दोनों टीमों के बीच अब तक चार मुक़ाबले हुए हैं, जिसमें LSG की टीम 3-1 से आगे हैं। हालांकि जब दोनों टीमें इसी साल पिछले साल लखनऊ में भिड़ी थीं, तो
जेक फ़्रेज़र-मक्गर्क की आतिशी पारी की मदद से DC को 6 विकेट की बड़ी जीत मिली थी। आइए डालते हैं इस मुक़ाबले के प्रमुख आंकड़ों और मैच-अप्स पर एक नज़र।
कुलदीप होंगे DC के प्रमुख हथियार
10 मैचों में 15 विकेट लेकर
कुलदीप यादव DC के प्रमुख गेंदबाज़ी हथियार हैं। उन्होंने LSG के बल्लेबाज़ों को भी ख़ासा परेशान किया है। निकोलस पूरन को तो वह पांच टी20 पारियों में आउट कर चुके हैं, जबकि पूरन उन पर सिर्फ़ 91 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं। क्विंटन डिकॉक और दीपक हुड्डा को भी उन्होंने दो-दो बार आउट किया है, लेकिन ये दोनों अनुभवी बल्लेबाज़ पिछले कुछ मैचों से LSG एकादश का हिस्सा नहीं हैं। मार्कस स्टॉयनिस उन पर 140 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, लेकिन स्टॉयनिस को भी कुलदीप एक बार टी20 मैचों में आउट कर चुके हैं।
पंत को रहना होगा लखनऊ के स्पिनरों से सावधानष
DC के कप्तान
ऋषभ पंत स्लो ओवर रेट के एक मैच के प्रतिबंध के बाद टीम में वापस लौटेंगे। LSG के स्पिनर्स उनकी इस वापसी को किरकिरा कर सकते हैं। बाएं हाथ के स्पिनरों को बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ एक आदर्श विकल्प भले ही नहीं माना जाता है, लेकिन क्रुणाल पंड्या, पंत को तीन टी20 मैचों में आउट कर चुके हैं। हालांकि पंत भी क्रुणाल पर 184 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। लेग स्पिनर रवि बिश्नोई भी पंत को दो पारियों में आउट कर चुके हैं, जबकि पंत उन पर सिर्फ़ 115 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं। ऑफ़ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम के ख़िलाफ़ भी पंत का स्ट्राइक रेट सिर्फ़ 103 का है, हालांकि गौतम उन्हें कभी आउट नहीं कर पाए हैं।
पावरप्ले की लड़ाई को कौन जीतेगा?
DC और LSG दोनों इस IPL के दौरान पावरप्ले का उतना फ़ायदा उठाने में नाकाम रहे हैं, जितना अन्य टीमों ने उठाया है। DC ने कई विकल्पों को आजमाया है, लेकिन अभिषेक पोरेल के अलावा कोई भी विकल्प फ़्रेज़र-मक्गर्क का सफलतापूर्वक साथ नहीं दे पाया है। हालांकि डेविड वॉर्नर की चोट से वापसी के बाद पोरेल फिर से नंबर तीन पर चले गए हैं। देखना होगा कि क्या इस मैच में पोरेल को फिर से मक्गर्क का साथ देने के लिए ऊपर भेजा जाएगा?
वहीं दूसरी ओर LSG ने क्विंटन डिकॉक को केएल राहुल के साथ आजमाया, जबकि दो मैचों में अर्शीन कुलकर्णी अपने कप्तान का साथ देने आए। हालांकि कोई भी जोड़ी उन्हें ठोस शुरुआत नहीं दे पाई है। देखना होगा कि क्या वे काइल मायर्स को इस मैच में आजमाएंगे, जो उनके लिए पिछले साल बहुत सफल हुए थे।
क्या LSG अपने रन रेट को ऊंचा कर पाएगा?
LSG को अगर प्ले ऑफ़ की अपनी संभावनाओं को बरकरार रखना है, तो उन्हें ना सिर्फ़ अपने दोनों मैच जीतने हैं, बल्कि बड़े अंतर से जीतने हैं। ऐसे में उनकी नज़र रन रेट को भी ऊंचा करने पर भी होगी। LSG इस साल सिर्फ़ 8.35 के रन रेट से ही रन बना पाया है। दिल्ली में उनके लिए इसे सुधारने का एक बेहतरीन मौक़ा होगा क्योंकि दिल्ली में इस साल 11.06 के रन रेट से रन बने हैं, जो कि IPL में सबसे अधिक है।