भारत 84 पर 1 (तृषा 44*, चलार्क 26*, रेनेके 1-14) ने साउथ अफ़्रीका 82 ऑलआउट (वान वूर्स्ट 23, तृषा 3-15, सिसौदिया 2-6, शुक्ला 2-9) को नौ विकेट से हराया
भारत के स्पिन गेंदबाज़ों ने पूरे टूर्नामेंट में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए उन्हें लगातार दूसरा ICC अंडर-19 टी20 विश्व कप ख़िताब दिला दिया।
आयुषी शुक्ला,
जी तृषा,
वैष्णवी शर्मा और
पारुनिका सिसौदिया, चारों ने मिलकर नौ विकेट लिए जिसके दम पर साउथ अफ़्रीका मात्र 82 रन ही बना सकी। इसके बाद तृषा ने बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया और 11.1 में एक आसान लक्ष्य का पीछा करने में मदद की। कुआलालंपुर के बयूमास ओवल में साउथ अफ़्रीका टीम के खिलाड़ियों के आंसू एक बार फिर दुनिया को देखने पड़े।
कप्तान कायला रेनेके के बल्लेबाज़ी करने के फै़सले के बाद, साउथ अफ़्रीका ने पहले ओवर में सलामी बल्लेबाज़ जेम्मा बोथा के साथ वीजे जोशीता की गेंद पर दो चौके लगाकर जोरदार शुरुआत की। लेकिन परेशानी दूसरे ओवर में ही शुरू हो गई, जब सिसौदिया ने सिमोन लॉरेंस को शून्य पर आउट किया।
इसके बाद भारत ने लगभग तुरंत ही साउथ अफ़्रीका की पारी पर ब्रेक लगा दिया, लेकिन टूर्नामेंट में साउथ अफ़्रीका की शीर्ष स्कोरर बोथा ने एक बार फिर अपनी गुणवत्ता का प्रदर्शन करते हुए जोशिता को चौका जड़ दिया। चौथे ओवर में शबनम शक़ील की गेंद पर कमालिनी ने बोथा का एक शानदार कैच लपका।
बाएं हाथ की स्पिनर शुक्ला ने अगले ही ओवर में पहली गेंद पर दियारा रामलकन को तीन रनों पर बोल्ड कर दिया। पावरप्ले के अंत तक तक साउथ अफ़्रीका 29 रन पर तीन विकेट खो चुका था।
भारत के स्पिनरों ने अपने विरोधियों पर पकड़ बनाए रखी! मध्य ओवरों में रन कम आए और सात से 14 ओवरों के बीच एक भी बाउंड्री नहीं आई। उसी दौरान दो विकेट भी आ गए। जिसमें जिसमें तृषा ने रेनेके को सात रन पर आउट किया और शुक्ला ने काराबो को पवेलियन भेजा।
मैच में साउथ अफ़्रीका की सर्वोच्च स्कोरर मिके वान वूरस्ट ने 56 गेंदों में टीम की पहली बाउंड्री के साथ दबाव को तोड़ दिया और कुछ और रन बनाए। लेकिन 18वें ओवर में तृषा के दो विकैटों ने एक बार फिर साउथ अफ़्रीका को पीछे धकेल दिया।
इसके बाद फे़ काउलिंग ने मैच का पहला और एकमात्र छक्का लगाया, लेकिन वैष्णवी ने एक ही ओवर में काउलिंग और मोनालिसा लेगोडी को आउट करके वापसी कराई। सिसौदिया ने पारी की आखिरी गेंद पर एशले वान विक को आउट किया, जिससे साउथ अफ़्रीका 14 गेंदों में पांच विकेट खोकर 82 रन पर ढेर हो गया। भारत भी मैदान पर शानदार था।
भारत ने पहले ओवर से ही स्कोर पर बढ़त बना ली, जिसमें तृषा ने पहली पांच गेंदों पर तीन चौके लगाए। उन्होंने चौथे ओवर में लेग स्पिनर नायडु पर भी तीन चौके लगाए। इसके बाद रेनेके ने कमालिनी को लांग ऑन पर कैच कराकर सफलता हासिल की, लेकिन भारत तब भी धीमा नहीं पड़ा। सानिका चलके ने तृषा के साथ मिलकर उनकी चौथी गेंद पर शानदार कवर ड्राइव लगाया, जिससे भारत ने पावरप्ले के भीतर ही कुल स्कोर का आधे से ज़्यादा हिस्सा अपने नाम कर लिया।
10वें ओवर में कवर्स में 38 के स्कोर पर तृषा का कैच छूट गया, लेकिन एक विकेट से भी ज़्यादा फ़र्क नहीं पड़ने वाला था क्योंकि तब भारत को सिर्फ़ 15 रन चाहिए थे। चलके ने 12वें ओवर में चौका लगाकर भारत की जीत पूरी कर दी और तृषा 309 रन के साथ टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनी। उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच और प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया।