राहुल द्रविड़: RR के पास अब अधिक ग़लती करने की गुंजाइश नहीं
द्रविड़ के मुताबिक़ नए खिलाड़ियों के परिस्थितियों को नहीं पढ़ पाने के कारण टीमों को मिल रही घरेलू मैदान पर कम जीत
Rahul Dravid ने कहा कि अब उनकी टीम कोई ग़लती नहीं कर सकती • Rajasthan Royals
मोहम्मद सिराज, केएल राहुल और युजवेंद्र चहल - एक के बाद एक पूर्व RCB खिलाड़ी IPL 2025 में बेंगलुरु लौटे हैं और अपनी पुरानी टीम को हराने में भूमिका निभाई है। अब निगाहें राहुल द्रविड़ पर हैं।
RCB के पहले कप्तान, जो अब राजस्थान रॉयल्स (RR) के डगआउट से टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं, घर लौटे हैं और उनके कंधों पर एक लड़खड़ाते अभियान को संभालने की ज़िम्मेदारी है। RR ने आठ में से सिर्फ दो मैच जीते हैं और वे लगातार चार मैच हार चुके हैं।
RR के कोच द्रविड़ ने बुधवार को हंसते हुए कहा, "क्या हमारे पास पिछली बार का कोई RCB खिलाड़ी है? उसे तुरंत प्लेइंग इलेवन में डाल दो!" शायद वो पल भर के लिए भूल गए कि वानिंदु हसरंगा और शिमरोन हेटमायर भी कभी RCB का हिस्सा रह चुके हैं। हसरंगा 2022 में उनके प्लेऑफ़ तक पहुंचने में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे।
द्रविड़ ने कहा, "नहीं, बिल्कुल नहीं, यार। मैं इसे उस नजरिए से नहीं देखता, सच कहूं तो। हम बस अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हमें पता है कि टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अच्छा खेलना जरूरी है। मुझे पता है कि हमने पिछले कुछ मैच क़रीब से गंवाए हैं, लेकिन हमने अच्छा क्रिकेट भी खेला है। यह उन टूर्नामेंट्स में से है जहां कुछ गेंदें इधर-उधर हो जाएं तो आपकी स्थिति बिल्कुल अलग हो सकती है, लेकिन आपको उन अहम मौक़ों पर अच्छा खेलना होता है।"
द्रविड़ ने जिन दो क़रीबी मैचों का ज़िक्र किया, उनमें RR को दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ आख़िरी ओवर में जीत के लिए सिर्फ नौ रन चाहिए थे और उनके पास कई विकेट भी थे। पहला मैच सुपर ओवर में और दूसरा दो रन से हार गए।
चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिचें इस सीज़न में बल्लेबाज़ों के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं। RCB ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 169/8, 163/7 और एक 14 ओवर के मैच में 95/9 का स्कोर बनाया है, और ये तीनों घरेलू मैच हार गए हैं।
द्रविड़ ने ऐसी पिचों पर बल्लेबाज़ी की रणनीति के बारे में कहा, "मेरा मतलब है, आपको चाहे कुछ भी हो जाए, जाना ही पड़ेगा, यह तो तय है। लेकिन मुझे लगता है कि हर पिच अलग होती है। पिछले मैच की पिच काफ़ी समय तक कवर के नीचे थी, ग्राउंड्समैन से बात करके यह समझ में आया, इसलिए वह एक बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता।
"जो पिच मैं यहां देख रहा हूं, कम से कम जैसा मैं देख पा रहा हूं, यह एक अच्छी क्रिकेट पिच लग रही है। इसलिए मैं पिछली पिचों के बारे में कुछ नहीं कह सकता। लेकिन जो ट्रैक इस बार तैयार हुआ है वह एक हाई स्कोरिंग मैच के लिए उपयुक्त लगता है।"
"जैसा मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए बहुत अहम मैच है। अब जहां हम खड़े हैं, वहां से हमें कोई ग़लती नहीं करनी है। हमें जल्दी से जल्दी मैच जीतना शुरू करना होगा, और पॉइंट्स टेबल में ऊपर चढ़ना होगा। अब कोई विकल्प या चूक की गुंजाइश नहीं है।"
द्रविड़ से पूछा गया कि इस सीज़न घरेलू मैदानों पर टीमों के संघर्ष के बारे में वह क्या सोचते हैं। इस सीज़न में सिर्फ गुजरात टाइटंस, DC और मुंबई इंडियंस ने घर में अधिक मैच जीते हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि कुछ ख़ास फ्रेंचाइज़ियां अपने क्यूरेटर से या पिचों से क्या चाहती थीं। लेकिन हां, मुझे लगता है कि घरेलू फ़ायदा, आम तौर पर, टीमें भी नई हैं, है ना? यह बड़ी नीलामी का पहला साल है, तो बहुत से खिलाड़ी, भले ही वे आपकी टीम के हों, पहली बार उन मैदानों पर खेल रहे हैं।
"जैसे RCB में फ़िल सॉल्ट पहले KKR में थे और अब पहली बार यहां आए हैं। नितीश राणा, जो पहले हमारे साथ नहीं थे, अब हमारे लिए खेल रहे हैं, तो उनके लिए जयपुर भी एक तरह से नया मैदान है।
"तो शायद कभी-कभी, जब एक बड़ी नीलामी होती है और टीमों में बदलाव होता है, तो घरेलू फ़ायदा इतना बड़ा नहीं रह जाता। लेकिन शायद जब आप सीज़न में आगे पहुंचते हैं, तो इसका असर थोड़ा ज्यादा दिखता है क्योंकि तब आपके खिलाड़ी उस पिच पर ज़्यादा अभ्यास और मैच खेल चुके होते हैं, मुक़ाबले विपक्षी टीम के।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo के वरिष्ठ संवाददाता हैं