शीर्ष के टी20 लीगों में बने रहने के लिए पीएसएल बढ़ाएगा सैलरी
9 फ़रवरी 2023 से शुरू होने वाली लीग के लिए पीसीबी और पीएसएल फ़्रैंचाइज़ी के बीच नीलामी के लिए होगी चर्चा
उमर फ़ारूक़
02-Sep-2022
इस बार बड़े पैमाने पर पीएसएल आयोजित कराना चाहता है पीसीबी • PSL
सर्किट पर दो नई बड़ी टी20 लीग के आने की वजह से पीएसएल अपनी वेतन सीमा में वृद्धि करना चाहता है, जिससे आईएलटी 20 और एसए 20 के प्रभाव से निपटा जा सके। पीसीबी ने आगामी सीज़न के लिए खिलाड़ियों के अधिग्रहण के लिए एक ड्राफ्ट और नीलामी के लिए हाइब्रिड मॉडल का भी प्रस्ताव दिया है, हालांकि ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि बोर्ड के सामने लाने से पहले फ़्रैंचाइज़ी इस बारे में स्पष्टता चाहती हैं।
शुक्रवार को हुई पीएसएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद, पीसीबी ने पीएसएल के नौ फ़रवरी 2023 से शुरू होने की घोषणा की, यह टूर्नामेंट 19 मार्च तक चलेगा। इसका मतलब है कि पीएसएल मध्य फ़रवरी में शुरू होगा और यूएई में होने वाली आईएलटी20 और साउथ अफ़्रीका 20 की शुरुआत कब होगी इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। इसका मतलब है कि पीएसएल और अन्य लीगों के बीचों में बेहद ही कम समय का अंतर होगा।
पीएसएल में चार स्थानों का उपयोग होगा जैसे 2020 में हुआ था। पिछले साल कोविड -19 के कारण लीग को लाहौर और कराची में कराया गया था, इस बार रावलपिंडी और मुल्तान को इसमें जोड़ा गया है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के पाकिस्तान दौरे की वजह से पीएसएल पिछले साल जनवरी में शुरू हुआ था, लेकिन 2023 में पीएसएल का अगला सीज़न नौ फ़रवरी से पहले शुरू नहीं हो पाएगा। वैसे पीएसएल का पहला सीज़न भी नौ फ़रवरी से शुरू हुआ था।
शुक्रवार की हुई गवर्निंग काउंसिल की बैठक नौ महीनों में पहली थी। चर्चा का केंद्रीय बिंदु खिलाड़ी चयन के लिए हाइब्रिड मॉडल था। कुछ फ़्रैंचाइज़ी मालिक इस बदलाव से असहमत थे क्योंकि यह चार रिटेंशन और चार राउंड की नीलामी की अनुमति पर आधारित था, शेष 12 खिलाड़ियों को ड्राफ़्ट प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया था। वैसे वेतन सीमा को वर्तमान 950,000 डॉलर (लगभग 7 करोड़) से बढ़ाकर 1.5 मिलियन डॉलर (लगभग 11 करोड़) करने का भी एक प्रस्ताव है, लेकिन इसके बारे में चर्चा तब नहीं हुई जब फ़्रैंचाइज़ी प्रतिनिधियों ने नीलामी की संरचना और वेतन कैप पर ध्यान केंद्रित किया।
किसी भी मामले में चार स्थानों पर खेलने से उनके खर्च में वृद्धि होगी। साथ ही साथ प्रसारण-उत्पादन में लागत भी बढ़ेगी, जो अंततः फ़्रैंचाइज़ी के लिए मुश्किल बढ़ा सकती है। पहले से ही पाकिस्तान के लिए आर्थिक रूप से कठिन समय है। उस माहौल में वेतन सीमा का विस्तार करना कोई सही काम नहीं है, क्योंकि मुख्य पीएसएल राजस्व धाराएं पिछले साल बहु-वर्षीय सौदों के लिए बंद थीं और फ़ैंचाइज़ी ने अगले तीन वर्षों के लिए केंद्रीय पूल से अपना रिटर्न तय किया है। हाइब्रिड मॉडल और वेतन सीमा पर आगे चर्चा करने के लिए बोर्ड और फ़्रैंचाइज़ी के एक सप्ताह के भीतर फिर से मिलने की उम्मीद है।
उमर फ़ारूक़ ESPNcricinfo में पाकिस्तान के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।