नितीश कुमार रेड्डी: मुझे मैच विजेता बनना पसंद है और इसके लिए मुझे बहुत मेहनत करना है
SRH की इस सीज़न की खोज और बेहतरीन ऑलराउंडर से ESPNcricinfo की एक्सक्लूसिव बातचीत
विशाल दीक्षित
16-May-2024
रेड्डी ने सुपरस्टार्स से भरी टीम में अपनी अलग पहचान बनाई है • BCCI
पिछली IPL नीलामी से पहले नितीश कुमार रेड्डी को यह भरोसा नहीं था कि सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) उनको रिटेन करेगी। IPL 2023 में उन्होंने सिर्फ़ दो मैच खेले थे, जिसमें उनकी बल्लेबाज़ी आई नहीं थी, जबकि गेंदबाज़ी में पांच ओवर में उन्होंने बिना कोई विकेट लिए 54 रन दिए थे।
रेड्डी ने ESPNcricinfo से बात करते हुए कहा, "मुझे तो लगा था कि मैं अगर नीलामी में जाऊंगा तो मुझे कोई ख़रीदेगा भी नहीं, लेकिन SRH ने ही मुझे रिटेन कर लिया। तब मुझे लगा कि मुझे थोड़ी और मेहनत करनी है।"
अब SRH का थिंक-टैंक एक युवा पर दांव लगाने के लिए अपनी पीठ थपथपा सकता है। रेड्डी आंध्रा के लिए रणजी सीज़न में 18.76 की औसत से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। रेड्डी अपने आपको एक "विशुद्ध ऑलराउंडर" मानते हैं। उन्हें इस साल तभी मौक़ा मिला, जब मयंक अग्रवाल अनफ़िट हुए। हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ इस सीज़न अपने पहले ही मैच में उन्होंने अपने टेंपरामेंट की झलक दिखला दी। इस मैच में उन्होंने रवींद्र जाडेजा पर स्वीप और दीपक चाहर पर विजयी छक्का लगाया था।
रेड्डी ने कहा, "हमें पता है कि यह हर समय काम नहीं करने वाला है। आप हर मैच में विरोधी टीम के ऊपर चढ़ नहीं सकते हैं। कई बार दिन आपके लिए ख़राब होता है। हम जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं, उसमें कई बार आपके शुरुआती विकेट जल्दी गिर सकते हैं। मैं बस यही सोचता हूं कि अगर टीम कोलैप्स कर रही है तो उन्हें ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।"
पंजाब किंग्स (PBKS) के ख़िलाफ़ मैच में पहले 10 ओवर में 66 रन पर चार विकेट खोने के बाद SRH की टीम 182 के स्कोर तक पहुंच गई। रेड्डी ने इस मैच में 37 गेंदों में 64 रन बनाए, जिसमें हरप्रीत बराड़ के एक ओवर में 22 रन शामिल थे। यह उनका पहला टी20 अर्धशतक भी था।
उन्होंने कहा, "मैं ऐसी पारियां खेलना पसंद करता हूं। मुझे संतुष्टि नहीं होती अगर टीम 270 का स्कोर खड़ा करे और मैं उनमें से सिर्फ़ 40-50 रन बनाऊं।"
कुछ मैचों के बाद SRH की टीम फिर से मुश्किल में थी, जब वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और CSK के ख़िलाफ़ लगातार दो मैच हारे और फिर राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ वे दो विकेट पर 37 रनों पर थे। रेड्डी यहां पर भी आए और टिकने के बाद युज़वेंद्र चहल जैसे IPL के सबसे सफल गेंदबाज़ पर दो छक्के और दो चौके सहित एक ओवर में 20 रन ठोक दिए। उन्होंने इस मैच में 42 गेंदों में 76 रन जड़ें।
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हालांकि RCB और CSK के ख़िलाफ़ जब उनकी टीम 200+ के लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष कर रही थी, तब रेड्डी कुछ ख़ास नहीं कर सके थे और उनकी टीम को हार का मुंह देखना पड़ा था।
रेड्डी ने कहा, "पंजाब के ख़िलाफ़ खेली गई पारी मुझे बहुत पसंद है, लेकिन CSK और RCB के ख़िलाफ़ मैच में मैं पारी को अंत तक लेकर जाना चाहता था। मैं इन दो पारियों के लिए बहुत निराश था और मुझे लगा कि अगर हमें अंक तालिका के शीर्ष पर जाना है तो मुझे कोलैप्स होने पर और टिककर खेलना होगा। यही टीम में मेरी भूमिका है। जब इन दो मैचों में मैं अच्छा नहीं कर सका तो मुझे बुरा लगा। ऐसे मैचों को जीतना मेरे लिए बहुत संतुष्टि भरा होता है। RR के ख़िलाफ़ पिछले मैच में टीम को जीत तक ले जाना मेरे लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था।"
रेड्डी ने इस सीज़न 152.22 के स्ट्राइक रेट और 47.80 की बेहतरीन औसत से 17 छक्कों और 12 चौकों के साथ 239 रन बनाए हैं। उन्होंने बड़े नामों के ख़िलाफ़ भी रन बनाए हैं और एक ओवर के दौरान मैच को पलटा है। उन्होंने चहल के ख़िलाफ़ 10 गेंदों में 23, आर अश्विन के ख़िलाफ़ आठ गेंदों में 21, आवेश ख़ान के ख़िलाफ़ 10 गेंदों में 19 और कुदीप यादव के ख़िलाफ़ पांच गेंदों में 10 रन बनाए हैं। रेड्डी अपनी इस सफलता का राज़ होमवर्क और मैच के दौरान सजग बने रहने की रणनीति को बताते हैं।
वह कहते हैं, "मैं हर मैच में जाने से पहले विपक्षी टीम के गेंदबाज़ों की वीडियो देखता हूं और उनकै वैरिएशन ढूंढ़ता हूं। इसके बाद फ़ील्डिंग के हिसाब से आप पता लगा लेते हैं कि कौन गेंदबाज़ कब, कौन सी गेंद डालने जा रहा है। शुरुआत में आपको बाउंड्री ढूंढ़ने में थोड़ा संघर्ष करना पड़ता है और गैप निकालने पड़ते हैं। लेकिन एक बार जब आप 20-30 रन को क्रॉस कर लेते हैं, तब आपको पता लगने लगता है कि गेंदबाज़ क्या करने जा रहा है।"
रेड्डी 'V' और पुल शॉट पर रन बनाते हैं। उनको इस सीज़न से पहले पता था कि उन्हें अपनी बल्लेबाज़ी, ख़ासकर स्पिन के विरूद्ध, सुधारनी है। उन्होंने रिवर्स स्वीप पर बहुत काम किया है।
रेड्डी कहते हैं, "प्वाइंट क्षेत्र में स्पिनर्स अमूमन तीन फ़ील्डर (कवर प्वाइंट, बैकवर्ड प्वाइंट और शॉर्ट थर्ड) रखते हैं। इसके अलावा उनके पास डीप में एक स्वीपर भी होता है। इस कारण इस क्षेत्र में रन बनाना बहुत मुश्किल होता है। आपको गेंद को टाइन करना होता है नहीं तो आप आउट हो सकते हैं। इसलिए मैंने बस रिवर्स स्वीप का अभ्यास किया, जिससे इस क्षेत्र में रन बनाना आसान हो गया।"
परिस्थितियों का विजुअलाइज़ करना और शैडो बैटिंग करना रेड्डी की दो पसंदीदा आदत हैं। वे होटल में भी ये करते रहते हैं। उनमें सुधार करने की भूख है और वह अपने आदर्शों हार्दिक पंड्या और बेन स्टोक्स की तरह एक तगड़ा ऑलराउंडर बनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "मैं अब एक क़दम आगे बढ़ना चाहता हूं। देश में विशुद्ध ऑलराउंडर्स बहुत कम हैं। हो सकता है कि जो मैं बनना चाहता हूं, वैसा मैं छह और महीने में बन जाऊं। मुझे गेंदबाज़ी पर थोड़ा और ध्यान देना होगा। मुझे अभी एक या दो ओवर ही गेंदबाज़ी मिल रही है। मैं इस टीम में टी नटराजन और भुवनेश्वर कुमार से बहुत कुछ सीख सकता हूं।"
रेड्डी का यह भी मानना है कि शारीरिक रूप से एक ऑलराउंडर बनना बहुत कठिन भी है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि एक ऑलराउंडर का काम बहुत कठिन है और उनके शरीर की रिकवरी बहुत मुश्किल होती है। अगर आप ट्रेनिंग का एक भी सत्र छोड़ते हैं तो इससे आपके प्रदर्शन पर असर पड़ेगा। हालांकि हम ही मैच विजेता भी होते हैं और मुझे यह काम बहुत पसंद है।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं