एशिया कप 2022 - एशिया कप टूर्नामेंट की टीम में केवल दो भारतीय
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो की एकादश में चार खिलाड़ी श्रीलंका के, तीन पाकिस्तान से जबकि दो अफ़ग़ानिस्तान से
शशांक किशोर
13-Sep-2022
कुसल मेंडिस पावरप्ले में तेज़ी से रन बनाने में कामयाब रहे हैं • Getty Images
छह आख़िरी ओवर के फ़ीनिश, एक शतक, एक पारी में पांच विकेट और बहुत सारा रोमांच, एशिया कप 2022 में यह सब कुछ था। यह एक ऐसा टूर्नामेंट था जिसमें टी20 विश्व कप की तैयारियों को अमलीजामा पहनाने का मौक़ा था और इस टूर्नामेंट में कई मैच विजेता बनकर निकले। उनमें से कुछ ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो की टीम ऑफ द टूर्नामेंट में जगह बनाने में कामयाब रहे।
आंकडे़ - 156.66 के स्ट्राइक रेट से 155 रन
उन्होंने टूर्नामेंट का अंत दो लगातार शून्य के स्कोर से किया लेकिन श्रीलंका को फ़ाइनल में पहुंचाने में उनकी अहम भूमिका रही है। उन्होंने शीर्ष क्रम में तेज़तर्रार शॉट से टोन सेट किया और यही वजह रही कि श्रीलंका ने बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और भारत के ख़िलाफ़ 184, 176 और 174 रनों के लक्ष्य हासिल कर लिए। टी20 विश्व कप की तैयारियों को देखते हुए उन्होंने श्रीलंका के लिए मध्य क्रम के बल्लेबाज़ से एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में एक सहज स्विच किया।
रहमानुल्लाह गुरबाज़ (विकेटकीपर)
आंकडे़ - 163.44 के स्ट्राइक रेट से 152 रन, तीन कैच
गुरबाज़ ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए 18 गेंद में 40 रन की पारी खेल दी। एक सप्ताह बाद श्रीलंका के ही ख़िलाफ़ उन्होंने दोबारा ऐसा कर दिखाया। तब उन्होंने 45 गेंद में 84 की शानदार पारी खेली और अपनी टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाया। भारत के ख़िलाफ़ शून्य पर आउट होकर उन्होंने टूर्नामेंट का अंत किया लेकिन उनमें एक मज़बूत शीर्ष क्रम हिटर की छवि दिखी।
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आंकडे़ - 147.59 के स्ट्राइक रेट से 276 रन
दो अर्धशतक और आख़िरकार उनका पहला टी20 शतक. इससे उनका 1020 दिन का अंतर्राष्ट्रीय शतक का सूखा भी ख़त्म हो गया। उनकी शुरुआत तो हल्की रही लेकिन जल्द ही उन्होंने फ़ॉर्म में वापसी कर ली। उन्होंने टूर्नामेंट का अंत मोहम्मद रिज़वान के बाद दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ के तौर पर किया और अपनी पुरानी फ़ॉर्म की झलक दिखाई।
आंकड़े - 104.25 के स्ट्राइक रेट से 96 रन
अगर अफ़ग़ानिस्तान ने अपने स्पिनरों और छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ों से ख़ुद को साबित किया है तो इस बार इब्राहिम के रूप में उन्हें नायाब सितारा मिला है। आमतौर पर ओपनर इब्राहिम ने ख़ुद को मध्य क्रम में सेटल किया और अपने स्ट्राेक खेलने की क्षमता से प्रभावित किया। उनका बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 42 रन पर नाबाद रहना छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए उनकी बड़ी ज़िम्मेदारी को दिखाता है। वहीं श्रीलंका के ख़िलाफ़ भी उन्होंने 40 गेंद में नाबाद 64 रन की पारी खेली। इसके बाद भारत के ख़िलाफ़ उनका मुश्किल परिस्थिति में अर्धशतक लगाना बताता है कि इस युवा बल्लेबाज़ में क्या क्षमता है।
आंकड़े - 149.21 के स्ट्राइक रेट से 191 रन
नौ महीने पहले उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और दोबारा वापसी की। अच्छा आईपीएल जाने के बाद उन्होंने श्रीलंका के लिए लगातार बनाए और उनके अहम खिलाड़ी बनकर उभरे। आख़िरकार उन्होंने बड़ी स्टेज पर बड़ा प्रदर्शन निकाला यानि फ़ाइनल, जहां वह श्रीलंका की दीवार बनकर उभरे। श्रीलंका ने 58 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थ और यहां से उन्होंने वनिंदु हसरंगा के साथ मिलकर टीम को उभारा और छह विकेट पर 170 रनों तक पहुंचाया।
दसुन शनका (कप्तान)
आंकड़े - 138.75 के स्ट्राइक रेट से 111 रन, 12 के इकॉनमी से दो विकेट
उन्होंने मुश्किल समय में एक युवा टीम को संभाला और अब उन्हें इसका इनाम मिल रहा है। उन्होंने दो जीत में ही अहम भूमिका निभाई। पहले उन्होंने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 184 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 33 गेंद में 45 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी में पहले सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या को आउट किया और बाद में 18 गेंद में नाबाद 33 रन बनाकर अपनी टीम को फ़ाइनल ओवर में जीत दिलाई।
हम जानते थे कि मोहम्मद नवाज़ गेंदबाज़ कर सकते थे लेकिन अब वह बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं•AFP/Getty Images
आंकडे़ - छह पारियों में 5.89 के इकॉनमी से आठ विकेट, 143.63 के स्ट्राइक रेट से 79 रन
उनकी बायें हाथ की स्पिन ने बाबर आज़म को मैदान पर मैचअप के अनुसार गेंदबाज़ी कराने का विकल्प दिया है। बल्ले से उन्होंने बताया कि वह कितने काम के हैं, ख़ासतौर पर जब भारत के ख़िलाफ़ सुपर ओवर मैच में दो लेग स्पिनर लगे हुए थे तब उन्हें बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर भेजा गया। उन्होंने 20 गेंद में 42 रन बनाकर पाकिस्तान की जीत की स्क्रिप्ट लिखी।
आंकड़े - छह पारियों में 7.39 के इकॉनमी से नौ विकेट, 150 के स्ट्राइक रेट से 66 रन
वह बल्ले से फ़ाइनल में स्टार बने थे और गेंद से पूरे टूर्नामेंट में छाए रहे। उनके रहते श्रीलंका को मध्य ओवरों में बल्लेबाज़ों को शांत रखने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने टूर्नामेंट का अंत लगातार दो मैच में तीन-तीन विकेट लेकर किया लेकिन फ़ाइनल में उनकी राजापक्षा के साथ 36 गेंद में 58 रनों की साझेदारी के मायने बहुत ज़्यादा है। उनकी साझेदारी की वजह से ही श्रीलंका वापसी कर पाई थी। उन्होंने टूर्नामेंट में नौ विकेट लिए और दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे।
आंकड़े - पांच पारियों में 6.05 के इकॉनमी से 11 विकेट
इसको सटीक प्रदर्शन तो नहीं कहा जा सकता क्योंकि डेथ ओवरों में वह एक नहीं दो बार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन गई गेंद से भुवनेश्वर शानदार रहे। अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ डेड रबर मैच में उन्होंने उनके शीर्ष क्रम को उखाड़ कर फेंक दिया और चार रन देकर पांच विकेट लिए। हालांकि उनका प्रभाव छोड़ने वाला प्रदर्शन पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत के पहले मुक़ाबले में आया, जहां उन्होंने हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर शॉर्ट गेंदों के प्लान में पाकिस्तान को ढेर कर दिया। वह टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे।
Numbers: छह पारियों में 7.65 के इकॉनमी से आठ विकेट
अगर विरोधी टीम सोचती हैं कि पाकिस्तान के नई गेंद के आक्रमण के बाद उन्हें थोड़ा आराम मिलेगा तो वह बिल्कुल ग़लत हैं, क्योंकि अब उन्हें हारिस रउफ़ का सामना करना है। वह ख़तरनाक गेंदबाज़ हैं, ख़ासकर जब वह हार्ड लेंथ गेंदबाज़ी करते हैं। ऐसा उन्होंने फ़ाइनल में करके भी दिखाया, जब दनुष्का गुणातिलका को उन्होंने 151 किमी प्रति घंटा की गति वाली गेंद पर क्लीन बोलड कर दिया। उनकी ताक़त ही पूरी पारी में कभी भी तेज़ गति से गेंदबाज़ी करना रही है।
आंकडे़ - पांच पारियों में 7.66 के इकॉनमी से सात विकेट
देरी से स्विंग होती गेंद पर फ़ाइनल में उन्होंने मेंडिस की गल्लियां बिखेर दी थी, यह तो नसीम शाह की जादुई दुनिया का नमूना भर था। वह तेज़ गति के साथ गेंद को स्विंग कराने में सक्षम हैं और उनके पास अच्छी बाउंसर भी है। उन्होंने शारजाह में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ रोमांचक मैच में दो लगातार छक्के लगाकर जावेद मियांदाद की भी याद दिला दी थी।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।