WPL प्लेऑफ़ का समीकरण हुआ मुश्किल, दीप्ति और गार्डनर के जंग में कौन बनेगा विजेता?
लखनऊ में पहली बार WPL का कोई मैच होने वाला है, जहां यूपी वारियर्ज़ और गुजरात जायंट्स की टीम आमने-सामने होगी
श्रुति रवींद्रनाथ
02-Mar-2025
इस सीज़न गार्डनर काफ़ी अच्छी फ़ॉर्म में हैं, जबकि दीप्ति अभी भी लय की तलाश में हैं • WPL
WPL में किन टीमों के बीच मैच है ?
यूपी वॉरियर्ज़ बनाम गुजरात जायंट्स
इकाना स्टेडियम 7.30pm IST
क्या उम्मीद करें: ग़लती की बहुत कम गुंजाइश
यूपी वॉरियर्ज़ और गुजरात जायंट्स टूर्नामेंट के एक अहम दौर में प्रवेश कर रही हैं, जहां प्लेऑफ़ के समीकरण काफ़ी मुश्किल हो गए हैं। उसी कारण से ग़लती की बहुत कम गुंजाइश है। वॉरियर्ज़ अपने पहले घरेलू मुक़ाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है। लखनऊ पहली बार WPL मुक़ाबले की मेज़बानी कर रहा है। जायंट्स और वॉरियर्ज़, दोनों ही अब तक पांच मुक़ाबले खेल चुकी हैं और सिर्फ़ दो में जीत दर्ज कर पाई हैं। फ़िलहाल तीन टीमें चार अंकों पर हैं, जिसमें नेट रन रेट के आधार पर वॉरियर्ज़ तीसरे स्थान पर हैं, जबकि जायंट्स अंक तालिका में सबसे नीचे हैं।
वॉरियर्ज़ इस सीज़न अपने अंतिम तीन लीग मुक़ाबले इकाना स्टेडियम में खेलेंगी और वे इस घरेलू लाभ का अधिकतम फ़ायदा उठाने के लिए प्रतिबद्ध होंगी। पिछले मुक़ाबले में मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ वॉरियर्ज़ ने अपनी बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव किया था, जिसमें ग्रेस हैरिस ने किरण नवगिरे के साथ पारी की शुरुआत की और वृंदा दिनेश को नंबर 3 पर भेजा गया। यह रणनीति फ़ायदेमंद साबित हुई, क्योंकि हैरिस और दिनेश ने क्रमशः 46 और 33 रन की अहम पारियां खेलीं। हालांकि वॉरियर्ज़ के लिए सबसे बड़ी चुनौती अच्छी शुरुआत को भुनाने की रही है। या तो उनकी पारी निचले क्रम पर शिनेल हेनरी और सोफ़ी एक्लस्टन की ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी पर निर्भर रही है या फिर वे औसत स्कोर तक ही सीमित रह गई हैं। मिडल ओवर्स वह दौर है, जहां वॉरियर्ज़ सबसे अधिक संघर्ष कर रही हैं और जायंट्स इसे भुनाने की कोशिश कर सकती हैं। अब तक इस WPL में वॉरियर्ज़ ने 7 से 16 ओवर के बीच सबसे ज़्यादा विकेट (24) गंवाए हैं और इस चरण में उनकी रन गति (6.72) सबसे कम रही है।
गुजरात जायंट्स की समस्याएं
जायंट्स के गेंदबाज़ी आक्रमण की भूमिकाएं काफ़ी हद तक स्पष्ट नज़र आ रही हैं, लेकिन उनके शीर्ष क्रम को लेकर अभी भी सवाल बने हुए हैं। उन्होंने अब तक पांच मुक़ाबलों में तीन अलग-अलग ओपनिंग जोड़ियां आज़माई हैं, जिसमें केवल बेथ मूनी ही शुरुआत से अपनी जगह बरक़रार रख पाई हैं। दयालन हेमलता ने पहले तीन मुक़ाबलों में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी की, लेकिन लगातार नाकाम रहने के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया था। इसके बाद RCB के ख़िलाफ़ उन्हें ओपनिंग के लिए भेजा गया। हरलीन देओल ने इस सीज़न की शुरुआत मध्यक्रम में की थी, लेकिन बाद में उन्होंने मूनी के साथ ओपनिंग की और फिर पिछले मुक़ाबले में उन्हें नंबर 3 पर भेजा गया। हालांकि जायंट्स ने अपने मध्यक्रम को मज़बूत करने के लिए बाएं हाथ की बल्लेबाज़ फ़ीबी लिचफ़ील्ड और दो स्टार ऑलराउंडर्स एश गार्डनर और डिएंड्रा डॉटिन को शामिल किया है। लिचफ़ील्ड ने भी एक मैच में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी की थी, लेकिन मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ उन्हें नंबर 5 पर भेजा गया, जहां उन्होंने नाबाद 30 रन बनाकर सहजता दिखाई।
हालिया फ़ॉर्म
यूपी वॉरियर्ज़: हार-जीत-हार (पिछले तीन मुक़ाबले, हालिया मुक़ाबला सबसे पहले)
गुजरात जायंट्स: जीत-हार-हार
टीम न्यूज़ और संभावित XI
लखनऊ की पिच आमतौर पर धीमे गेंदबाज़ों को मदद देती है। वॉरियर्ज़ अतिरिक्त स्पिनर के रूप में अलाना किंग को शामिल करने का विचार कर सकती हैं और तालिया मैक्ग्रा को बाहर बैठाया जा सकता है, जो इस सीज़न बल्ले और गेंद दोनों से संघर्ष कर रही हैं।
यूपी वॉरियर्ज़ (संभावित XI):
1.किरण नवगिरे, 2. ग्रेस हैरिस, 3. वृंदा दिनेश, 4. दीप्ति शर्मा (कप्तान), 5. श्वेता सहरावत, 6. उमा चेत्री (विकेटकीपर), 7. चिनले हेनरी, 8. साइमा ठाकोर, 9. अलाना किंग, 10. सोफ़ी एक्लेस्टन, 11. क्रांति गौड़
गुजरात जायंट्स भी बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ को तेज़ गेंदबाज़ मेघना सिंह की जगह वापस ला सकती है।
गुजरात जायंट्स (संभावित XI):
बेथ मूनी (विकेटकीपर), 2. दयालन हेमलता, 3. हरलीन देओल, 4. एश गार्डनर (कप्तान), 5. फ़ीबी लिचफ़ील्ड, 6. डिएंड्रा डॉटिन, 7. काश्वी गौतम, 8. भारती फुलमाली, 9. तनुजा कंवर, 10. मेघना सिंह/राजेश्वरी गायकवाड़, 11. प्रिया मिश्रा
इन खिलाड़ियों पर रहेगी नज़र: ग्रेस हैरिस और काश्वी गौतम
ग्रेस हैरिस को चार मैचों के बाद और बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर भेजे जाने के बाद आख़िरकार इस टूर्नामेंट में लय मिली। उन्होंने मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ 26 गेंदों में 45 रन की विस्फोटक पारी खेली। हालांकि उनकी टीम जीत नहीं सकी। अब जब उन्होंने अपनी लय वापस पा ली है, तो वह लखनऊ लेग में वॉरियर्ज़ के लिए अहम योगदान देने की कोशिश करेंगी।
काश्वी गौतम सिर्फ़ जायंट्स ही नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट की सबसे प्रतिभाशाली युवा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों में से एक रही हैं। उन्होंने अब तक पांच मुक़ाबलों में छह विकेट लिए हैं और 5.58 की इकॉनमी के साथ इस सीज़न की सबसे किफ़ायती गेंदबाज़ रही हैं। बेंगलुरु में मददगार परिस्थितियों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह लखनऊ में कैसी गेंदबाज़ी करती हैं।
प्रमुख आंकड़े
ऐश्ली गार्डनर ने अब तक इस WPL में सबसे ज़्यादा 15 छक्के लगाए हैं।
पिछले साल आठ मैचों में 295 रन बनाने वाली दीप्ति शर्मा इस सीज़न अब तक सिर्फ़ 88 रन ही बना पाई हैं।
वॉरियर्ज़ की ओर से इस WPL में अब तक कोई भी बल्लेबाज़ टॉप 10 स्कोरर्स की सूची में शामिल नहीं है।