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विप्रज निगम : एक शिक्षक दंपति का बेटा, जिसका पढ़ाई नहीं क्रिकेट में मन लगा

DC का यह लेग स्पिन ऑलराउंडर शुरू में एक बल्लेबाज़ बनना चाहता था, लेकिन क़िस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था

Vipraj Nigam gave LSG a scare with his freewheeling cameo, Delhi Capitals vs Lucknow Super Giants, IPL 2025, Visakhapatnam, March 24, 2025

विप्रज निगम ने अपने IPL डेब्यू पर सबको प्रभावित किया  •  Associated Press

IPL 2025 के अपने पहले ही मैच में प्रभावित करने वाले 20 वर्षीय युवा लेग स्पिन ऑलराउंडर विप्रज निगम को पिछले दो सप्ताह से जो पहचान मिली है, उससे उन्हें बहुत सुखद आश्चर्य हो रहा है।
दिल्ली कैपिटल्स (DC) के इस खिलाड़ी ने लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के ख़िलाफ़ 210 रनों की चेज़ में 15 गेंदों पर 39 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को 113 पर 6 विकेट के संकट से उबारा। निगम और आशुतोष शर्मा की 31 गेंदों में 66 रनों की पारी की मदद से DC को इस मैच में जीत हासिल हुई। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ मैच में गेंद से क़माल करते हुए विप्रज ने दो महत्वपूर्ण विकेट लिए। विकेटों की यह संख्या तीन भी हो सकती थी, लेकिन उनकी गेंद पर विजय शंकर का एक कैच छूट गया।
ESPNcricinfo से बात करते हुए निगम ने बताया, "अपने इस डेब्यू से मैं बहुत संतुष्ट हूं। किसी भी खिलाड़ी का यह सपना होता है कि आप अपने डेब्यू पर ऐसा कुछ करें, जिससे आपकी टीम को जीत हासिल हो। यह मेरे लिए एक 'ड्रीम कम ट्रू' जैसा था। इससे आपका टीम में, कोचिंग स्टाफ़ में विश्वास भी बन जाता है कि अगर ये लड़का गेंद से उतना कुछ नहीं किया, तो बल्लेबाज़ी में आकर अपना योगदान दे सकता है।
"मैं अपने डेब्यू के लिए नर्वस तो था, लेकिन उत्साहित भी था। मैच के बाद मुझे लगा कि ऐसी चीजें करते रहना है क्योंकि बड़े खिलाड़ी ऐसे प्रदर्शन लगातार करते रहते हैं। इसके अलावा जिन खिलाड़ियों को आप TV पर खेलते हुए देखे हो, उनके साथ खेलना, ड्रेसिंग रूम शेयर करना, उनके अनुभवों को सुनना, उनसे बातें करना, ये सब बहुत ही एक्साइटिंग चीज़ें हैं। इन्हें मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं उन्हें बस ऑब्ज़र्व करता हूं कि वह कैसे अभ्यास करते हैं, कैसे मैच के लिए तैयार होते हैं और किस तरह से मैच में जाते हैं। मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे यह मौक़ा मिला है।"
निगम ने अपने करियर की शुरुआत एक बल्लेबाज़ के रूप में की थी और अंडर-19 क्रिकेट तक एक बल्लेबाज़ के रूप में ही खेले। लेकिन एक टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने अपने लेग स्पिन से उत्तर प्रदेश अंडर-19 टीम के लिए दो मैचों में 13-14 विकेट निकाल लिए और इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें फिर NCA, बेंगलुरू में जूनियर कैंप का हिस्सा बनने का मौक़ा मिला। वहां पर मौज़ूद कोचों ने उन्हें अपने स्पिन पर अधिक काम करने की सलाह दी, तब से निगम प्रमुख रूप से स्पिनर बन गए।
निगम बताते हैं, "NCA में मौज़ूद कोचों ने मुझसे कहा कि भारत में बहुत ही कम ऐसे ऑलराउंडर्स हैं, जो लेग स्पिन डालते हैं। इसके बाद मैंने अपनी गेंदबाज़ी पर गंभीरता से काम करना शुरू कर दिया और फिर वहां से सारी चीजें बदलती चली गईं। मैंने अंडर-23 क्रिकेट एक लेग स्पिनर के रूप में खेला, जो कि नीचे आकर बल्लेबाज़ी भी कर सकता है।"
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पड़ोस में स्थित बाराबंकी के एक शिक्षक दंपत्ति के एकमात्र संतान निगम के करियर में एक बड़ा मोड़ तब आया, जब उन्होंने 2024 के UPT20 लीग के 11 मैचों में सिर्फ़ 7.45 की इकॉनमी से रन देते हुए एक पंजे सहित 20 विकेट लिए, जो कि टूर्नामेंट में दूसरा सर्वाधिक था। इसके बाद उन्हें पहचान मिली और पाकिस्तानी लेग स्पिनर यासिर शाह को आदर्श मानने वाले इस युवा खिलाड़ी को कई IPL टीमों ने ट्रायल पर बुलाया। हालांकि रणजी मैचों के कारण वह सिर्फ़ DC, मुंबई इंडियंस (MI) और पंजाब किंग्स (PBKS) का ही ट्रायल दे पाए।
निगम बताते हैं, "जब IPL के ट्रायल्स हो रहे थे तो लगभग सभी फ्रैन्चाइज़ी के मेरे पास कॉल्स आए थे। लेकिन तब हमारे रणजी ट्रॉफी मैच भी चल रहे थे तो मैं कई जगहों पर जा नहीं पाया। लेकिन मैं जहां भी गया, मुझे अच्छा फ़ीडबैक मिला और उन्होंने यह दिखाया कि वे मुझ पर नीलामी में बोली लगाने के लिए जा सकते हैं। हालांकि गॉरंटी तो कोई भी नहीं देता है।" बाद में निगम को नीलामी में DC ने 50 लाख रूपये में ख़रीदा।
निगम के इस क्रिकेटिंग करियर में उनके सबसे बड़े समर्थक उनके पिता रहे, जो कि एक प्राइमरी अध्यापक हैं। निगम बताते हैं, "इंडिया का हर लड़का क्रिकेट खेलना चाहता है तो बचपन में मैंने भी वैसे ही शुरू किया था। मैं मोहल्ले में ऐसे ही सोसाइटी के दोस्तों के साथ खेलता था कि एक दिन मेरे पापा ने मुझसे कहा कि अगर मुझे क्रिकेट खेलना है तो फिर ऐसे मोहल्ले, सोसाइटी में खेलने से कुछ नहीं होगा। इसके बाद वह मुझे सरवर नवाब सर की एकेडमी में ले गए, जो कि बाराबंकी में एकमात्र क्रिकेट एकेडमी है। वहीं से फिर मैंने क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू किया।"
निगम की माता जी भी एक अध्यापक थीं, लेकिन जब निगम का जन्म हुआ तो उन्होंने बच्चा पालने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। शुरुआत में वह नहीं चाहती थीं कि उनका बेटा क्रिकेट में जाए, लेकिन जब निगम धीरे-धीरे अच्छा प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ने लगे तो उन्होंने भी अपना समर्थन देना शुरू कर दिया और उनकी पढ़ाई कराने के ज़िद को छोड़ दिया।
बल्लेबाज़ निगम जैसे-जैसे बड़े होते चले गए, नवाब ने उनकी पावर हिटिंग पर काम किया, वहीं अपने राज्य के सीनियर साथी ज़ीशान अंसारी के साथ वह अपनी लेग स्पिन पर काम करने लगे। ज़ीशान के साथ अभ्यास करने के लिए निगम को कई बार लखनऊ भी जाना होता था और वह प्राइवेट बस में अपना किट लटकाकर यह 30 किलोमीटर की यात्रा करते थे।
इसके अलावा उन्हें नियमित मैच खेलने के लिए भी लगातार लखनऊ जाना होता था क्योंकि बाराबंकी में क्रिकेट का उतना कल्चर नहीं था। लखनऊ में ए डिविजन क्रिकेट खेलने के लिए निगम ने अपने कोच नवाब की मदद से टिम्बर क्रिकेट क्लब ज्वाइन किया, जो कि नवाब के दोस्त ख़लीक़ ख़ान का था। तब से निगम लखनऊ के क्रिकेटिंग सर्किल में भी एक जाना-पहचाना नाम बन गए।
निगम कहते हैं, "मैं मैच खेलने के लिए बाराबंकी से लखनऊ रोज़ बस से जाता था। मैच खेलने का अपना उत्साह होता था, इसलिए मुझे कभी नहीं लगा कि बस से जाता हूं, थक जाता हूं या कई बार सामान के साथ बस की भीड़ में फंस भी जाता हूं। एक युवा खिलाड़ी के रूप में आप इतना नहीं सोचते हैं बल्कि आपको इन सबमें मज़ा आता है। हालांकि अब यह यात्रा थोड़ी आरामदायक हुई है। अब मेरे पास कार है और ड्राइविंग लाइसेंस भी। अब कहीं भी मैच हो, मैं निकल लेता हूं क्योंकि मेरे कोच का मानना है कि मुझे जितना मैच प्रैक्टिस मिलेगा, मैं उतना ही बेहतर होता जाऊंगा।"
टिम्बर क्रिकेट क्लब में निगम को UP टीम के सीनियर रणजी खिलाड़ियों अक्षदीप नाथ, उपेंद्र यादव और मोहम्मद सैफ़ जैसे खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखने को मिला, जो कि निगम की आगे की क्रिकेटिंग यात्रा में आगे बहुत काम आया।
UP T20 लीग में प्रभावित करने के बाद, 2024-25 घरेलू सत्र के दौरान निगम को उत्तर प्रदेश टीम के लिए सीनियर डेब्यू करने का मौक़ा मिला और तब से वह तीन रणजी ट्रॉफ़ी मैच, पांच विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी और सात सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी मैच खेल चुके हैं। सैयद मुश्ताक़ ट्रॉफ़ी के दौरान उन्होंने क्वार्टर फ़ाइनल में आंध्रा के ख़िलाफ़ आठ गेंदों में 27 रनों की पारी खेली और सीनियर स्तर पर भी अपना छाप छोड़ा। फ़िलहाल निगम DC में कई 'बड़े खिलाड़ियो' के साथ अपने समय का लुत्फ़ उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि KL राहुल भैया मेरी टीम में हैं। मेरी उनसे रोज़ बात होती है। इसके अलावा केविन पीटरसन [टीम मेंटॉर], अक्षर [पटेल] भाई, कुलदीप [यादव] भाई जैसे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से मुझे सीखने को मिल रहा है। IPL मेरे लिए एक बड़ा मौक़ा है और मैं इस दौरान मौक़ा मिलने पर MS धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव से भी बातचीत करना चाहूंगा।"
फ़िलहाल निगम अपनी टीम DC के लिए रन बनाना, विकेट लेना और इम्पैक्ट खड़ा करना चाहते हैं।