धोनी और दुबे के आक्रमण से CSK को मिली सीज़न की दूसरी जीत
CSK को अंतिम पांच ओवर में 56 रनों की दरकार थी, धोनी को प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया
नवनीत झा
14-Apr-2025
चेन्नई सुपर किंग्स 168 पर 5 (दुबे 43*, रविंद्र 37, धोनी 26* और बिश्नोई 18 पर 2) ने लखनऊ सुपर जायंट्स 166 पर 7 (पंत 63, मार्श 30 और जाडेजा 25 पर 2) को पांच विकेट से हराया
IPL 2025 में सोमवार को लखनऊ में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के बीच खेले गए मुक़ाबले को CSK ने महेंद्र सिंह धोनी और शिवम दुबे की नाबाद 57 रनों की साझेदारी की बदौलत इस सीज़न की अपनी दूसरी जीत हासिल कर ली। धोनी को उनकी कप्तानी पारी और विकेटकीपिंग के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया, 2019 के बाद पहली बार धोनी को IPL में प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड मिला है।
CSK को 167 का लक्ष्य मिला था और रचिन रविंद्र और शेख रशीद की सलामी जोड़ी ने एक आक्रामक शुरुआत दिलाई, पावरप्ले समाप्त होने तक CSK ने रशीद के रूप में एक विकेट गंवाकर 59 रन जोड़ लिए थे। हालांकि अब यहां से LSG की वापसी होने वाली थी क्योंकि पिच ने स्पिन को मदद देना शुरू कर दिया था।
राहुल त्रिपाठी जब छह के स्कोर पर थे तब अब्दुल समद ने सातवें ओवर में रवि बिश्नोई की गेंद पर कैच छोड़ा। आठवें ओवर में एडन मारक्रम को गेंद थमाई गई और रविंद्र स्वीप खेलने के प्रयास में लेग बिफ़ोर आउट हो गए। इसके अगले ही ओवर में बिश्नोई ने त्रिपाठी को चलता कर दिया और अब LSG ने मुक़ाबले में वापसी कर ली। इसके बाद CSK की पारी की ज़िम्मेदारी शिवम दुबे और रवींद्र जाडेजा के ऊपर थी लेकिन 13वें ओवर में जाडेजा भी बिश्नोई का शिकार बन गए। इसी ओवर की अंतिम गेंद पर विजय शंकर के ख़िलाफ़ लेग बिफ़ोर की अपील हुई लेकिन वह अंपायर्स कॉल पर बच गए।
15वें ओवर में काफ़ी ओस पड़ता देख ऋषभ पंत ने गेंद बदलने के लिए अंपायर से पूछा और अंतिम गेंद पर विजय शंकर एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में दिग्वेश राठी की गेंद पर शॉर्ट थर्ड पर लपके गए और अब यहां से मैच बराबर के पलड़े में झुक गया। हालांकि इसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए ख़ुद कप्तान धोनी आए और 16वें ओवर की पांचवीं गेंद पर जब उन्होंने आवेश ख़ान के ख़िलाफ़ कवर और मिडऑफ़ के बीच चौका लगाया तब वो चौका CSK की पारी में 19 गेंद बाद आया। इसकी अगली ही गेंद पर धोनी ने बल्ले का फेस खोला और गेंद थर्ड सीमारेखा के बाहर चली गई और एक बार फिर CSK की उम्मीदें जाग गईं।
CSK को अंतिम चार ओवर में जीत के लिए 44 रनों की ज़रूरत थी और ओस पड़ रही थी, लिहाज़ा पंत ने शार्दुल ठाकुर को आक्रमण पर लाते हुए गेंद बदल ली। लेकिन इस रणनीति ने तस्वीर को CSK के पक्ष में बदल दिया जब धोनी ने ठाकुर की अंतिम गेंद पर एक हाथ से लेग साइड में छक्का जड़ दिया। 18वें ओवर में भी धोनी ने एक चौका बटोरा और अब जीत के लिए अंतिम दो ओवरों में 24 रनों की दरकार थी।
19वें ओवर में गेंद ठाकुर को दी गई और थर्ड सीमारेखा पर आकाश दीप ने जल्दी दायीं ओर डाइव लगा दी और अगली ही गेंद पर दुबे ने हाई फ़ुल टॉस पर छक्का जड़ दिया। नो बॉल के चलते अब CSK को 11 गेंदों पर मात्र 13 रनों की दरकार थी। फ़्री हिट पर दुबे द्वार सिंगल लिए जाने के बाद धोनी ने ज़ोरदार प्रहार किया लेकिन बिश्नोई कवर पर कैच लपक नहीं पाए। अंतिम गेंद पर धोनी ने चौका जड़ दिया और अब यहां से CSK को अंतिम गेंद पर मात्र पांच रनों की दरकार थी। अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर दुबे के चौका जड़ते ही CSK ने इस सीज़न की अपनी दूसरी जीत हासिल कर ली।
CSK ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया था और पावरप्ले में ही एडन मारक्रम और निकोलस पूरन का विकेट गिर गया था। पूरन को आउट करने के लिए विशेष रणनीति अपनाई गई थी। पूरन ने जब अंशुल कंबोज की गेंद पर लेग साइड में स्क्वायर लेग पर चौका जड़ा तो धोनी ने डीप मिडविकेट के साथ ही डीप स्क्वायर लेग पर भी फ़ील्डर तैनात किया। पूरन को शुरुआत में ऑफ़ स्टंप के बाहर गेंद की जा रही थी जो कि गेम प्लान का हिस्सा मालूम पड़ रहा था। और अब पूरन को अचानक एंगल के साथ गेंद डालने की शुरुआत हुई। चौका खाने के बावजूद कंबोज ने लाइन को नहीं छोड़ा और पूरन एंगल के साथ अंदर आती हुई गेंद को लेग साइड की ओर खेलने के क्रम में LBW हो गए।
हालांकि इसके बाद पहले मिचेल मार्श और फिर आयुष बदोनी के साथ मिलकर पंत ने साझेदारी बनाई। लेकिन मध्य ओवरों में LSG की रन गति धीमी भी पड़ गई। बदोनी भाग्यशाली रहे जो लगातार दो ओवर में उन्हें दो जीवनदान मिले, पहले शॉर्ट गेंद पर वह थर्ड मैन पर लपके गए लेकिन गेंद नो बॉल करार दे दी गई। इसके बाद अगले ही ओवर में अंपायर ने उन्हें लेग बिफ़ोर आउट दिया लेकिन रिव्यू लेने के चलते वह बच गए क्योंकि गेंद उनके दस्ताने पर लगकर पैड पर लगी थी। हालांकि बदोनी इसका लाभ नहीं उठा पाए क्योंकि उसी ओवर में जाडेजा ने बदोनी को स्टंप करा दिया।
अब ज़िम्मेदारी पंत के ऊपर थी लिहाज़ा उन्होंने रनों की गति बढ़ाई और LSG के स्कोर को 150 पार ले गए। हालांकि अंतिम ओवर में मतिशा पतिराना की गेंद पर लेग साइड में बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में वह धोनी के हाथों कैच आउट हो गए। लेकिन LSG ने पंत की 63 रनों की पारी की बदौलत इतना स्कोर बना लिया था कि वह CSK को टक्कर दे सकती थी। LSG के गेंदबाज़ों विशेषकर स्पिनरों ने मेहमान टीम को पूरी टक्कर दी भी लेकिन अंत में धोनी की कप्तानी पारी भारी पड़ गई। हालांकि धोनी के सामने पंत बिश्नोई को लेकर नहीं आए वह भी तब जब बिश्नोई का एक ओवर बचा था और पंत ने 17वें ओवर में गेंद भी बदली थी।
नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।