बदानी के अनुसार, राहुल का सीधा जवाब था, "खु़श हूं कोच। मैं शीर्ष क्रम पर खेलने को लेकर खु़श हूं।"
राहुल को सभी प्रारूपों में क्रम में ऊपर-नीचे जाने की आदत है। वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो खु़द को टीम की ज़रूरत के हिसाब से ढाल सकते हैं। चेन्नई की मुश्किल लाल मिट्टी वाली पिच पर उन्हें पहले पारी को संभालने और फिर विपक्षी टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ को ध्वस्त करने के लिए राहुल की ज़रूरत थी। राहुल ने 51 गेंदों पर 77 रन की पारी के दौरान दोनों भूमिकाएं बखूबी निभाईं और फिर चेन्नई की भीषण गर्मी में विकेटकीपिंग भी की, जिससे DC को लगातार तीसरी जीत मिली।
उन्होंने धीमी शुरुआत की। DC की आधी पारी तक उन्होंने 23 गेंद में 29 रन बनाए। उन्होंने परिस्थितियों को अच्छे से भांपा और जाना कि लाल मिट्टी की पिच पर अधिक बाउंस हो रहा था, कुछ टेनिस बॉल जैसा। तो उन्होंने शुरुआत से ही हिट लगाने से परहेज किया और खु़द को भी थोड़ा समय दिया।
राहुल ने मैच के बाद कहा, "हां, यहां पर अधिक मानसिक संतुलन बनाना पड़ा और बस एक विशेष चरण में चलने की आदत डालने की प्रक्रिया थी। कुछ दिनचर्याएं हैं जो मैं करता हूं और मैं वही काम करने की आदत डालना चाहता हूं और फिर आपका शरीर वैसा करने का आदी हो जाता है"
"लेकिन जब से मैं क्रम में ऊपर-नीचे जा रहा हूं, मैं जब भी मैदान पर आता हूं तो थोड़ा असहज महसूस करता हूं और पहली कुछ गेंदों में मुझे इसकी आदत डालने में कुछ मिनट लगते हैं। यह मेरे लिए सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा रहा है। एक बार जब मैं शुरुआती घबराहट से उबर जाता हूं और क्रीज़ में रहने की आदत डाल लेता हूं या जो भी मेरी दिनचर्या है अगर मैं उसमें सहज हो सकता हूं तो फिर से बस बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी ही होती है।"
इस सीज़न सबसे अधिक विकेट लेने वाले बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर नूर अहमद के ख़िलाफ़ राहुल के पास एक योजना थी और उन्होंने उस पर अमल किया। यह पता लगाना मुश्किल है कि बाएं हाथ का कलाई का स्पिनर गेंद को किस तरफ़ घुमा रहा है, ख़ासकर तेज़ गति से, लेकिन राहुल लेंथ में किसी भी ग़लती का फ़ायदा उठाने के लिए तैयार थे। जब नूर ने एक गेंद को फुलर किया तो राहुल ने उसे मिडविकेट के ऊपर से छह रन के लिए स्लॉगस्वीप कर दिया।
नूर के ख़िलाफ़ क्रीज़ छोड़ना काफ़ी जोखिम भरा था, इसलिए राहुल ने कलाई के स्पिनर को स्वीप करने का कम जोखिम वाला विकल्प चुना, क्योंकि गेंद जिस भी दिशा में टर्न ले, जब तक आप लेंथ सही पिक करते हैं, बल्ले का आर्क उसे कवर करता है।
राहुल द्वारा एक बार फिर स्वीप करने की उम्मीद करते हुए नूर ने अपने तीसरे ओवर में राहुल की पहुंच से दूर एक रॉन्गवन की। मूल रूप से स्वीप के लिए तैयार राहुल ने लेंथ चुनी, जो शॉट के लिए पर्याप्त नहीं थी और नूर के सिर के ऊपर एक घुटने पर फ्लैट शॉट खेल दिया। इसने नूर को फिर से अपनी लेंथ बदलने के लिए मजबूर किया और राहुल ने फिर से स्वीप किया। नूर को नीचा करने के लिए स्वीप उनकी योजना एक व्यापक सफलता थी, जहां पर उन्होंने 222.22 की स्ट्राइक रेट से नौ गेंदों पर 20 रन बनाए। नूर शनिवार तक अजेय दिख रहे थे, लेकिन इस मैच में राहुल ने उन्हें अपने पूरे कोटे के ओवर गेंदबाजी करने से रोक दिया।
DC कोच बदानी ने मैच के बाद पत्रकार वार्ता में कहा, "मुझे लगता है कि हमने एक टीम के तौर पर जो बात कही है, वह यह है कि किसी भी गेंदबाज़ को टिकने नहीं देना है। अब, एक निश्चित बल्लेबाज़ के पास अपनी खु़द का गेम प्लान होगा। और जैसा कि आपने बताया, राहुल इस बात को लेकर स्पष्ट थे कि वह नूर को टिकने नहीं देंगे। क्योंकि उन्हें लगा कि नूर CSK के लिए एक महत्वपूर्ण गेंदबाज है। और वह यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि एक बार जब आप विपक्ष के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ को बाहर कर देते हैं, तो विपक्ष के लिए उसके बाद वापसी करना मुश्किल हो जाता है और मुझे लगता है कि उन्होंने यह अच्छा किया।"
राहुल ने उस दिन CSK के आक्रमण की सबसे कमज़ोर कड़ी को संभालने की कोशिश की, बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मुकेश चौधरी की गेंद को रिवर्स-स्कूप करके कीपर और शॉर्ट थर्ड के बीच से चौका लगाया। शॉर्ट थर्ड पर ख़लील अहमद के पास गेंद जाने से पहले ही, उन्होंने अपने हाथ सिर पर रख लिए थे। राहुल अंत के ओवरों में थक गए, जहां उन्होंने अपनी आखिरी दस गेंदों में से सिर्फ़ नौ रन बनाए, लेकिन उन्होंने पहले ही DC को एक बेहतर स्कोर तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त काम कर लिया था।
2023 वनडे विश्व कप फ़ाइनल में राहुल दबाव में कोई निर्णय नहीं ले पाए। उन्हें यकीन नहीं था कि उन्हें मिचेल स्टार्क पर आक्रमण करना चाहिए, जब वह डेथ ओवरों में वापस आए या उन्हें बाहर करके कहीं और रन बनाने चाहिए। हालांकि, शनिवार को नूर के ख़िलाफ़ राहुल ने कोई आधा-अधूरा कदम नहीं उठाया। पिछले महीने चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में भी उन्होंने मिचेल सेंटनर के ख़िलाफ़ कोई आधा-अधूरा कदम नहीं उठाया। वह इतने बहुमुखी हैं कि DC उन्हें किसी भी स्थिति में बल्लेबाजी करने के लिए समर्थन देते हैं।
DC शुरू में राहुल को ओपनिंग के लिए भेजना चाहते थे, लेकिन हैरी ब्रूक के टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद उन्होंने उन्हें नंबर 4 पर खिलाने का फै़सला किया। उस स्थान पर DC के लिए अपने पहले गेम में उन्होंने मोहम्मद शमी की पहली तीन गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। CSK के ख़िलाफ़ अपने अगले मैच में, वह बिना किसी परेशानी के शीर्ष पर आ गए और चुनौतीपूर्ण चेपॉक ट्रैक पर उनके लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बदानी ने राहुल के बारे में कहा, "वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो समय की ज़रूरत को समझते हुए काफ़ी समय से टीम में हैं। उन्होंने भारत के लिए हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग की है। उन्होंने हाल ही में समाप्त चैंपियंस ट्रॉफ़ी में नंबर 4 या 5 पर बल्लेबाज़ी की है और वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो स्पिन को अच्छी तरह से खेल सकते हैं और तेज़ गेंदबाज़ी को भी अच्छी तरह से खेल सकते हैं।"
सुबह उठो, एक आकार बदलने वाली चीज़ बन जाओ और शाम को प्लेयर ऑफ़ द मैच का पुरस्कार जीतो। यह केएल राहुल के जीवन का एक और दिन है।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हें।