वेस्टइंडीज़ ने 2012 और 2016 टी20 विश्व कप जीता था, लेकिन पिछला कुछ विश्व कप उनके लिए सही नहीं गया है। टी20 विश्व कप में मेज़बान वेस्टइंडीज़ का पहला
मुक़ाबला पापुआ न्यू गिनी (PNG) से 2 जून को गयाना के प्रॉविडेंस में होगा। दो बार की विजेता (2012 और 2016) वेस्टइंडीज़ की टीम ग्रुप सी में PNG, यूगांडा, न्यूज़ीलैंड और अफ़ग़ानिस्तान के साथ है। अगर वे आगे बढ़ते हैं तो सुपर-8 मुक़ाबलों में उनका सामना पाकिस्तान, साउथ अफ़्रीका और इंग्लैंड से हो सकता है।
टी20 विश्व कप 2024 में वेस्टइंडीज़ के अभियान की शुरुआत पहले दिन 2 जून को PNG के ख़िलाफ़ मैच से होगा। यह मैच भारतीय समयानुसार रात आठ बजे से खेला जाएगा। इसके बाद उनका अगला मुक़ाबला 9 जून को युगांडा के ख़िलाफ़ रात के आठ बजे से होगा। इसके बाद 13 जून और 18 जून को वे क्रमशः न्यूज़ीलैंड और अफ़ग़ानिस्तान से भारतीय समयानुसार दिन में छह बजे भिड़ेंगे।
टी20 विश्व कप के लिए वेस्टइंडीज़ दल
रोवमन पॉवेल (कप्तान), अल्ज़ारी जोसेफ़ (उपकप्तान), जॉनसन चार्ल्स, रॉस्टन चेज़, शिमरॉन हेटमायर, शमार जोसेफ़, ब्रैंडन किंग, निकोलस पूरन (विकेटकीपर), शे होप, आंद्रे रसल, रोमारियो शेफ़र्ड, ओबेद मकॉए, अकील हुसैन, गुदाकेश मोती, शर्फ़ेन रदरफ़ोर्ड
रिज़र्व: काइल मायर्स, मैथ्यू फ़ोर्ड, फ़ेबियन ऐलेन, हेडन वॉल्श जूनियर और आंद्रे फ़्लेचर
निकोलस पूरन: निकोलस पूरन पिछले टी20 विश्व कप 2022 के बाद से विश्व में सर्वाधिक 154 टी20 छक्के लगा चुके हैं। इस दौरान उनके 2000 से अधिक रन भी हैं। हाल ही में समाप्त हुए IPL 2024 में भी पूरन का फ़ॉर्म अच्छा रहा था और उन्होंने 62 की औसत और 178 के स्ट्राइक रेट से 499 रन बनाए। पूरन इस फ़ॉर्म को विश्व कप में भी जारी रखना चाहेंगे।
आंद्रे रसल : पिछले टी20 विश्व कप के बाद से सर्वाधिक छक्के लगाने के मामले में रसल भी 111 छक्कों के साथ पूरन से ज़्यादा पीछे नहीं हैं और विश्व में चौथे स्थान पर हैं। पिछले टी20 विश्व कप के बाद से रसल का टी20आई स्ट्राइक रेट 196.3 का रहा है, जो कि ग्लेन मैक्सवेल के बाद विश्व में सबसे अधिक है। IPL 2024 विजेता KKR के लिए उन्होंने इस साल 185 के स्ट्राइक रेट से 222 रन बनाए तो 15.53 की शानदार औसत से 15 मैचों में 19 विकेट भी झटके।
टी20 विश्व कप में सबसे बेहतर प्रदर्शन
वेस्टइंडीज़ 2012 और 2016 में विश्व विजेता रही है, लेकिन 2021 में वे सुपर 12 और 2022 में ग्रुप चरण से बाहर हो गए। इस बार वेस्टइंडीज़ की टीम कुछ विश्व विजेता खिलाड़ियों के साथ फिर से अपने अच्छे दिनों को वापस लाना चाहेगी।