दीप्ति शर्मा : बल्लेबाज़ी करते हुए मेरी मंशा साफ़ रहती है
भारतीय ऑलराउंडर ने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 36 रनों की तूफ़ानी पारी खेली
एस सुदर्शनन
10-Dec-2022
मात्र 15 गेंदों में दीप्ति शर्मा ने नाबाद 36 रन बनाए • BCCI
भारत की शुरुआत अच्छी रही थी और चार ओवर में एक विकेट खोकर 45 रन बन चुके थे। यहां से ऑस्ट्रेलिया ने दबाव बनाना शुरू किया और 12वें ओवर तक भारत को 76 पर चार तक ला खड़ा किया। यहां से आठ साल बाद टी20 अंतर्राष्ट्रीय खेल रहीं देविका वैद्य और 20 गेंदों पर 36 बनाने वाली ऋचा घोष के बीच 56 रनों की साझेदारी ने भारत की वापसी करवाई लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने फिर एक विकेट लिया।
तीन ओवरों के शेष रहते 132 पर पांच के स्कोर पर भारत के लिए 150 का आंकड़ा भी दूर दिखाई दे रहा था। डी वाई पाटिल स्टेडियम में एकत्रित हुए 25,000 से अधिक समर्थकों के बीच ख़ामोशी बता रही थी कि वह मेज़बान टीम को लेकर कितने चिंतित थे। ऐसे में दीप्ति शर्मा बल्लेबाज़ी करने आईं।
जनवरी 2021 के बाद से टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दीप्ति लगभग हर तरह की ज़िम्मेदारी निभा चुकी हैं। उन्होंने तीसरे से आठवें नंबर पर बल्लेबाज़ी की हैं, मैच के हर पड़ाव में गेंदबाज़ी की हैं और उनकी फ़ील्डिंग भी आश्वस्त रही है। इस दौरान उनके लिए गए 28 विकेट किसी भी पूर्ण सदस्य देश के लिए सर्वाधिक हैं। और कम से कम 300 रन बनाने वाले खिलाड़ियों में उनकी 38.88 की औसत से बेहतर केवल पूर्ण सदस्य देशों के पांच खिलाड़ी आते हैं।
शुक्रवार को उन्होंने आते ही ऐनाबेल सदरलैंड पर प्रहार आरंभ किया। अगले ओवर में उन्होंने ऐश्ली गार्डनर पर भी आक्रमण जारी रखा लेकिन उन्होंने सबसे ख़ास व्यवहार अनुभवी मेगन शूट के आख़िरी ओवर के लिए बचाए रखा। शूट के लगातार गति और लंबाई में परिवर्तनों को पढ़ते हुए उन्होंने चार लगातार गेंदों पर चौके लगाए और आख़िरी तीन ओवरों में 40 रनों में 36 केवल दीप्ति के बल्ले से आए।
मैच के बाद दीप्ति ने कहा, "मैं राष्ट्रमंडल खेलों से पहले और सीरीज़ से पूर्व भी अपनी बल्लेबाज़ी पर मेहनत करती आ रही हूं। इन अभ्यास सत्रों का फ़ायदा मुझे मिलता दिख रहा है। बल्लेबाज़ी करते हुए मेरी मंशा साफ़ रहती है। मैं जहां बल्लेबाज़ी करने उतरती हूं वहां बहुत अधिक गेंदें नहीं बचती और मेरा काम रहता है केवल ज़्यादा से ज़्यादा रन बटोरना।"
दीप्ति ने डेब्यू करने वाली अंजलि सरवानी की प्रशंसा की•BCCI
ऑस्ट्रेलिया के लिए बेथ मूनी ने एक ज़बरदस्त पारी खेली और भारत ने भी ख़राब फ़ील्डिंग और कैच टपकाकर उनका काम आसान किया। अन्यथा दीप्ति द्वारा बनवाया 172 का स्कोर पर्याप्त भी हो सकता था। ओस के चलते फ़ील्डिंग करने में भारत असहज रहा और मूनी और तालिया मैक्ग्रा ने इस बात का फ़ायदा उठाते हुए शतकीय साझेदारी के साथ विश्व चैंपियन को 1-0 की बढ़त दिलाई।
दीप्ति ने कहा, "टोटल अच्छा था लेकिन हम और बेहतर फ़ील्डिंग कर सकते थे। हमने काफ़ी ख़राब गेंदें भी डाली। सात-आठ ओवरों के बाद बहुत ज़्यादा ओस थी लेकिन हम कोई बहाना नहीं दे सकते। हमने गेंदबाज़ी में विविधता की, धीमी गेंदें डाली लेकिन हम सबका फ़ोकस स्टॉक गेंदों पर था। हम वही करना चाहते थे जो हम पिछले कुछ महीनों से सफलता के साथ कर रहे हैं।"
डी वाई पाटिल स्टेडियम में 25,000 से अधिक दर्शक आए थे, हालांकि निःशुल्क एंट्री के चलते सटीक आंकड़ा निकालना कठिन था। सीरीज़ का दूसरा मैच भी इसी मैदान पर रविवार को खेला जाएगा और इसके बाद आख़िरी के तीन मुक़ाबले ब्रेबॉर्न स्टेडियम में होंगे। दीप्ति ने कहा, "मेरे लिए भारत में इतने बड़े क्राउड के सामने खेलने का यह पहला अवसर था। शोर इतना था कि हम कभी-कभी एक दूसरे को सुन नहीं पा रहे थे। लेकिन इतने दर्शक देखकर अच्छा लगा और उम्मीद है यह आते रहेंगे। फ़्लडलाइट में खेलने में भी मज़ा आया क्योंकि हमें ऐसा घरेलू क्रिकेट में करने को नहीं मिलता।"
दीप्ति ने डेब्यू कर रही अंजलि सरवानी की भी प्रशंसा की। अंजलि भारत के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बाएं हाथ की तेज़ गेंदबाज़ बनी और उन्हें विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपने चार ओवरों में केवल 27 रन दिए।
दीप्ति ने उनके बारे में कहा, "मैंने घरेलू क्रिकेट में उनका सामना किया है। [सीनियर महिला टी20 ट्रॉफ़ी] फ़ाइनल में मैं बंगाल के लिए खेल रही थी और वह रेलवेज़ के लिए। वह अच्छी गति से गेंद को इनस्विंग करवाती हैं और ऐसे में दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को बीट करना आसान नहीं होता। आज उनका डेब्यू था लेकिन उन्होंने बड़े आश्वस्त तरीक़े से गेंदबाज़ी की। वह हर पड़ाव में गेंदबाज़ी करने के लिए तैयार दिखीं और यह एक बहुत अच्छी चीज़ थी।"
एस सुदर्शनन ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।