करियर की संघर्षपूर्ण शुरुआत
रोहित शर्मा ने
श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेले गए मैच में जैसे ही 23 का स्कोर बनाया, वह 10,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में शामिल हो गए। यह आंकड़ा उन्होंने एक शानदार सिक्सर के साथ पूरा किया। वनडे में रोहित अब 10,000 रनों का आंकड़ा पार करने वाले
दूसरे सबसे तेज़ खिलाड़ी हैं। अब तक कुल 15 खिलाड़ियों ने 10 हज़ार रन बनाए हैं। विराट कोहली ने यह आंकड़ा 205 पारियों में प्राप्त किया था। वहीं रोहित को यहां तक पहुंचने में कुल 241 पारियां लगी। सचिन तेंदुलकर ने अपनी 259 पारियों में 10 हज़ार रन बनाए थे।
हालांकि अब से अगर 10 साल पहले की बात की जाए तो रोहित के लिए यह आंकड़ा एक पहाड़ के जैसा था। अपने 2000 वनडे रन पूरा करने में ही उन्हें 80 मैच लग गए थे। लेकिन जब से 2013 में उन्हें सलामी बल्लेबाज़ की ज़िम्मेदारी दी गई, उन्होंने रनों का अंबार लगाना शुरू कर दिया। सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर पहले चार सालों में रोहित ने 66 पारियो में 3153 रन बनाए। इसमें आठ शतक भी शामिल थे। इन आठ में से दो शतक डबल सेंचुरी थी, जिसमें 2014 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ 264 रनों की पारी भी शामिल थी।
इसके अगले चार सालों में रोहित अपने बैटिंग फ़ॉर्म में चरम पर थे। अपनी अगली 70 पारियों में उन्होंने कुल 4000 रन बनाए, जिसमें 19 शतक शामिल थे। उस दौरान रोहित की औसत लगभग 65 के क़रीब थी।
इसके बाद अगर 2021 से रोहित शर्मा को देखा जाए तो हमें एक अलग रोहित शर्मा को देखने का मौक़ा मिलता है। इस फ़ेज में उनकी औसत नीचे ज़रूर जा रही थी लेकिन उनका स्ट्राइक रेट लगातार ऊपर जा रहा था।
इस अवधि में उन्होंने जो 24 पारियां खेलीं, उनमें उन्होंने केवल एक शतक के साथ 45.80 की औसत से 916 रन बनाए। उस समय उनका स्ट्राइक रेट 106.38 का था। 2021 के अंत में भारत के कप्तान का पद संभालने के बाद से अपनी पहली 20 गेंदों में 91.27 के स्ट्राइक रेट से रन बना रहे थे। उससे पहले रोहित की पहली 20 गेंदों का स्ट्राइक रेट केवल 64.22 था और 2013 में यह 65.42 का था।
देर आयद दुरुस्त आयद
वनडे में ओपनर रोहित शर्मा के आंकड़े अदभुत हैं। उन्होंने 55.95 की औसत से 160 पारियों में कुल 8001 रन बनाए हैं। वनडे में किसी भी सलामी बल्लेबाज़ के लिए (कम से कम 50 पारी) रोहित
नंबर एकs पर हैं। इस लिस्ट में रोहित के अलावा सिर्फ़ इमाम उल हक़ (50.44) की औसत 50 से ऊपर है। ओपनिंग करते हुए रोहित ने 28 शतक लगाए हैं। इस मामले में वह दूसरे नंबर पर हैं। सचिन तेंदुलकर ने ओपनिंग करते हुए
कुल 45 शतक लगाए थे।
रोहित अपने बड़े शतकों के लिए जाने जाते हैं। उनके 28 वनडे शतक में में आठ 150 से ज़्यादा के स्कोर हैं, जिसमें तीन दोहरे शतक भी शामिल हैं।
हालांकि 30 साल की उम्र के बाद ही रोहित ने अपनी वनडे बल्लेबाज़ी को अगले स्तर पर पहुंचाया। 2017 के मध्य में लंबी चोट के बाद वापसी करते हुए, रोहित ने लगातार दस श्रृंखलाओं में शतक बनाने का सिलसिला शुरू किया। उन्होंने 2019 विश्व कप में ग़ज़ब प्रदर्शन किया। वह एक ही विश्व कप संस्करण में पांच शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने।
अपने 30 शतकों में से 20 शतक उन्होंने
30 की उम्र के बाद ही बनाए। सिर्फ़ दो ही बल्लेबाज़ों ने 30 की उम्र के बाद इतने या इससे ज़्यादा शतक बनाए हैं। तिलकरत्ने दिलशान (21) और सनथ जयसूर्या(21) इस मामले में रोहित से आगे हैं। दोनों खिलाड़ियों ने 30 की उम्र के बाद उन्होंने 200 से ज़्यादा वनडे मैच खेले हैं। 30 की उम्र के बाद रोहित ने वनडे में 60.41 की औसत से रन बनाए हैं। यह किसी भी बल्लेबाज़ के लिए, जिसने 1000 से ज़्यादा रन बनाए हैं, दूसरा सबसे ज़्यादा है।
रोहित इस लिस्ट में एबी डीविलियर्स (63.64) से पीछे हैं।
स्टार्ट का फ़ायदा और सिक्सर किंग
रोहित ने एक ओपनर के तौर पर जब भी 50 का स्कोर पार किया है, वह औसतन 93.95 रन बनाते हैं। अगर वह 100 का आंकड़ा पार करते हैं तो उनका औसत स्कोर 138 तक चला जाता है। जिस किसी बल्लेबाज़ ने भी 15 शतक लगाए हैं, उस लिस्ट में रोहित इस मामले में टॉप पर हैं। रोहित इतना बड़ा स्कोर बनाने में इसलिए सफल होते हैं, क्योंकि पहले 50 गेंदों में भले ही वह 78.6 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं लेकिन 100 गेंदों के बाद उनका स्ट्राइक रेट 152.86 का हो जाता है।
सिक्सर मारने के मामले में रोहित एक अलग ही स्तर पर चले जाते हैं। वनडे फ़ॉर्मैट में सिक्सर लगाने के मामले में रोहित
तीसरे स्थान पर हैं। पहले स्थान पर शाहिद अफ़रीदी (351) और दूसरे स्थान पर जयसूर्या (331) हैं। रोहित ने अपने करियर में 17.11 प्रतिशत रन अपने सिक्सर से बनाए हैं।
चरम फ़ॉर्म में एक लेजेंड से तुलना
रोहित के चरम फ़ॉर्म को 2015 और 2020 के बीच का समय कहा जा सकता है, जब उन्होंने 97 पारियों में 24 शतकों के साथ 62.36 की औसत से
5363 रन बनाए। इस दौरान केवल कोहली (5832) ने उनसे ज़्यादा रन बनाए और 1000 से अधिक रन बनाने बल्लेबाज़ों में उनसे बेहतर औसत (68.61) को बनाए रखा। किसी और खिलाड़ी ने इस अवधि में 4500 रन भी नहीं बनाए और 20 शतक भी नहीं मार पाए।
हालांकि जब रोहित अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ी कर रहे थे, ठीक उसी समय उनके हमवतन कोहली वनडे बल्लेबाज़ी को परखने के नए मापदंड बनाने में व्यस्त थे। अगर आप रोहित के श्रेष्ठ लगातार 50 पारियों को लें, तो यह
2014 से 2017 के बीच आए थे, जहां उन्होंने 66.44 की औसत से 2990 रन बनाए। इस फ़ेज में कोहली की औसत 62.89 की थी लेकिन वह अपने ख़ुद के सर्वश्रेष्ठ फ़ॉर्म को बस हासिल कर ही रहे थे।
2015 और 2018 के बीच कोहली ने ख़ुद वनडे इतिहास में किसी भी बल्लेबाज़ के लिए लगातार 50 पारियों के चरम फ़ॉर्म को देखा। उन्होंने इस दौरान 94.51 की औसत से
3497 रन बनाए। इसी अवधि में रोहित ने ख़ुद 50 पारियों में 64.26 की औसत से 2699 रन बनाए। यह ख़ुद उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 50 पारियों का रिकॉर्ड ना होते हुए भी इस अवधि में कोहली के बाद उन्हें इस मामले में दूसरे नंबर पर रखने के लिए पर्याप्त रही।
इस लेख में कुछ स्टैट्स शिवा जयरामन द्वारा दिए गए हैंसंपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिस्टीशन हैं, अनुवाद सब एडिटर राजन राज ने किया है