यशस्वी ने इस पारी में 501 मिनट और 387 गेंदों तक बल्लेबाज़ी करते हुए 171 रन बनाए, जो कि किसी भी डेब्यू भारतीय खिलाड़ी के लिए
सबसे लंबी पारी है। उन्होंने कप्तान रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 229 रन की एक लंबी और रिकॉर्ड साझेदारी की।
मैच के बाद रोहित ने कहा, "हमें पता था कि वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार हैं। पिछले दो साल के उनके प्रदर्शन ने दिखाया था कि वह बड़े मंच के लिए तैयार हैं। उन्होंने धैर्य व संजीदगी के साथ बल्लेबाज़ी की और अपना टेंपरामेंट दिखाया। किसी भी क्षण ऐसा नहीं लगा कि वह तेज़ी में हैं या अपनी योजनाओं से दूर जा रहे हैं। ऐसा देखना अच्छा था।"
रोहित ने आगे बताया, "मैंने साझेदारी के दौरान उनसे बस यही कहा कि वह यहां खेलने के अधिकारी हैं। कई बार आप जब पहला टेस्ट मैच खेलते हो तो ख़ुद पर संदेह करते हो कि क्या मैं यहां के योग्य हूं या नहीं। इसलिए मैं उनसे कहता रहा, 'तुम यहां के योग्य हो। तुमने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है, तो अब टेस्ट मैच का लुत्फ़ उठाओ। परिणाम की चिंता मत करो, जैसे-जैसे खेलते जाओगे, परिणाम भी तुम्हारे पक्ष में आता जाएगा।'"
इससे पहले मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद यशस्वी ने
रोहित का आभार जताया था। उन्होंने कहा, "मैंने रोहित भैया से भी बल्लेबाज़ी दौरान ख़ूब बातचीत की। वह हमेशा मुझे बता रहे थे कि इस पिच पर कैसे बल्लेबाज़ी की जा सकती है और कहां रन बनाए जा सकते हैं। मैच से पहले भी उन्होंने मुझसे कहा था कि 'जो भी करना है, तुम्हें ही करना है'।""