चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़
मैच से पहले
रोहित शर्मा ने
IPL 2025 में 0, 8, 13, 17, 18 और 26 का स्कोर बनाया था। इससे पहले चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भी फ़ाइनल को छोड़कर उनका प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में कुछ ख़ास नहीं रहा था और वह अच्छी शुरुआत के बाद बड़े स्कोर के लिए जूझ रहे थे।
उनके इस प्रदर्शन के कारण टीम में उनके रहने पर भी सवाल उठने लगे थे। हालांकि मुंबई इंडियंस (MI) के टीम प्रंबधन को उन पर पूरा विश्वास था, जैसा कि टीम के मुख्य कोच
महेला जयवर्दने और
कायरन पोलार्ड ने टूर्नामेंट के पूर्व के प्रेस कॉन्फ़्रेंसों में रोहित की जगह पर कोई भी सवाल होने से इनकार किया था।
रोहित टीम प्रबंधन के इस भरोसे पर रविवार को खरे उतरे, जब उन्होंने CSK के ख़िलाफ़ 45 गेंदों में 76 रनों की पारी खेली, जिसमें चार चौके और छह गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनके और सूर्यकुमार के अर्धशतकों की मदद से MI को CSK के ऊपर नौ विकेट की बड़ी जीत मिली और रोहित को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया।
इस अवॉर्ड को लेते हुए रोहित ने कहा, "मेरे लिए यह ज़रूरी है कि मैं जो कर रहा हूं, करता रहूं। इसका मतलब अभ्यास से है कि मैं अभ्यास में जिस तरह से गेंद को हिट कर रहा हूं, करता रहूं। यही मैं लगातार कोशिश कर रहा था। जब आप अपने आपका समर्थन करते हैं तो आप दिमाग़ से स्पष्ट रहते हैं कि ऐसी चीज़ें होती रहेंगी। मुझे पता है कि एक बड़ी पारी खेले कुछ समय हो गया था। लेकिन अगर मैं ख़ुद पर संदेह करने लगता तो इससे मेरे ऊपर ही दबाव बढ़ता और मैं अलग-अलग चीज़ें करने की कोशिश करते। ऐसे में मेरा अनुभव इसमें काम आया।"
पिछले मैचों में भी भले ही उनसे रन ना बने हो फिर भी उनका स्ट्राइक रेट इन मैचों में 143 का था। रनों का सूखा होने के बावज़ूद CSK के ख़िलाफ़ मैच में रोहित ने अपनी बल्लेबाज़ी शैली से कोई समझौता नहीं किया और लगातार शॉट खेलते रहे। उन्होंने
जेमी ओवर्टन और
ख़लील अहमद के शुरुआती ओवरों में छक्के जड़े और सिर्फ़ 33 गेंदों में दो और छक्के जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया।
रोहित ने इस मैच से पहले शनिवार को अभ्यास नहीं किया था। इससे पहले सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच से भी पहले उन्होंने अभ्यास नहीं किया था।
जयवर्दने इस बाबत कहते हैं, "इससे ज़्यादा कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ता, आप अनुभवी खिलाड़ियों को ऐसे छोड़ सकते हो। आप उनसे बात भी करो तो सिर्फ़ सकारात्मक बातें करो। उन्हें पता है कि उन्हें क्या करना है। उनको पिछले मैचों में भी अच्छे और तेज़ शुरुआत मिले थे, लेकिन एक-आध मिसटाइम शॉट के कारण वह आउट हो रहे थे। लेकिन T20 क्रिकेट ऐसा ही है, हमें यह समझना होगा।
"जब वह इस तरह की पारी खेलते हैं, हमें पता है कि वह मैच और मोमेंटम को बदलने की क्षमता रखते हैं। इससे बाक़ी खिलाड़ियों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मैं बहुत ख़ुश हूं कि उन्होंने अपने अप्रोच में पहले दिन से कोई बदलाव नहीं किया, भले ही वह असफल हो रहे थे। वह टीम के लिए खेल रहे थे, जो कि बहुत ही अच्छी बात है।"