रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए सीज़न का आग़ाज़ आशावादी रहा है। वहीं मुंबई इंडियंस के लिए शुरुआती मैच हारना कोई नई बात नहीं है लेकिन कप्तान रोहित शर्मा
बेताब हैं कि उनकी टीम अधिक तीव्रता के साथ खेले। चलिए आंकड़े क्या भविष्यवाणी करते हैं?
दोनों टीम में हैं 'एस ऑफ़ पेस'
आरसीबी के लिए हर्षल पटेल ने पिछले संस्करण के अपने फ़ॉर्म को इस बार भी जारी रखते हुए बहुत किफ़ायती गेंदबाज़ी की है। 8 अप्रैल तक न्यूनतम पांच ओवर करने वाले गेंदबाज़ों में 5.4 की उनकी इकॉनमी इस सीज़न उमेश यादव (5.3) के अलावा किसी भी गेंदबाज़ से बेहतर है। वैसे भी मुंबई इंडियंस उनकी पसंदीदा टीम है - उनके विरुद्ध 10 पारियों में उन्होंने 12.9 की इकॉनमी और 10.2 के स्ट्राइक रेट से 18 विकेट लिए हैं। इनमें पिछले सीज़न एक मैच में हैट-ट्रिक के साथ लिए गए पांच विकेट शामिल हैं।
मुंबई की टीम में जसप्रीत बुमराह जवाबी हमला बोल सकते हैं। उनका भी आरसीबी के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड लाजवाब है - 17 पारियों में 20.8 के औसत और 16.5 के स्ट्राइक रेट से 24 विकेट। इस मैच में ग्लेन मैक्सवेल की वापसी की संभावना है और मैक्सवेल को टी20 क्रिकेट में सर्वाधिक सात बार आउट करने वाले गेंदबाज़ बुमराह ही हैं। बुमराह ने विराट कोहली को भी चार बार आउट किया है। हालांकि जहां मैक्सवेल का औसत और स्ट्राइक रेट बुमराह के सामने 10.7 और 115 हैं, वहीं यही आंकड़े विराट ने 31.5 और 150 तक का रखा है।
मुंबई की तेज़ गेंदबाज़ी में प्रचंड समस्या
एक अकेला जस्सी मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण को कहां तक संभालेगा? मुंबई के लिए तीन पारियों में इकॉनमी रेट (10.5), उस पर लगे छक्के (24) और गेंद प्रति बाउंड्री (3.8) अब तक इस संस्करण में किसी भी टीम से ख़राब हैं। 16-20 ओवर के बीच यह इकॉनमी 15.8 तक चली जाती है हालांकि इसमें पैट कमिंस की दी गई पिटाई से भी गहरा असर पड़ा है। तेज़ गेंदबाज़ी क्रम को मज़बूत करने के लिए एक विकल्प होंगे जयदेव उनादकट जिनका एमसीए स्टेडियम पुणे में रिकॉर्ड काफ़ी अच्छा है।
फ़िनिशिंग के नए बेताज बादशाह
अगर सीमित ओवर के क्रिकेट में फ़िनिशर की परिभाषा मांगी जाए तो शायद ऐसा कहना सही होगा कि ऐसा बल्लेबाज़ जो आख़िर के ओवर में आए, रन गति में बढ़ोतरी करवाए और मैच ख़त्म करने में बड़ा रोल अदा करे। इन मानदंडों पर दिनेश कार्तिक ने इस सीज़न बढ़िया काम किया है। तीनों पारियों में उन्होंने क्रमशः 17.2, 16.1 और 12.4 ओवर में एंट्री ली है और अब तक बिना विकेट गंवाए 44 गेंदों पर 205 के स्ट्राइक रेट से 90 रन बनाए हैं। एक और ख़ास बात - कार्तिक ने अब तक आईपीएल में बुमराह को अपना विकेट कभी नहीं दिया है। उनके विरुद्ध उन्होंने 33 गेंदों में 164 के स्ट्राइक रेट से 54 रन बनाए हैं जिनमें छह छक्के और दो चौके शामिल हैं।
पावरप्ले के उस्ताद हैं किशन
इशान किशन के आईपीएल 2020 से बतौर ओपनर जीवन का एक मज़ेदार तथ्य है कि उन्होंने नौ ऐसी पारियों में कभी पावरप्ले में अपना विकेट नहीं गंवाया है। उनकी स्ट्राइक रेट 154 की है और वह औसतन हर 3.7 गेंदों पर बॉउंड्री लगाते हैं। आईपीएल 2019 के बाद वह इकलौते ओपनर हैं जिनका पावरप्ले में नॉट आउट प्रतिशत 100 का है। उनके बाद इस मामले में आते हैं के एल राहुल जो 31 पारियों में 77 प्रतिशत अर्थात 24 बार नाबाद रहे हैं।
हसरंगा से मत लेना पंगा
वैसे वनिंदू हसरंगा के रूप में फ़ाफ़ डुप्लेसी के पास किशन के लिए एक ब्रह्मास्त्र हैं। किशन का रिकॉर्ड लेग स्पिनर के विरुद्ध सबसे साधारण है। वहीं हसरंगा ने कायरन पोलार्ड को बहुत परेशान किया है। पांच पारियों में पोलार्ड ने हसरंगा के ख़िलाफ़ 18 गेंदों पर 19 रन बनाए हैं और दो बार आउट भी हुए हैं।
देबायन सेन ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के सहायक संपादक और क्षेत्रीय भाषा प्रमुख हैं