विग्नेथ पुथुर : अंग्रेज़ी साहित्य से ग्रेज़ुएट और एक ऑटो ड्राइवर का बेटा, जिसे गेंद को फ़्लाइट कराना बहुत पसंद है
MI के इस युवा स्पिनर ने अपने पहले ही मैच में तीन विकेट लेकर सबको प्रभावित किया है
नागराज गोलापुड़ी
28-Mar-2025

विकेट लेने के बाद टीम के साथियों के साथ विग्नेश पुथुर • AFP/Getty Images
सुनील पुथुर इस सप्ताह सोमवार से बुधवार तक काम पर नहीं गए। उनको अपनी पत्नी बिंदु के साथ पेरिंतलमन्ना स्थित अपने घर में ही रूकना पड़ा, जो कि उत्तर मध्य केरल के मलप्पुरम जिले का एक छोटा सा क़स्बा है। राज्य और स्थानीय पत्रकारों ने उनके घर को घेर लिया था, क्योंकि उनके बेटे विग्नेश पुथुर ने मुंबई इंडियंस (MI) के लिए IPL 2025 के अपने डेब्यू मैच में ही चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ तीन विकेट लेकर कमाल कर दिया था।
बुधवार को फ़ोन पर ESPNcricinfo से बात करते हुए सुनील ने कहा, "हमारे घर पर सुबह सात बजे से शाम तक स्थानीय मीडिया कर्मियों की भीड़ लगी रही।" वे अपनी भावनाओं को मीडिया कर्मियों से व्यक्त करके बहुत ख़ुश थे। इस दौरान उनकी आंखें एक से अधिक बार भर भी आईं।
एक दशक पहले सुनील ने अपने बिस्किट की एजेंसी बंद कर दी और ऑटो रिक्शॉ चलाने लगे ताकि उनको अपने बेटे को क्रिकेट ट्रेनिंग के लिए पहुंचाने-लाने में अतिरिक्त प्रयास ना करना पड़े।
सुनील बताते हैं, "वह मेरा इकलौता बेटा है और मैं उसको सपोर्ट करने में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता था। मैं उसके क्रिकेट खेलने के निर्णय का पूरा समर्थक था।"
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जब विग्नेश दस साल के थे तो उनका एक दोस्त उन्हें पेरिंतलमन्ना क्रिकेट एकेडमी ले गया, जो कि CG विजयकुमार के द्वारा चलाया जाता है। विजयकुमार ने मुंबई स्थित प्रसिद्ध कोच वासु परांजपे से कोचिंग सीखी है। विजयकुमार ने देखा कि विग्नेश काफ़ी तेज़ी से चीज़ों को सीख रहे हैं।
विजयकुमार ने बताया, "उसका मूवमेंट बहुत स्वाभाविक था। एक ही साल में उसने अच्छी धीमी गुगली गेंद डालना सीख लिया था।"
तब विग्नेश 14 साल के थे और फिर उन्होंने केरला क्रिकेट एसोसिएशन की एकेडमी ज्वाइन कर ली। इसके बाद उन्होंने केरल के लिए अंडर-14, अंडर-19 और अंडर-23 क्रिकेट खेला। हालांकि उन्हें अभी भी केरल की सीनियर टीम के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू करना बाक़ी है।
विग्नेश को MI के स्काउट TA सेकर ने तिरवनंतपुरम में खेलते हुए देखा था और उन्हें ट्रायल के लिए बुलाया।
BCCI
ट्रायल पर विग्नेश ने मुंबई की लीडरशिप ग्रुप को प्रभावित किया और फिर नीलामी में उन पर 30 लाख रूपये की बोली लगी।
बाएं हाथ की कलाईयों की स्पिन एक दुर्लभ कला और बल्लेबाज़ों के लिए रहस्य है और कुलदीप यादव ने दिखाया है कि इस कला के दम पर अंतर्राष्ट्रीय व IPL स्तर पर बड़े मैच जीते जा सकते हैं। IPL 2023 के दौरान MI ने हरियाणा के एक ऐसे ही बाएं हाथ के कलाईयों के स्पिनर राघव गोयल को अपने दल में चुना था, लेकिन वह सिर्फ़ एक ही मैच खेल पाए थे।
सेकर ने विग्नेश के बारे में बात करते हुए बताया, "विग्नेश का ऐक्शन बहुत कमाल है और वह गेंद को फ़्लाइट कराने के साथ-साथ उसे दोनों तरफ़ स्पिन भी करा लेते हैं। उनके पास अच्छी तकनीक और वैरिएशन है और यही देखकर मैंने उन्हें ट्रायल के लिए चुना था।"
24 साल के विग्नेश को MI ने इस साल की शुरूआत में SA 20 के नेट बॉलर के रूप में साउथ अफ़्रीका भेजा था, ताकि वह अपनी स्किल को सुधार सकें। IPL 2025 के पहले विग्नेश ने नवी मुंबई में DY पाटिल T20 टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया। ये दोनों अनुभव निश्चित ही विग्नेश के IPL डेब्यू में काम आया होगा।
MI भले ही यह मैच हार गया हो, लेकिन विग्नेश ने ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे और दीपक हुड्डा जैसे अंतर्राष्ट्रीय नामों का शिकार किया और मैच के बाद MS धोनी ने स्वयं उनका कंधा थपथपाया।
अंग्रेज़ी साहित्य में MA कर रहे विग्नेश के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वह डेब्यू मैच में ना दबाव में आए और ना ही खचाखच भरे चेपॉक स्टेडियम में वह किसी भी स्तर पर अभिभूत या घबराए हुए दिखे बल्कि वह पूरी तरह से कॉन्फ़िडेंट थे और जो कर रहे थे, उसके प्रति आश्वस्त थे।
सेकर ने भी यही देखा। वह कहते हैं, "अपने पहले ही मैच में, इतनी बड़ी भीड़ के सामने उन्होंने अपने आपको बनाए रखा और बल्लेबाज़ों को हवा में चकमा दिया।"
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विजयकुमार और विग्नेश के माता-पिता ने बताया कि विग्नेश एक शांत इंसान हैं और उन्हें अपना ख़ुद का ही साथ पसंद है।
सुनील अपने बेटे को MI फ़्रैंचाइज़ी में ही आगे बढ़ते देखना चाहते हैं क्योंकि उनके मुताबिक MI बहुत अच्छी टीम है।
Sajan Nair के इनपुट के साथ
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं