आने वाले समय में यह तय है कि जब मेरा मौक़ा भी आएगा तो मुझे भी इसी तरह से बैक किया जाएगा ।"
बांग्लादेश सीरीज़ के बाद जितेश को चार मैचों की T20I सीरीज़ के लिए साउथ अफ़्रीका का दौरा करना है। हालांकि वह घरेलू क्रिकेट के लिए भी जम कर तैयारी कर रहे हैं, ताकि अगर उन्हें विदर्भ के लिए रणजी ट्रॉफ़ी के कुछ मैच खेलने का मौक़ा मिले, तो वह उसे भी भुना सकें।
अक्सर जितेश को लाल गेंद की क्रिकेट में विदर्भ की टीम की तरफ़ से काफ़ी कम मौक़े दिए जाते हैं। पिछले दो सीजन में उन्होंने सिर्फ़ दो ही रणजी मुक़ाबले खेले हैं, जबकि सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी और विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उन्हें पूरे मौक़े मिलते हैं। हालांकि जितेश को पूरा भरोसा है कि लाल गेंद के फ़ॉर्मैट में भी वह अच्छा कर सकते हैं।
जितेश ने कहा, "हर सीज़न की तरह यह सीज़न भी मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे अगर मौक़ा मिलता है तो निश्चित रूप से रणजी ट्रॉफ़ी में भी मैं अपनी उपयोगिता साबित करने का पूरा प्रयास करूंगा। मैं खेल के लंबे प्रारूप में भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे पता है कि अगर मुझे इस फ़ॉर्मैट में अच्छी रणनीति के साथ उपयोग किया गया तो मैं प्रभावी प्रदर्शन कर सकता हूं। अगर मुझे मध्य क्रम या निचले मध्य क्रम में मौक़ा मिले तो शायद मैं और भी ज़्यादा उपयोगी साबित हो सकता हूं।" जितेश की यह बात काफ़ी हद तक तर्कपूर्ण भी नज़र आती है, क्योंकि पिछले ही साल उन्होंने अपनी एक बेहतरीन पारी की बदौलत विदर्भ को गुजरात के ख़िलाफ़ एक हारे हुए मैच में जीत दिलाई थी।
घरेलू सीज़न के साथ ही इस साल IPL 2025 के लिए बड़ी नीलामी भी होने वाली है। जितेश को उनकी IPL टीम पंजाब किंग्स (PBKS) ने रिटेन नहीं किया और वह अब IPL 2025 की बड़ी नीलामी में जाएंगे। हालांकि जितेश ने कहा कि वह इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहे हैं।
जितेश ने बताया, "मेगा ऑक्शन है, तो कुछ कहा नहीं जा सकता। एक खिलाड़ी को किसी भी टीम में जाने के लिए तैयार रहना चाहिए। लेकिन अगर मुझे PBKS की टीम में मौक़ा नहीं मिला तो MI या CSK एक अच्छा विकल्प है। ये दोनों टीमें मुझे बहुत पसंद हैं।" पिछले IPL सीज़न के दौरान जितेश ने दो मैचों में कप्तानी भी की थी और इस बार भी उनकी नज़र इसी तरह की जिम्मेदारी पर भी है।
कप्तानी के बारे में उन्होंने कहा, "मुझे इस तरह की जिम्मेदारी काफ़ी पसंद है। मुझे हमेशा से कप्तानी करना काफ़ी पसंद है और मैं इसके लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मुझे ऐसा लगता है कि जब मेरे पर यह दबाव आता है तो मैं मैच को और बेहतर तरीक़े से पढ़ पाने में सक्षम रहता हूं। अगर मुझे यह मौक़ा मिलता है, तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं।

राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं