यशस्वी जायसवाल: मेरे चयन की ख़बर सुन कर पिताजी रोने लगे
भारतीय टेस्ट टीम में चयनित होने के बाद यशस्वी वेस्टइंडीज़ दौरे की तैयारी के लिए एनसीए जाएंगे
पीटीआई
24-Jun-2023
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी लाल गेंद के साथ यशस्वी का रिकॉर्ड काफ़ी बढ़िया है • ICC via Getty Images
शुक्रवार को जब वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में यशस्वी जायसवाल की चयन की ख़बर आई तो यह उनके लिए एक ऐसा पल था, जहां उनकी भावनाएं और उत्साह दोनों एक अलग ही स्तर पर थीं।
अपने चयन के कुछ घंटे बाद यशस्वी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, "मेरे पिता रोने लगे। मैं अभी तक (घोषणा के बाद से) अपनी मां से नहीं मिला हूं। कुछ देर में मैं उनसे मिलने जा रहा हूं। मैं सुबह से बाहर था। अभ्यास सत्र के साथ-साथ कुछ अन्य काम भी थे।"
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ होने वाली सीरीज़ की तैयारी के लिए कुछ दिनों में बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) जा रहे यशस्वी ने कहा, "मैं काफ़ी अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा। मैं उत्साहित ज़रूर हूं लेकिन मैदान पर खु़द को अभिव्यक्त भी करना चाहता हूं।"
"मेरी तैयारी अच्छी चल रही है और मुझे (डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल के दौरान) वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ काफ़ी बातचीत करने का मौक़ा मिला। मैंने उनसे वहां यही सीखा कि कुछ भी हो जाए, अंत में सब कुछ है आप पर ही है कि आप कैसे किसी चीज़ को आगे लेकर जाते हैं।"यशस्वी जायसवाल
21 वर्षीय यशस्वी ने बीते आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने उस दौरान 163.61 के स्ट्राइक रेट से 625 रन बनाए थे। इसके अलावा प्रथम श्रेणी क्रिकेट के दौरान भी लाल गेंद के साथ उनका प्रदर्शन काफ़ी बेहतरीन रहा है, जहां उन्होंने 26 पारियों में 80.21 की धाकड़ औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने अपना पिछला प्रथम श्रेणी मैच ईरानी ट्रॉफ़ी में खेला था। उस मैच में उन्होंने 213 और 144 का स्कोर किया था। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल के दौरान भी यशस्वी रिज़र्व खिलाड़ी के तौर पर भारतीय टीम का हिस्सा थे।
यशस्वी ने कहा कि वह टीम की घोषणा से पहले थोड़ा नर्वस थे। "जब तक आपको पता नहीं चल जाता कि टीम में आपका भी नाम है, तब तक तो थोड़ी घबराहट तो होती है। मैं नर्वस था। हालांकि यह एक अच्छा एहसास है।"
"मेरी तैयारी अच्छी चल रही है और मुझे (डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल के दौरान) वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ काफ़ी बातचीत करने का मौक़ा मिला। मैंने उनसे वहां यही सीखा कि कुछ भी हो जाए, अंत में सब कुछ है आप पर ही है कि आप कैसे किसी चीज़ को आगे लेकर जाते हैं।"
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ होने वाली सीरीज़ के दौरान भारतीय टीम दो टेस्ट खेलेगी। पहला टेस्ट 12 जुलाई से डोमिनिका में और दूसरा 20 जुलाई से त्रिनिदाद में शुरू होगा।