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भारतीय टीम के नए चेहरों से मिलिए : चार खिलाड़ी जो पर्थ टेस्ट खेल सकते हैं

देवदत्त पड़िक्कल, ध्रुव जुरेल, नीतीश कुमार रेड्डी और हार्शित राणा को पहले टेस्ट में मौक़ा मिल सकता है

विराट कोहली, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल की ख़बर तो ऑस्ट्रेलियाई समाचार पत्रों में हिंदी और पंजाबी में प्रकाशित हुईं, लेकिन उन खिलाड़ियों का क्या, जो थोड़े कम परिचित हैं। आइए उन चार नए खिलाड़ियों की बात करते हैं, जिन्हें पर्थ टेस्ट में मौक़ा मिल सकता है।
पड़िक्कल 24 वर्ष के हैं। बाएं हाथ के यह बल्लेबाज़ घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक की टीम के लिए खेलते हैं। वह पहले टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन शुभमन गिल की अंगूठे की चोट ने उनके लिए टीम का दरवाज़ा खोल दिया। उन्होंने मार्च में धर्मशाला में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट डेब्यू किया था और नंबर 4 पर 65 रन बनाए थे। उसके बाद उन्होंने कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है लेकिन उनके पास अनुभव बहुत है। उन्होंने 40 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 42.49 की औसत से 2677 रन बनाए हैं। उन्होंने नंबर 1 से लेकर नंबर 6 तक हर जगह बल्लेबाज़ी की है, लेकिन उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन नंबर 3 पर रहा है। इस पोज़ीशन पर उन्होंने 51.95 की औसत से 1247 रन रन बनाए हैं और इसी क्रम पर उन्होंने अपने छह शतकों में से चार शतक लगाए हैं। यह भारत के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि अगर गिल उपलब्ध नहीं होते तो वह नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं।
हालिया फ़ॉर्म: सितंबर में पड़िक्कल ने तीन दलीप ट्रॉफी मैचों में तीन अर्धशतक लगाए थे, जिसमें उनका सर्वोत्तम स्कोर 92 था। हालांकि अन्य तीन पारियों में उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं था। हाल ही में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के ख़िलाफ़ भारत ए के लिए सर्वाधिक रन बनाये। उन्होंने चार पारियों में 151 रन बनाए, जिसमें मकाय की दूसरे पारी में उनका 88 रन काफ़ी महत्वपूर्ण था।
ट्रेनिंग कैसी रही: पड़िक्कल ने मंगलवार और बुधवार को नेट्स में काफ़ी समय बिताया। विशेष रूप से जब उन्हें सामने से खेलने और चेक ड्राइव खेलने का मौक़ा मिला, वह काफ़ी अच्छे दिखे। फ़ील्डिंग अभ्यास के दौरान वह स्लिप कॉर्डन में थे।
अपने पिता की तरह ही जुरेल भी पहले सेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन फिर उन्होंने क्रिकेट से प्यार करना शुरू किया। उन्होंने 2022-23 रणजी ट्रॉफ़ी में उत्तर प्रदेश के लिए नागालैंड के ख़िलाफ़ 249 रन बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं। 2023 में राजस्थान रॉयल्स के लिए एक फ़िनिशर के रूप में उनकी सफलता ने उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए चयन की ओर अग्रसर किया। इस साल की शुरुआत में अपने दूसरे टेस्ट में ही उन्होंने रांची में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 90 और 39 नॉट आउट स्कोर किया और 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' का पुरस्कार प्राप्त किया। अब तक उन्होंने 21 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 48.92 की औसत से 1223 रन बनाए हैं।
हालिया फ़ॉर्म: वह केवल एक ही दलीप ट्रॉफी मैच खेल पाए, जिसमें उनका स्कोर 2 और 0 का रहा, लेकिन विकेटकीपिंग में उन्होंने दो पारियों में आठ कैच लेकर अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने ईरानी कप में मुंबई के ख़िलाफ़ 93 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ए के ख़िलाफ़ उन्होंने काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया और इन्हीं पारियों के कारण एक बार फिर से वह चर्चा में आए। उन्होंने मेलबर्न के दूसरे अनाधिकृत टेस्ट में 80 और 68 रन बनाए। ये रन तब आए थे, जब बाक़ी के भारतीय बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे थे।
ट्रेनिंग कैसी रही: पड़िक्कल की तरह जुरेल भी मंगलवार को पहले बैटिंग अभ्यास कर रहे थे और फ़ील्डिंग के दौरान स्लिप या गली में खड़े थे। बुधवार को उनके बैटिंग सत्र के दौरान उन्हें काफ़ी बैक ऑफ़ लेंथ गेंदें फेंकी गई, जिसे वह शरीर के काफ़ी क़रीब से खेल रहे थे।
21 साल के रेड्डी भारतीय टीम के सबसे युवा सदस्य हैं। आंध्र प्रदेश के एक सीम-बोलिंग ऑलराउंडर रेड्डी ने 2019-20 में प्रथम श्रेणी डेब्यू किया था, लेकिन उनके आंकड़े कुछ ख़ास नहीं रहे हैं। 23 मैचों में उन्होंने 21.05 की औसत से 779 रन और 26.98 की औसत से 56 विकेट लिए हैं। उन्हें टीम में भविष्य में उनसे जुड़ी संभावनाओं और T20 प्रदर्शन के कारण रखा गया है। 2024 के IPL में सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के लिए खेलते हुए उन्होंने 303 रन बनाए और तीन विकेट लिए। इस प्रदर्शन के कारण अक्तूबर में उन्हें भारत के लिए T20I डेब्यू करने का मौक़ा मिला।
हालिया फ़ॉर्म: उनका हालिया फ़ॉर्म कुछ ख़ास नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलिया ए के ख़िलाफ़ चार पारियों में से तीन में उन्हें बाउंस लेती गेंदों पर आउट किया गया। गेंदबाज़ी में उन्होंने 31 ओवरों में से केवल एक विकेट लिया। हालांकि उन्हें टीम प्रबंधन का समर्थन प्राप्त है। बुधवार को भारत के गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मॉर्केल ने कहा कि वह चौथे सीमर के रूप में अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते हैं।
ट्रेनिंग कैसी रही: रेड्डी ने मंगलवार को बहुत गेंदबाज़ी की। कुछ ऐसा ही उन्हें इस दौरे पर डेब्यू करते समय करना पड़ सकता है। बुधवार को उनका रैंप शॉट विशेष रूप से सबसे अच्छा था।
अनकैप्ड राणा अगले महीने 23 साल के हो जाएंगे। वह भारतीय टीम में एक और सीम-बोलिंग ऑलराउंडर हैं। अगर रेड्डी का मज़बूत पक्ष बल्लेबाज़ी तो राणा का मज़बूत पक्ष गेंदबाज़ी है। वह तेज़ गेंदबाज़ी कर सकते हैं। वह अच्छी हिट द डेक गेंदबाज़ी करते हैं। उनकी IPL फ़्रैंचाइज़ी कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने उनकी प्रतिभा को सबसे पहले पहचाना था। वह 2024 IPL में संयुक्त चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे और KKR को ट्रॉफ़ी जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हालिया फ़ॉर्म: उन्होंने दलीप ट्रॉफ़ी के दो मैचों में दो चार-विकेट हॉल लिए और इसके बाद रणजी ट्रॉफ़ी में असम के ख़िलाफ़ एक अर्धशतक बनाया और एक पांच-विकेट हॉल भी लिया। वह ऑस्ट्रेलिया ए के ख़िलाफ़ रेड-बॉल सीरीज़ का हिस्सा नहीं थे।
ट्रेनिंग कैसी रही: राणा ने मंगलवार को ज़्यादा गेंदबाज़ी नहीं की, लेकिन बुधवार को अच्छी तरह से अभ्यास कर रहे थे। यह स्पष्ट है कि वह इस दौरे पर दल का हिस्सा क्यों हैं। वह गेंदबाज़ी के दौरान काफ़ी मेहनत करते हैं, ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर वह अपनी गेंदों पर अतिरिक्त उछाल पाने में सक्षम हैं हैं और वहां कि पिचों का लाभ उठा सकते हैं।