घर पर तीन लगातार हार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आख़िरकार राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ 200 से अधिक का स्कोर किया और रोमांचक जीत दर्ज की। विराट कोहली ने 70 रन की अहम पारी खेली और मैच के बाद कहा कि इस बारे में चर्चा हुई थी कि टीम को क्या अलग करने की ज़रूरत है और गुरुवार को वे इसे अमलीज़ामा पहनाने में क़ामयाब रहे और उनको उनका टैंपलेट मिल गया।
IPL 2025 में घर पर पहली जीत के बाद ब्रॉडकास्टर से कोहली ने कहा "हमारे घर पर तीन औसत मैच रहे हैं और बल्लेबाज़ी यूनिट में हमने कुछ चीज़ों पर चर्चा की कि हमें क्या सही करने की ज़रूरत है और मुझे लगता है कि आज हमने सही किया और यह स्कोर बोर्ड पर लगाया। हमें लगा कि पिच उतनी सपाट नहीं थी, जितना स्कोर स्कोरबोर्ड पर दिखाया गया था।"
घर पर पिछले तीन मैचों में टीम पावरप्ले में गेंदबाज़ों पर आक्रमण करने की वजह से तीन विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन RR के ख़िलाफ़ उन्होंने पहले छह ओवर अपने विकेट बचाकर रखे। और सातवें ओवर में जब फ़िल सॉल्ट आउट हुए तो कोहली और देवदत्त पड़िक्कल के बीच में 95 रनों की बड़ी साझेदारी हुई।
कोहली ने कहा, "मुझे लगता है कि टैंपलेट साधारण था, आप जानते हैं एक बल्लेबाज़ को एंकर करना होता है और दूसरे को उसके इर्दगिर्द आक्रमण करना होता है। तो मेरे पर वह ज़िम्मेदारी थी। मैं इस पिच को बहुत बेहतर जानता हूं और देवदत्त भी। तो यही बेसिक प्लान था। हमनें सॉल्ट को उनका काम करने दिया और जब हमारे कुछ विकेट गिर गए तो हमें मौक़े को भुनाना था और दोबारा से पारी की संरचना करनी थी और आज यह काम आया।"
मैच की शाम में RCB के कप्तान रजत पाटीदार ने बल्लेबाज़ों को अपने शॉट चयन पर फ़ोकस करने को कहा था और कोहली ने इसी वाक्य पर फ़ोकस करते हुए कहा कि गुरुवार को यही उन सभी के काम आया।
उन्होंने कहा, "नई गेंद के साथ पहले तीन से चार ओवर तक गति और बाउंस दोनों थे, ख़ासतौर पर पहली पारी में। तो मुझे लगता है कि पहले तीन मैचों में हमने अधिक शॉट खेलने का प्रयास किया था।"
"आज हमने प्रयास किया कि चलिए गेंद को अपने पास आने दीजिए और आप जानते हैं कि कैसे टाइमिंग के साथ गेंद को गैप में भेजा जाए और मुझे लगता है कि इसी समायोजन के बारे में इस पिच के लिए मैंने बात की थी और तब हम विरोधी टीम पर इतना दबाव बनाने में क़ामयाब रहे कि वे हमें बाउंड्री बॉल डालें, आज यही हुआ और हमने उन मौक़ों का फ़ायदा उठाया।"
RCB ने पांच विकेट पर 205 रन बनाए और RR मात्र 11 रन से चूक गई। इसके पीछे की सफ़लता का राज़ जॉश हेज़लवुड की डेथ ओवरों में कमाल की गेंदबाज़ी थी।
कोहली ने कहा, "205 रन आखिर में काफ़ी साबित हुए, लेकिन एक समय पर मैंने सोचा था कि शायद कुछ और रन होने थे। यही एक मुश्किल हिस्सा है अभी के लिए। हमने अब बल्लेबाज़ी करने का तरीक़ा खोज लिया है, इसलिए बल्लेबाज़ों में अधिक आत्मविश्वास है।"
तो हमारे पास अभी घर पर तीन और मैच हैं तो मुझे लगता है कि हमें अच्छी स्थिति में होना चाहिए और 25-30 रन अधिक बनाने चाहिए।"
कोहली ने बेंगलुरु में टॉस जीतने की अहमियत पर भी बात की, क्योंकि चेज़ करने वाली टीमों को ओस का फ़ायदा मिलता है। गुरुवार को लगातार चौथी बार पाटीदार ने टॉस हारा।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि पहली चुनौती तो टॉस जीतना ही है, सच कहूं क्योंकि पहले हाफ़ की तुलाना में दूसरे हाफ़ में आपको पिच पर अधिक नज़र रखनी होती है। साथ ही ओस आ जाती है, तो इससे भी फ़ायदा मिलता है। तो हम इसके लिए लगातार लड़ रहे हैं कि पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा किया जाए। आज भी हम 20-25 रन कम रह गए।"
"आज हम 200 पार पहुंचने में क़ामयाब रहे तो इसी वजह से हम मैच में बने रहे।"