केएल राहुल: भारतीय टीम में हर कोई फ़िट, बदलाव की उम्मीद कम
"पंत जैसे बल्लेबाज़ के बेंच पर रहने से पड़ता है दबाव, लेकिन नहीं बदलूंगा अपने खेलने का स्टाइल"- राहुल
ESPNcricinfo स्टाफ़
01-Mar-2025
केएल राहुल का कहना है कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ होने जा रहे चैंपियंस ट्रॉफ़ी के अंतिम ग्रुप स्टेज मैच के लिए मोहम्मद शमी और रोहित शर्मा दोनों ही उपलब्ध होंगे। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच के दौरान शमी मुश्किल में दिखे थे और उन्होंने अपना कोटा पूरा नहीं किया था। रोहित को भी हैमस्ट्रिंग में समस्या महसूस हुई थी। हालांकि भारतीय टीम एक हफ्ते के लंबे ब्रेक के बाद मैदान पर उतरने वाली है।
राहुल ने कहा, "मुझे इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन इतना पता है कि हर कोई ठीक है। मुझे जहां तक पता है किसी के भी मैच मिस करने की चिंता नहीं है। शायद आज की ट्रेनिंग के बाद हमें अधिक जानकारी मिलेगी।"
भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों ही सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं। इस मैच के दो दिन बाद यानि 4 मार्च को भारत को अपना सेमीफ़ाइनल मैच खेलना है। लगातार पड़ रहे मैचों के बीच क्या भारतीय टीम किसी खिलाड़ी को आराम देने वाली है? तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह, विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत, स्पिनर वरूण चक्रवर्ती और वॉशिंगटन सुंदर अभी तक एक भी मैच नहीं खेले हैं। क्या आखिरी लीग मैच में उन्हें उतारा जा सकता है?
यह पूछने पर राहुल ने कहा ,''मैं नेतृत्व समूह का हिस्सा नहीं हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि इसका लालच तो होगा। मैं इस स्थिति में पहले रहा हूं जब आपके पास खिलाड़ियों को आजमाने का मौका होता है। लेकिन मुझे नहीं पता कि यह चैंपियंस ट्रॉफ़ी में होगा या नहीं। हमें सेमीफ़ाइनल से पहले एक ही दिन का ब्रेक मिला है। अभी छह दिन का ब्रेक है और हम चाहते हैं कि सभी खिलाड़ियों को मौक़ा मिले। यह मेरा विचार है, लेकिन पता नहीं कल शायद कुछ और हो।''
विकेटकीपर राहुल के पता है कि उनके कारण ऋषभ पंत को बाहर बैठना पड़ रहा है। ये बात उनके दिमाग़ में चलती रहती है, लेकिन राहुल का कहना है कि इससे उनके खेलने के तरीक़े पर कोई असर नहीं पड़ता।
राहुल ने कहा, "दबाव तो रहता ही है, मैं झूठ नहीं बोलूंगा। वो एक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और हम सभी ने देखा है कि वो क्या कर सकते हैं। वो कितने आक्रामक हो सकते हैं और कितनी तेज़ी से मैच का रुख़ बदल सकते हैं। टीम के लिए भी हमेशा एक लालच रहता है चाहे जो भी कप्तान हो या कोच हो कि या तो उन्हें खिलाएं या मुझे। ये हमेशा चलता रहता है। लेकिन मेरे लिए अगर मुझे मौक़ा दिया जाता है, तो मैं यही देखता हूं कि मैं टीम के लिए क्या सबसे अच्छा कर सकता हूं।
"मैं ऋषभ से मुक़ाबला करने की कोशिश नहीं कर रहा हूं और ना ही उनकी तरह खेलने की कोशिश करता हूं। जब उन्हें मौक़ा मिलेगा तो वो भी किसी और की तरह खेलने की कोशिश नहीं करेंगे। उन्हें उनके खेल और टीम को जो योगदान दे सकते हैं उसकी वजह से चुना जाता है और मेरे साथ भी वही बात लागू होती है। इसलिए मैं अपने खेल से चिपका रहता हूं और वही करने की कोशिश करता हूं जो मुझे सबसे अच्छा आता है।"