मैच (9)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
IPL (2)
BAN vs ZIM (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (2)
ख़बरें

जानिए कौन हैं अनिकेत वर्मा, पढ़िए उनके संघर्ष और सफ़लता की कहानी

23 साल के अनिकेत ने काफ़ी कम समय में ही किया है सभी को प्रभावित

Aniket Verma goes on the attack, Sunrisers Hyderabad vs Lucknow Super Giants, IPL 2025, Hyderabad, March 27, 2025

Aniket Verma ने दिखाई अपनी पावरहिटिंग  •  BCCI

अनिकेत वर्मा का जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उनकी सफलता यह साबित करती है कि अग़र इरादे मज़बूत हों, तो कोई भी मुश्किल रास्ते में नहीं आ सकती। हम यहां बात कर रहे हैं सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में शामिल 23 साल के ऑलराउंडर अनिकेत की जिन्हें नीलामी में 30 लाख रूपये में ख़रीदा गया था। सीज़न के पहले मैच में उनकी बल्लेबाज़ी जब आई तब केवल 10 गेंद शेष थे। दूसरी ही गेंद पर छक्का लगाने के बाद तीसरी गेंद पर कैच आउट हुए थे।
हालांकि, लखनऊ सुपर जॉयंट्स के ख़िलाफ़ उन्हें आठ ओवर खेलने का मौक़ा मिला। अपनी दूसरी ही गेंद पर उन्होंने रवि बिश्नोई को लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का मारा। इसके बाद उन्होंने बिश्नोई के अगले ओवर में लगातार दो छक्के मारा और दोनों ही सामने की ओर स्टैंड में गए। दिग्वेश राठी को भी दो छक्के लगाने के बाद वह तीसरा छक्का मारने के प्रयास में कैच आउट हुए। 13 गेंदों में 36 रनों की पारी के दौरान उन्होंने पांच छक्के जड़ दिए।
भोपाल में एक कोच नंदजीत के पास जाकर अनिकेत को वह अवसर मिला जिसकी उन्हें सख़्त जरूरत थी। कोच नंदजीत ने न सिर्फ उन्हें ट्रेनिंग दी, बल्कि अपने घर में रहने की भी जगह दी। ये एक ऐसा मौक़ा था जो अनिकेत के लिए किसी आशीर्वाद से कम नहीं था। कोच के समर्थन से अनिकेत ने क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम बनाने की शुरुआत की।
एमपी प्रीमियर लीग ने अनिकेत को एक ऐसा प्लेटफार्म दिया जिस पर उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और जुनून का सबूत दिया। एमपी प्रीमियर लीग के एक मैच में अनिकेत ने केवल 32 गेंदों में 13 छक्के लगाते हुए शतक जड़ दिया। यह कारनामा क्रिकेट की दुनिया में उनकी ताकत और क्षमता का परिचय था। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। टूर्नामेंट के छह मैचों में उन्होंने 195 की स्ट्राइक रेट और 54.6 की औसत से सबसे अधिक 273 रन बनाए। अनिकेत ने ही सबसे अधिक 25 छक्के भी लगाए थे।
इस प्रदर्शन के बाद उन्हें कई फ़्रेंचाइजियों ने ट्रॉयल के लिए बुलाया था। हालांकि, उन्हें SRH के ट्रॉयल से सबसे अधिक उम्मीदें थीं क्योंकि उनके हिसाब से वह ट्रॉयल सबसे अच्छा रहा था। नीलामी में जब उन्हें SRH ने ख़रीदा तो उन्हें ऐसा लगा कि कठिन परिश्रम का फ़ल मिल गया है। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में मध्य प्रदेश के लिए अपना घरेलू क्रिकेट में डेब्यू भी किया। SRH के इंट्रा स्क्वाड मैच में केवल 16 गेंदों में 46 रन बनाकर उन्होंने अपने आक्रामक अंदाज़ का एक और नमूना पेश किया।