दूसरे अनौपचारिक टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़
स्कॉट बोलंड भारतीय बल्लेबाज़
केएल राहुल के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी करने के लिए काफ़ी उत्सुक हैं। राहुल न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सिर्फ़ एक ही टेस्ट मैच खेल पाए थे और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी से पहले अभ्यास करने के लिए
वह और ध्रुव जुरेल इंडिया ए के दल का हिस्सा बनने वाले हैं।
राहुल ने 2015 में सिडनी में शतक लगाया था लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट प्रारूप में उनकी औसत 20.77 की ही है। अगर रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट खेलने से चूकते हैं तब ऐसी स्थिति में राहुल के कंधों पर भी ज़िम्मेदारी आ सकती है और बोलंड इस अवसर को अपने पक्ष में भुनाने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, "कुछ वर्ष पहले मुझे एक टेस्ट में उनके ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी करने का मौक़ा मिला था, लेकिन अब अपने घर पर उनको गेंदबाज़ी करना और बेहतर होगा। वह एक वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि हम काफ़ी जल्दी उनके ऊपर हावी हो सकते हैं।"
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ घर पर भारत के सूपड़ा साफ़ से बोलंड भी अवगत हैं, हालांकि इस हार के बाद भी वह भारत को हल्के में लिए जाने के पक्ष में नहीं हैं।
बोलंड ने कहा, "यहां अधिक बाउंस और सीम होगी। भारत में वे जिस तरह से अपनी टीम बनाते हैं, उसके मुक़ाबले वे यहां पर अलग रणनीति अपनाएंगे।"
भारतीय टेस्ट दल के अधिकतर खिलाड़ी पहले टेस्ट से पहले एक भी पूर्ण गेम नहीं खेल पाएंगे क्योंकि भारत का इंडिया ए के साथ इंट्रा स्क्वाड मैच को मैच सिमुलेशन में परिवर्तित कर दिया गया है। इसके पीछे यह सोच है कि इससे खिलाड़ियों की तैयारी में अधिक लचीलापन सुनिश्चित किया जा सकेगा। ख़ुद रोहित ने भी मुंबई टेस्ट के बाद भारतीय टीम प्रबंधन के इस फ़ैसले के पीछे की सोच के
बारे में बताया था। रोहित ने कहा था कि मैच सिमुलेशन के चलते खिलाड़ियों को अभ्यास का अधिक से अधिक समय मिल पाएगा।
घर पर बोलंड की गेंदबाज़ी औसत 12.21 की है, उन्होंने कहा कि पिछले सीज़न उन्हें टेस्ट में मौक़ा मिलने की उम्मीद थी लेकिन पहले से ही पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जॉश हेज़लवुड की उपस्थिति होने के चलते उन्हें मौक़ा नहीं मिल पाया। बोलंड ख़ुद भी इस साल की शुरुआत में हील इंजरी का शिकार हो गए थे, जिसके चलते उन्हें छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। हालांकि अब वह इंडिया ए के ख़िलाफ़ अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।