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कोहली ने RCB की सफ़लता के बारे में कहा - 'हमें वही टीम मिली जो हम चाहते थे'

IPL 2025 में पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद कोहली ने इस सीज़न RCB की टीम के बारे में काफ़ी कुछ बताया है

"मुझे नहीं पता कि यह अवार्ड मुझे क्यों दिया गया…"
PBKS के ख़िलाफ़ 54 गेंदों में 73 रन बनाने के बाद विराट कोहली ने यह बात कही। यह उनका रिकॉर्ड 67वां IPL अर्द्धशतक था। इस पारी की बदौलत उन्होंने RCB को न्यू चंडीगढ़ में पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ लगातार पांचवीं जीत दिलाई। यह जीत तब आई जब 36 घंटे पहले ही PBKS ने RCB को उनके घर में हाराया था।
कोहली ने कहा कि यह अवॉर्ड देवदत्त पडिक्कल को मिलता तो उन्हें अच्छा लगता। पड़िक्कल दो शांत सीज़नों के बाद इस बार अच्छी लय दिखा रहे हैं।
RCB के 158 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले ही ओवर में फ़िल सॉल्ट आउट हो गए, लेकिन कोहली और पड़िक्कल ने 103 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की ओर ले गए। पड़िक्कल ने आक्रामक भूमिका निभाई और 35 गेंदों में 61 रन बनाए। यह उनका इस सीज़न का पहला अर्द्धशतक था - जो मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ 37 रन और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 27 रन जैसी पारियों की आक्रामकता पर आधारित थी, जहां उन्होंने सॉल्ट के जल्दी आउट होने के बाद दबाव को कम करने का काम किया था।
कोहली ने पडिक्कल की आक्रामकता की तारीफ़ करते हुए कहा, "ऐसे कई मौके आए जब मुझे लगा कि मुझे और तेज़ खेलना चाहिए, लेकिन मुझे समझना पड़ा कि अगर सॉल्टी शुरुआत नहीं कर पाए, तो मेरा रोल होता है कि मैं बाक़ी बल्लेबाज़ों को उनके नैसर्गिक खेल खेलने दूं।"
"मैंने अपना अनुभव इस्तेमाल किया। ऐसा हो सकता है कि मैं टिक कर खेल रहा था, इसी कारण से देव ऐसा खेल पाए। साथ ही रजत [पाटीदार] भी मेरे साथ वैसे ही खेलें। मैं कोशिश करता हूं कि क्रीज़ पर देर तक टिकूं ताकि बाक़ी बल्लेबाज़ों को ये भरोसा रहे कि मैं एक छोर संभाले हुए हूं, और ज़रूरत पड़ी तो मैं तेज़ी से रन भी बना सकता हूं।"
रविवार की दोपहर RCB ने सात गेंद शेष रहते जीत दर्ज की। इस मैच में ऐसा लगा जैसे वे इससे भी पहले मैच ख़त्म कर सकते थे। कोहली ने बताया कि पिच और हालात ने उनके संयमित रहने पर मज़बूर किया।
उन्होंने कहा, "हमेशा यह लालच रहता है कि जैसे चल रहा है वैसे ही चलते रहे। लेकिन मुझे लगता है कि हालात को समझना ज़रूरी है, जो कि हम अपने घरेलू मैदान पर सही से नहीं कर पाए। पहले दो मैचों [बेंगलुरु में] से हमने बहुत कुछ सीखा, पिछला मैच कम ओवरों का कर दिया गया था, तो वहां हमें तेज़ शुरुआत करनी पड़ी। लेकिन जब आप किसी नई जगह आते हैं, जैसे कि राजस्थान, तो आपको पिच का विश्लेषण करना होता है, हालात देखनी होती है और फिर अच्छी साझेदारी बनाने की कोशिश करनी होती है।"
"T20 क्रिकेट में अच्छे रन-चेज़ के लिए एक साझेदारी काफ़ी होती है। मैं उन परिस्थितियों में अपना अनुभव इस्तेमाल करता हूं ताकि लंबी साझेदारियां बना सकूं और ज़रूरत पड़ी तो तेज़ रन बनाऊं। लेकिन मेरे लिए ज़रूरी है कि मैं अपने आसपास के खिलाड़ियों की ताक़त को समझूं और उन्हें विपक्षी टीम से मैच छीनने का अवसर दूं, ये जानते हुए कि मैं एक छोर संभाले हुए खड़ा हूं। यही रणनीति हमारे लिए काम कर रहा है।"
इस जीत के साथ RCB अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है, जहां चार अन्य टीमें भी 10 अंकों पर हैं । जब कोहली से पूछा गया कि क्या इस बार के सीज़न में कुछ अलग महसूस हो रहा है तो कोहली ने एक " अच्छी नीलामी" और निचले क्रम की गहराई को टीम की सफलता का कारण बताया।
उन्होंने कहा, "हमें वही टीम मिली जो हम चाहते थे। पहले दिन सभी घबरा रहे थे, लेकिन ये लोग [टीम प्रबंधन] बहुत संयमित थे। उन्हें पता था कि उन्हें किसे टीम में लेना है। और अगर आप देखें टिम डेविड, जितेश शर्मा, रजत का शानदार खेल, [लियम] लिविंगस्टोन का टीम में आना, सॉल्टी का फ़ॉर्म में रहना, देव का नंबर 3 पर कमाल का रोल निभाना...
"सब कुछ बहुत अच्छे से चल रहा है और अब रोमारियो [शेफर्ड] के आने से हमारे पास पारी के अंत में और भी ज़्यादा ताक़त आ गई है। अब हमारे पास दो ऐसे खिलाड़ी हैं जो 18 गेंदों में 10 छक्के मार सकते हैं। ये पहले के सीज़न में नहीं था।
"अगर आप पिछले कुछ सीज़न देखें, तो टॉप ऑर्डर को ही ज़्यादातर रन बनाने पड़ते थे। लेकिन इस बार लगता है कि अगर कोई आउट भी हो जाता है, जैसे चेन्नई में हुआ, तो बाक़ी खिलाड़ी उस लय को बनाए रखते हैं।
"टीम बहुत संतुलित लग रही है। खिलाड़ी टीम के लिए प्रदर्शन करने को बेताब हैं। आप मैदान पर वह तीव्रता देख सकते हैं। शरीर की भाषा में भी एक जोश नज़र आता है, जिस तरह से वे खुद को मैदान पर झोंकते हैं।"
RCB के अगले तीन में से दो मुकाबले घरेलू मैदान पर हैं, जहां वे अब तक नहीं जीते हैं। अगला मैच 24 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ है।

Shashank Kishore is a senior correspondent at ESPNcricinfo