फ़ाइल तस्वीर : तानिया भाटिया को बारबेडोस के विरुद्ध मुक़ाबले के लिए एकादश में वापस लाया गया था • Getty Images
प्रमुख कोच रमेश पवार ने भारतीय महिला टीम के विकास का श्रेय टीम संयोजन में बदलाव और खिलाड़ियों की निश्चित भूमिका को दिया।
वनडे विश्व कप में जगह बनाने से चूकने के बाद जेमिमाह रॉड्रिग्स ने श्रीलंका दौरे पर टीम में वापसी की और तीनों टी20 मैचों में पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी की। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध राष्ट्रमंडल खेलों के पहले मैच में उन्होंने इसी स्थान पर बल्लेबाज़ी की। इसके बाद पाकिस्तान के विरुद्ध जीत की दहलीज़ पर खड़ी टीम इंडिया के लिए उन्हें चौथे नंबर पर भेजा गया। ग्रुप स्टेज के अंतिम मुक़ाबले में बारबेडोस के ख़िलाफ़ उन्हें अपने पसंदीदा तीसरे स्थान पर खेलने का अवसर मिला जहां उन्होंने 56 रनों की नाबाद पारी खेली। यह नवंबर 2019 के बाद उनका पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक था।
इंग्लैंड के विरुद्ध सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले से एक दिन पहले पवार ने कहा, "हम विकसित हो रहे हैं और हमारी प्रक्रियाएं और योजनाएं विकसित होती रहेंगी। हम किसी एक खिलाड़ी को एक निश्चित स्थान पर टिकाए नहीं रखेंगे और उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने का प्रयास करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "एक टीम प्रबंधन के तौर पर हमें लगा कि जेमी टीम में आने के लिए तैयार थीं क्योंकि वह कुछ समय से इंग्लैंड में खेल रही थी। हमने सोचा कि उनके साथ यह दांव खेला जाए और उन्हें ऊपर भेजा जाए।"
जेमिमाह ने 2019 में किया सुपर लीग में यॉर्कशायर डायमंड्स का प्रतिनिधित्व करते हुए एक शतक और दो अर्धशतकों की मदद से 401 रन बनाए थे। हंड्रेड प्रतियोगिता के पहले संस्करण में 249 रनों के साथ वह रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर रही थी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने तीन अर्धशतक लगाते हुए 150.90 के शानदार स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की थी।
प्रमुख कोच ने कहा, "यह एक विकसित होती प्रक्रिया है और हम प्रतिदिन सीख रहे हैं। हम प्रदर्शन और असफलता से प्रभावित नहीं हो रहे हैं। हम खिलाड़ियों को अपना समय दे रहे हैं और अगर कोई अच्छा करता है तो हम उसके साथ बरक़रार रहते हैं।"
भारत ने यास्तिका भाटिया को प्रमुख विकेटकीपर का स्थान देते हुए पहले दो मैचों में एकादश में शामिल किया था। हालांकि बारबेडोस के विरुद्ध तानिया भाटिया ने एकादश में उनकी जगह ली और 13 गेंदों पर छह रन बनाए। यास्तिका ने श्रीलंका दौरे पर भी अंतिम दो टी20 मैचों में विकेटकीपिंग का भार संभाला था।
पवार ने बताया कि तानिया का चयन इसलिए हुआ था क्योंकि टीम अपनी सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर को मुश्किल परिस्थिति में उतारना चाहती थी।
उन्होंने कहा, "जब आप किसी बड़े टूर्नामेंट में आते हैं, तो आप 15 उपलब्ध खिलाड़ियों के साथ तैयार होते हैं। यह द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं है, जहां आप किसी खिलाड़ी को यह देखने का मौक़ा देते हैं कि वह खेल के बारे में कैसा व्यवहार करती है।"
कोच ने आगे कहा, "हम अपने तर्कश के सभी तीरों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। हमें लगा कि विकेटकीपिंग में तानिया हमारी मैच-विनर बन सकती हैं क्योंकि हमारे पास गुणवत्ता वाले गेंदबाज़ हैं। तानिया पिछले कई वर्षों में विकेटों के पीछे शानदार रही हैं और इससे फ़र्क़ पड़ता है।"
सेमीफ़ाइनल में स्थान पक्का करने के बाद अगले दिन भारतीय टीम ने खेल गांव का दौरा किया। वहां उन्होंने अन्य खेल देखें और दूसरे खिलाड़ियों से बातचीत की। क्रिकेट टीम के सदस्यों ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और गोलकीपर पी आर श्रीजेश से मुलाक़ात की और पुरुष लॉन्ग जंप प्रतियोगिता में मुरली श्रीशंकर को रजत पदक जीतते हुए देखा।
भारत के क्रिकेट में पदक जीतने के बारे में पवार ने कहा, "इसे सोचकर हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हम अपने एक एथलीट की लंबी छलांग देख रहे थे, जिसने हमें रजत पदक दिलाया। इससे हमें यह आभास हुआ कि वह लड़का बहुत मेहनत कर रहा था।"
"हमारा काम है कि हम मैदान पर उस तरह की मेहनत करें। हमने उसे रजत पदक जीतते देखा और हम पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।"
सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड को हराकर भारत अपना पदक सुनिश्चित कर सकता है। वहीं इस मैच में हार उसे कांस्य पदक के मुक़ाबले में धकेल देगा।