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एसजेएन रिपोर्ट में ख़ुलासा : सीएसए ने नस्ल के आधार पर खिलाड़ियों से किया भेदभाव

235 पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रैम स्मिथ, मार्क बाउचर और एबी डीविलियर्स सभी पूर्वाग्रही आचरण में लिप्त थे

Mark Boucher's current contract runs until the originally scheduled end of the 2023 World Cup

मार्क बाउचर ने स्वीकार किया कि वह उन लोगों में से थे जिन्होंने एक गाना गाया था जिसमें पॉल ऐडम्स के ख़िलाफ़ एक गाली भी शामिल थी  •  Getty Images

सामाजिक न्याय और राष्ट्र-निर्माण (एसजेएन) आयोग की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेट साउथ अफ़्रीका में खिलाड़ियों के साथ नस्ल के आधार पर भेदभाव किया गया है। 235 पन्नों की सीएसए को सौंपी गई रिपोर्ट में लोकपाल दुमिसा नत्सेबेजा ने निष्कर्ष निकाला कि पूर्व कप्तान और वर्तमान निदेशक ग्रैम स्मिथ , मौजूदा प्रमुख कोच मार्क बाउचर और पूर्व बल्लेबाज़ एबी डीविलियर्स सभी पूर्वाग्रही आचरण में लिप्त थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नस्ल और लिंग आधारित शिकायतों से निपटने के लिए सीएसए के पास एक स्थायी लोकपाल की नियुक्ति, उनका वित्त पोषण और संसाधन देने का अधिकार है। इसके अलावा सीएसए को एक गुमनाम शिकायत नीति भी बनाना है। लेकिन यह उन लोगों के पुनर्मूल्यांकन के लिए कोई विचार नहीं करता, जिनके साथ ग़लत तरीक़े से भेदभाव किया गया है।
मार्क बाउचर और पॉल ऐडम्स
ऐडम्स ने कहा था कि उन्हें बाउचर और राष्ट्रीय टीम के दूसरे साथियों ने गाली देकर संबोधित किया था, जिसे बाउचर ने स्वीकार किया कि वह उन लोगों में से थे जिन्होंने एक गाना गाया था जिसमें गाली शामिल थी। बाउचर ने माफ़ी मांगी और समझाया कि रंगभेद के बाद टीम की गतिशीलता के लिए श्वेत खिलाड़ी तैयार नहीं थे। लोकपाल ने पाया कि बाउचर की प्रतिक्रिया ने उनकी टिप्पणियों में "नस्लवादी उपक्रमों की संवेदनशीलता और समझ की कमी" का ख़ुलासा किया।
यह रिपोर्ट उस कानून का हवाला देती है जिसमें नस्लीय गालियां देने वालों को अभद्र भाषा का दोषी पाया गया है और इसमें कहा गया है कि बाउचर "विविधता और परिवर्तन प्रशिक्षण से नहीं गुज़रे हैं" और वह "विविधता और परिवर्तन के प्रति उदासीन है।"
ग्रैम स्मिथ और थामी सोलेकिले
2012 में बाउचर के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सोलेकिले का टीम में चयन न होना इसकी एक बड़ी वजह मानी गई है, उस समय, इंग्लैंड के ख़िलाफ़ श्रृंखला के अंत में सोलेकिले के साथ सीएसए ने क़रार किया था और उम्मीद थी कि वह टीम का हिस्सा रहेंगे। हालांकि, बाउचर का करियर इंग्लैंड दौरे की शुरुआत में एक आंख की चोट के कारण ख़त्म हो गया था, और फिर डीविलियर्स ने 2014 तक विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी संभाली, इसके बाद फिर क्विटंन डिकॉक ने डेब्यू किया।
रिपोर्ट में कहा गया है, "पैनल का निर्णय पूरी तरह से तर्कहीन था और प्रणालीगत नस्लवाद के स्पष्ट संकेत दिखाता है। सीएसए, मिस्टर ग्रैम स्मिथ और उस समय के कुछ चयनकर्ताओं ने मिस्टर सोलेकिले और इस समय के कई अश्वेत खिलाड़ियों के साथ कई मायनों में नाइंसाफ़ी की है।"
एबी डीविलियर्स और खाया ज़ॉन्डो प्रकरण
खाया ज़ॉन्डो साउथ अफ्रीका की उस एकदिवसीय टीम का हिस्सा थे, जिसने 2015 में भारत का दौरा किया था, लेकिन उन्हें खेलने का मौक़ा नहीं मिला था। जबकि जेपी डुमिनी श्रृंखला के अंतिम मैच के लिए चोटिल हो गए थे। इसके बावजूद उनकी जगह, डीन एल्गर, जो टेस्ट टीम का हिस्सा थे, उन्हें बुलाया गया और उस मैच में खिलाया गया। एसजेएन को दी गई गवाही में, उस समय दौरे पर चयनकर्ता रहे हुसैन मनैक ने कहा कि तब तत्कालीन एकदिवसीय कप्तान एबी डीविलियर्स ने एल्गर को चुनने के लिए दबाव डाला था।
चयन संयोजक लिंडा ज़ोंडी निर्णय में शामिल नहीं थे क्योंकि वह दौरे पर नहीं थे, और डीविलियर्स द्वारा तत्कालीन सीईओ हारून लोर्गट के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बाद भी उनसे सलाह नहीं ली गई थी।
लोकपाल ने पाया कि डीविलियर्स ने ज़ोंडी से पहले लोर्गट से बात करके राष्ट्रीय चयन नीति की धज्जियां उड़ा दीं और उन्होंने ऐसा "सिर्फ़ यह सुनिश्चित करने के लिए किया कि एक अश्वेत खिलाड़ी को टीम में नहीं रखा जाए। रिपोर्ट में ये भी लिखा है, "एकमात्र उचित निष्कर्ष यह है कि मिस्टर डीविलियर्स ने नस्लीय आधार पर मिस्टर ज़ोंडो के साथ ग़लत तरीके से भेदभाव किया।"
इस रिपोर्ट के जवाब में डीविलियर्स ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, " मैंने भी इस खेल में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए क्रिकेट साउथ अफ्रीका के सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया के उद्देश्यों का पूर्ण समर्थन किया था। अपने पूरे करियर में, मैंने पूरी ईमानदारी दिखाई है मैं जो मानता था उसके आधार पर टीम के लिए सबसे अच्छा था, मैंने कभी किसी को उसके नस्ल या रंग के आधार पर नहीं देखा, यही सच है।"

फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउत अफ़्रीकी संवाददाता हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन ने किया है।