ढाका के अदाबोर पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने ESPNcricinfo से पुष्टि की है कि बांग्लादेश में अगस्त की शुरुआत में हुए प्रदर्शनों के दौरान हुई एक हत्या के मामले में जिन 147 लोगों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज हुई है, उसमें
शाकिब अल हसन का भी नाम है।
यह मुकदमा एक गारमेंट की दुकान पर काम करने वाले मृतक मोहम्मद रुबेल की हत्या से जुड़ा है, जिसे गुरुवार को उनके पिता रफ़ीक़ुल इस्लाम ने दर्ज कराया है।
बांग्लादेश के सबसे प्रसिद्ध क्रिकेटर होने के अलावा शाकिब अवामी लीग पार्टी से सांसद भी रह चुके हैं। यह वही पार्टी है जो इस महीने तक बांग्लादेश में शासन कर रही थी। शेख हसीना प्रदर्शनों के दौरान प्रधानमंत्री थीं और उनकी पार्टी के कई मंत्रियों और सांसदों का नाम भी FIR में है।
ESPNcricinfo से बात करते हुए अधिकारी ने साफ़ किया कि शाकिब FIR में 27वें या 28वें आरोपी हैं।
हालांकि 5 अगस्त को शाकिब बांग्लादेश में नहीं थे। ना ही वह उस समय वहां मौजूद थे, जब प्रदर्शनों की वजह से हसीना देश छोड़कर भाग गई थीं। शाकिब उस समय कनाडा में थे और ग्लोबल टी20 लीग में बांग्ला टाइगर्स मिसीसाउगा की कप्तानी कर रहे थे। इससे पहले शाकिब जुलाई के मध्य में अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट खेल रहे थे।
स्थानीय अख़बार डेली स्टार ने बताया कि "मामले के बयान में उल्लेख किया गया है कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि कुछ आरोपियों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ अन्य लोगों के निर्देश के अनुसार गोलियां चलाईं, जब रुबेल सहित सैकड़ों छात्र 5 अगस्त को अदाबोर क्षेत्र में रिंग रोड पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।" FIR में कहा गया है कि रुबेल गोलीबारी में घायल हो गए और दो दिन बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने 16 जुलाई से 4 अगस्त के बीच अशांति के दौरान मरने वालों की संख्या 400 से अधिक बताई है, जबकि कुछ रिपोर्टों में यह संख्या 650 से अधिक बताई गई है, वहीं कई लोगों के लापता होने की भी सूचना है। अवामी लीग के पतन के बाद, बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार स्थापित की गई है और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जहां पूर्व राष्ट्रीय कप्तान फ़ारूक़ अहमद ने अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला है।
शाकिब इस साल जनवरी में हुए चुनाव में अपने गृहनगर मगुरा से चुनाव जीतकर सांसद बने थे। वह अभी रावलपिंडी में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट खेल रहे हैं।