CSK के हेड कोच फ़्लेमिंग: 'धोनी के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है'
फ़्लेमिंग ने कहा कि KKR से 10.1 ओवर में हारने के बाद टीम बहुत आहत है
ESPNcricinfo स्टाफ़
13-Apr-2025
छह में से पांच मुक़ाबलों में हार झेल चुकी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) IPL 2025 की प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे है। टीम के हेड कोच स्टीफ़न फ़्लेमिंग का कहना है कि यहां से वापसी करना "बहुत बड़ी चुनौती" होगी और चोटिल ऋतुराज गायकवाड़ की जगह एमएस धोनी के दोबारा कप्तान बनने से टीम की किस्मत रातों-रात नहीं बदलेगी।
फ़्लेमिंग ने लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ मुक़ाबले की पूर्व संध्या पर कहा, "उनका [धोनी का] प्रभाव हमेशा अहम रहेगा लेकिन वो कोई ज्योतिषी नहीं हैं, उनके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। अगर होती, तो अब तक इस्तेमाल कर चुके होते।"
"यह हम सभी की कड़ी मेहनत का मामला है, जिसमें एमएस भी शामिल हैं, ताकि हम हालात पलट सकें। हमारे क्रिकेट करियर में ऐसे कई मौक़े आए हैं जहां बहुत ऊर्जा लगती है, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह ऊर्जा सही दिशा में जाए।"
अपने पिछले मुक़ाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 103 रन पर 9 विकेट गंवाने और फिर 10.1 ओवर में हारने के बाद फ़्लेमिंग ने कहा कि टीम बहुत आहत है। यह CSK की लगातार पांचवीं हार थी - जो इतिहास में पहली बार हुआ और यह चेपॉक पर उनका सबसे ख़राब बल्लेबाज़ी प्रदर्शन भी था।
फ़्लेमिंग बोले, "हमें इसे छोटे-छोटे टुकड़ो में देखना होगा और तीनों विभागों में सुधार करते रहना होगा, तभी आप मुक़ाबला करने लगते हो। पिछला मैच इसलिए ज़्यादा निराशाजनक था क्योंकि हमने मुक़ाबला ही नहीं किया - और यही सबसे ज़्यादा चुभा। इसलिए हमने आत्ममंथन किया है और यह भी समझा है कि हमें क्या करना है। ज़रूरी है कि हम एक ऐसा प्रदर्शन करें जो इस गौरवशाली फ़्रैंचाइज़ी की पहचान हो।"
एमएस धोनी और स्टीफ़न फ़्लेमिंग लंबे समय से साथ काम करते आए हैं•PTI
"इस दर्द को हम प्रेरणा में बदल सकते हैं, लेकिन सिर्फ़ शब्दों से नहीं, खिलाड़ियों को मौक़ा पकड़ना होगा, फ़ॉर्म ढूंढनी होगी, लय में आना होगा और उस झिझक को दूर करना होगा जो इस समय छाई हुई है।"
इस सीज़न के छह मुक़ाबलों में CSK ने कुल 32 छक्के लगाए हैं - यानी औसतन पांच से थोड़ा ज़्यादा प्रति मैच। कोई भी बल्लेबाज़ अब तक 150 से ज़्यादा रन नहीं बना पाया है और न ही किसी का स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर है। हालांकि फ़्लेमिंग का मानना है कि स्ट्राइक रेट और छक्कों की कमी उतनी बड़ी समस्या नहीं है और बल्लेबाज़ दूसरे तरीक़ों से भी रन बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, "हम छक्कों की बात करते हैं, लेकिन यह सब कुछ नहीं है। मुझे पता है कि आजकल ताक़त और छक्के मारने का जुनून है, लेकिन कुछ टीमें कला और तकनीक के सहारे भी अच्छा कर रही हैं। अगर कभी ऐसा दिन आया जब क्रिकेट सिर्फ़ बेसबॉल जैसा बन गया और हम सिर्फ़ छक्के-चौकों की बात करने लगे तो वह दिन मेरे लिए बहुत दुखद होगा।"
"इस खेल की ख़ूबसूरती इसी में है कि बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बना रहे। हालात का बड़ा असर होता है, लेकिन अभी भी कला के लिए जगह है। आप अब भी देख रहे हैं कि अच्छे खिलाड़ी ऐसी पिचों पर अहम पारियां खेल रहे हैं जो सड़क जैसी सपाट नहीं होतीं। मैं चाहता हूं कि यह संतुलन बना रहे।"
लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ सोमवार को होने वाले अगले मुक़ाबले को लेकर फ़्लेमिंग ने कहा कि शिवम दुबे - जो KKR के ख़िलाफ़ पहली पारी के अंत में लंगड़ाते हुए बाहर गए थे - के फ़िट रहने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि टीम को एक "बहुत बड़े खिलाड़ी" का सामना करना है।
उन्होंने कहा, "हां, निकोलस पूरन बहुत ख़तरनाक हैं। इस समय वो दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं - लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, ताक़तवर हैं और असली ख़तरा हैं। उन्हें आउट करना और काबू में रखना कल के मुक़ाबले को जीतने के लिए बहुत अहम होगा।"
जहां CSK छह मैचों में सिर्फ़ दो अंकों के साथ आख़िरी पायदान पर है, वहीं LSG लगातार तीन मुक़ाबले जीतकर आठ अंकों के साथ चौथे स्थान पर है।