इशान किशन ने भले ही एक सप्ताह पहले ही टेस्ट डेब्यू किया हो, लेकिन उनके ऊपर एक बड़ी ज़िम्मेदारी है। वह ज़िम्मेदारी है
ऋषभ पंत की कमी को पूरा करने की, जो बेहद कम समय में ही कम से कम टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक मैच विजेता खिलाड़ी बनकर उभरे थे। हालांकि पिछले साल के अंत में हुई दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना के कारण उनके क्रिकेटिंग करियर पर एक छोटा सा विराम लगा है और फ़िलहाल वह इससे उबरने की प्रक्रिया में हैं।
जहां वनडे और टी20 में पंत की जगह को इशान और संजू सैमसन ने लिया है, वहीं टेस्ट क्रिकेट में यह ज़िम्मेदारी केएस भरत को दी गई थी। हालांकि भरत को पांच टेस्ट देने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन को लगा कि एकादश में उस इंपैक्ट की कमी है, जो पंत टीम में लाते हैं। कई क्रिकेट पंडितों ने इशान को पंत का बेहतर विकल्प माना। इसके कई कारण थे, मसलन- दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं और दोनों आक्रामक ढंग से बल्लेबाज़ी कर कभी भी खेल को अपनी टीम के पक्ष में ला सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने तो किशन को सीधे डब्ल्यूटीसी के फ़ाइनल में डेब्यू कराने की बात कह दी क्योंकि वह टीम में एक 'एक्स फ़ैक्टर' लाते हैं। हालांकि इंग्लैंड में तो ऐसा नहीं हुआ, लेकिन जब भारतीय टीम वेस्टइंडीज़ पहुंची तो इशान को डेब्यू कैप दिया गया।
पहले टेस्ट में जहां इशान अपना ख़ाता खोलने के लिए संघर्षरत दिखें, वहीं
दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान उन्होंने अपना इंपैक्ट रूप दिखाया। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा द्वारा तेज़ शुरुआत देने के बाद पारी की तेज़ी को बरक़रार रखने के लिए इशान को प्रमोशन देकर नंबर चार पर उतारा गया। इशान ने भी इस मौक़े का पूरा फ़ायदा उठाते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने 34 गेंदों में 153 के स्ट्राइक रेट से 52 रन बनाए, जिसमें चार चौके और दो लगातार छक्के शामिल थे।
उन्होंने एक हाथ से लांग ऑन पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया, जिससे कॉमेंटेटर्स सहित सभी क्रिकेट फ़ैंस को पंत की याद आ गई, जो अक्सर ऐसा करते थे। दिन के खेल के बाद इशान ने इस अर्धशतक का श्रेय पंत को भी दिया।
उन्होंने कहा, 'मैं वेस्टइंडीज़ आने से पहले एनसीए में था। वहां पंत भी रिहैब पर थे। उन्होंने मुझे टेस्ट क्रिकेट में बैट पोजिशन और बल्लेबाज़ी के कुछ अन्य तकनीकी पहलूओं पर काम करने के लिए कहा। वह मुझे लंबे समय से जानते हैं। हम दोनों इंडिया अंडर-19 और जूनियर क्रिकेट से एक साथ खेल रहे हैं। मुझे भी कोई ऐसा चाहिए था, जो मुझे अपनी बल्लेबाज़ी सुधारने के बारे में कुछ बताए। मुझे उनसे बात कर के बहुत अच्छा लगा और मैं इस पारी के लिए उनका शुक्रगुजार रहूंगा।"
इशान की फ़्रैंचाइज़ी टीम मुंबई इंडियंस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके बताया है कि वह ना सिर्फ़ पंत के दिए गए टिप्स बल्कि उनके बल्ले के साथ खेल रहे थे। इशान ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान पंत के बल्ले का उपयोग किया, जिस पर RP17 लिखा हुआ है।