मुंबई इंडियंस के मालिक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने गुरुवार दोपहर वर्चुअल नीलामी जीतने के बाद ओवल इनविंसिबल्स में 49% हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी कर ली है। RIL अब निलामी के एक विशेष दौर में प्रवेश करेगा, जिसमें वह सरे, ECB और उनके वित्तीय सलाहकारों के साथ समझौतों पर बातचीत करेगा, इससे पहले कि सौदा पूरा हो।
RIL ने जो बोली जीती है, उससे फ्रेंचाइज़ी का 100% मूल्यांकन लगभग ₹1,32,75,39,000 (123 मिलियन पाउंड) आंका गया है, जिसका अर्थ है कि RIL अपनी 49% हिस्सेदारी के लिए लगभग ₹64,83,16,700 (60 मिलियन पाउंड से अधिक) का भुगतान करेगी। ECB ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की और अगले सप्ताह तक विजेता बोलीदाताओं या उनके मूल्यांकन की घोषणा की उम्मीद नहीं है। सरी ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।
ESPNcricinfo को जानकारी मिली है कि RIL ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और एडोबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से जुड़े सिलिकॉन वैली टेक समूह और निजी इक्विटी फर्म CVC से मुक़ाबला जीतकर यह सौदा हासिल किया। पुरुषों के हंड्रेड में दो बार के डिफेंडिंग चैंपियन 'द इनविंसिबल्स' ECB की बिक्री प्रक्रिया के अंतिम दौर में बेची जाने वाली पहली टीम बनी है।
इस सौदे से दो बड़े ब्रांड एक साथ आएंगे- मुंबई इंडियंस को IPL की सबसे ताक़तवर फ्रेंचाइज़ी माना जाता है, जबकि सरी इंग्लैंड का सबसे अमीर काउंटी क्लब है। इनविंसिबल्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (RIL) द्वारा संचालित छठी टीम बन जाएगी, जिसमें मुंबई इंडियंस (IPL और WPL), MI न्यूयॉर्क (MLC), MI केपटाउन (SA20) और MI एमिरेट्स (ILT20) पहले से शामिल हैं।
अंबानी परिवार के स्वामित्व वाली RIL का नाम पहले हंड्रेड लीग में लॉर्ड्स स्थित 'लंदन स्पिरिट' टीम की हिस्सेदारी खरीदने से जोड़ा जा रहा था, लेकिन बिक्री प्रक्रिया के दौरान उनका ध्यान इनविंसिबल्स की ओर चला गया। हंड्रेड की निजीकरण प्रक्रिया के तहत ECB प्रत्येक टीम के मेजबान स्थल को 51% हिस्सेदारी मुफ्त में देगा, जिसमें से कुछ हिस्से को बेचने का विकल्प भी था। हालांकि, ESPNcricinfo की रिपोर्ट के अनुसार, सरी ने अपना नियंत्रण बनाए रखने का फै़सला किया है और वह अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेंगे।