भारत 166/5 (सूर्यकुमार 62, रोहित 48, बोल्ट 2-31) ने न्यूज़ीलैंड 164/ 6 (गप्टिल 70, चैपमैन 63, अश्विन 2-23, भुवनेश्वर 2-24) को पांच विकेट से हराया
डैरिल मिचेल एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर हैं जो आमतौर पर मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करते हैं, लेकिन न्यूज़ीलैंड की टी20 टीम के लिए वह अब एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ हैं जो कभी-कभार गेंदबाज़ी करते हैं। वेंकटेश अय्यर एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर हैं, जो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए बल्लेबाज़ी की शुरुआत करते हैं, लेकिन बुधवार की रात, भारत के लिए पदार्पण करते हुए, उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौका नहीं मिला और वह नंबर छह पर बल्लेबाज़ी करने आए।
जब वेंकटेश ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहली गेंद का सामना किया, तो भारत एक ऐसे मैच में हारने वाली परिस्थिति में थी, जहां आधे घंटे पहले जीत उनके हाथों में थी। अंतिम ओवर में उन्हें जीत के लिए दस रनों की की ज़रूरत थी और न्यूज़ीलैंड की तरफ़ से उस अंतिम ओवर में बोलिंग करने के लिए मिचेल आए क्योंकि टीम के प्रमुख गेंदबाज़ों का स्पेल समाप्त हो चुके थे।
मिचेल बिना कोई स्कोर बनाए भुवनेश्वर की गेंद पर आउट हो गए थे। वहीं 20वें ओवर से पहले अपना पहला मैच खेल रहे वेंकटेश ने गेंदबाज़ी में कोई योगदान ही नहीं दिया था। कुल मिलाकर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के पास हीरो बनने का मौक़ा था।
हालांकि दोनों खिलाड़ियों में से कोई भी खिलाड़ी उस मौक़े को नहीं भुना पाया क्योंकि वेंकटेश पहली गेंद पर चौका लगाने के बाद एक रिवर्स लैप शॉट लगाने के चक्कर में वह आउट हो गए और मिचेल को विकेट मिल गया। हालांकि उसके बाद उन्होंने वाइड भी फ़ेंकी और ऋषभ पंत ने उनको मिड ऑफ़ के ऊपर से चौका लगा कर भारत की झोली को मैच को डाल दिया।
इस मैच में तीन खिलाड़ियों ने अर्धशतक लगाएं जिसमें मार्टिन गप्टिल, सूर्यकुमार यादव और मार्क चैपमैन का नाम शामिल था। साथ ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 48 रनों की बेहतरीन पारी खेली। वहीं गेंदबाज़ी की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार, रविचंद्रन अश्विन, सैंटनर ने बढ़िया गेंदबाज़ी की।
इस प्रकार के ट्विस्ट हमें अक्सर टी20 मैचों में देखने को मिलते हैं और यही इसकी प्रकृति में है। अंत में फ़ैसला भारत के पक्ष में रहा और स्टेडियम में मौज़ूद दर्शकों ने इस मैच का पूरा आनंद लिया।
भारतीय गेंदबाज़ों का बढ़िया प्रदर्शन
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेले गए मैच में भुवनेश्वर कुमार ने टीम के लिए कुछ ख़ास योगदान नहीं दिया था। अगर किसी का नाम शाहीन अफ़रीदी नहीं है तो यह मान लेना चाहिए कि दुबई की पिचों पर कोई स्विंग नहीं थी। हालांकि जयपुर की पिच पर आज भारतीय गेंदबाज़ो को बढ़िया स्विंग मिला। भुवनेश्वर ने जिस तरीके से एक इनस्विंग गेंद पर पहले ही ओवर में मिचेल को बोल्ड किया वह देखने लायक था। शुरुआती ओवरों में मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर और भुवनेश्वर ने अपने टाइट लाइन लेंथ की मदद से भारतीय गेंदबाज़ों ने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को खुल कर रन बनाने का मौक़ा ही नहीं दिया। पांच ओवर के बाद न्यूज़ीलैंड का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 26 रन था। हालांकि पावरप्ले में आख़िरी ओवर में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों ने 15 रन बटोरे।
पहले ही ओवर में विकेट गिरने के बाद गप्टिल और चैपमैन के बीच बढ़िया साझेदारी हुई और दोनों बल्लेबाज़ो ने मिलकर 109 रन बनाए। हालांकि 13वें ओवर में अश्विन ने चैपमैन और ग्लेन फ़िलिप्स को आउट करके मैच का माहौल ही बदल दिया और एक बड़े स्कोर की तरफ आगे बढ़ रहे और न्यूज़ीलैंड की पारी को थोड़ा धीमा कर दिया। अंत के ओवरों में भारतीय गेंदबाज़ों ने बढ़िया गेंदबाज़ी करते हुए अंतिम 16 गेंदों में सिर्फ़ 14 रन दिए।
ताबड़तोड़ शुरुआत
भारतीय सलामी बल्लेबाज़ो ने काफ़ी आक्रामक शुरुआत करते हुए पहले पांच ओवरों में टीम के स्कोर को 50 तक पहुंचा दिया। हालांकि जैसे ही कीवी कप्तान ने छठे ओवर में सैंटनर को गेंद थमाई, राहुल पहली ही गेंद पर स्क्वायर लेग सीमा रेखा पर खड़े फ़ील्डर को कैच थमा बैठे।
तीसरे नंबर पर सूर्यकुमार बल्लेबाज़ी करने आए। रोहित और सूर्य के बीच 49 गेंदों में 59 रनों की साझेदारी हुई। 14वें ओवर में रोहित को बोल्ट ने शॉर्ट फाइन लेग पर एक धीमी शॉर्ट पिच गेंद पर कैच आउट करा दिया। इसके बाद सूर्य ने तेज़ी से रन बनाना शुरू किया। 17वें ओवर में सूर्य के आउट होने के बाद मैच रोमांचक हो गया था लेकिन अंतिम ओवर में 10 रन बचाने के लिए न्यूज़ीलैंड का कोई भी प्रमुख गेंदबाज़ उपलब्ध नहीं था क्योंकि सभी फ्रंट लाइन गेंदबाज़ों के स्पेल खत्म हो चुके थे।
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।