विश्व कप के अपने
पहले मैच में साउथ अफ़्रीका की टीम श्रीलंका के ख़िलाफ़ टॉस हारकर जब पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह टीम 400 के स्कोर को पार कर
विश्व कप का एक नया रिकॉर्ड स्कोर खड़ा करेगी। कारण- दिल्ली की पिच का ऐतिहासिक रूप से धीमा होना था, जहां यही साउथ अफ़्रीकी टीम पिछले साल कुलदीप यादव की फिरकी के आगे
100 से कम रन पर ही ढेर हो गई थी।
लेकिन विश्व कप के लिए पिच बदले हैं और बदला है साउथ अफ़्रीकी टीम का अंदाज़ भी। इस मैच से पहले साउथ अफ़्रीकी टीम ने दिल्ली में एक वैकल्पिक अभ्यास सत्र सहित तीन अभ्यास सत्रों में भाग लिया था, जिसमें उनके एक से लेकर 11 नंबर तक के बल्लेबाज़, स्पिनरों और तेज़ गेंदबाज़ों पर लगातार सिक्स हिटिंग का अभ्यास कर रहे थे। इसमें स्पिनर तबरेज़ शम्सी, केशव महाराज, तेज़ गेंदबाज़ कगिसो रबाडा और तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर मार्को यानसन व
जेराल्ड कट्ज़ी भी शामिल थे।
श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैच के बाद आईसीसी मिक्स्ड मीडिया ज़ोन में पत्रकारों से बातचीत में बल्लेबाज़
रासी वान दर दुसें ने इन्हीं बातों को दोहराया, जो 108 रनों की पारी खेल
क्विंटन डिकॉक,
एडन मार्करम के साथ इस मैच के तीन शतकवीरों में से एक थे। इस मैच में साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों ने 14 छक्के और 45 चौके लगाए, जिसमें कप्तान
तेम्बा बवूमा को छोड़कर हर बल्लेबाज़ के नाम कम से कम एक छक्का था। इससे पहले हुए ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 5 वनडे मैचों की
सीरीज़ में भी ऑस्ट्रेलिया के 36 के मुक़ाबले साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों ने कुल 55 छक्के लगाए थे।
उन्होंने कहा, "अगर आप हमारे बल्लेबाज़ी क्रम को देखेंगे तो हमारे पास हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर और एडन मार्करम जैसे बेहतरीन टी20 बल्लेबाज़ हैं। इसके अलावा क्विंटन डिकॉक भी हैं, जिनको आईपीएल और लंका प्रीमियर लीग मे ऐसी पिचों और गेंदबाज़ों को खेलने का बहुत अनुभव प्राप्त है। हम लगातार अभ्यास सत्रों में सिक्स हिटिंग का अभ्यास करते हैं और यह अभ्यास करने से ही और बेहतर होता है। इसका कोई तकनीकी पक्ष नहीं है। हमारे टीम में अधिकतर खिलाड़ी लंबे हैं, तो इसका भी हमें फ़ायदा होता है। हमारा ज़ोर टी20 जैसी बल्लेबाज़ी अप्रोच पर है।"
ऐसा नहीं है कि यह टीम सिर्फ़ शुरुआती पावरप्ले का उपयोग करती है और फिर बीच के ओवरों में पारी को आगे बढ़ाने के लिए धीमी हो जाती है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैच के दौरान भी साउथ अफ़्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उनके कप्तान बवूमा दूसरे ओवर में ही आठ रन के निजी स्कोर पर पवेलियन में थे। इसके बाद डिकॉक ने वान दर दुसें के साथ पारी को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया। पहले पावरप्ले में 10 ओवर के बाद साउथ अफ़्रीका का स्कोर सिर्फ़ 48 रन था। लेकिन 11वें ओवर में जैसे ही स्पिनर आएं वान दर दुसें ने अपने आपको खोलना शुरू किया और दो चौकों व एक छक्कों की मदद से ओवर में कुल 16 रन कूट डाले।
इसके बाद साउथ अफ़्रीकी टीम रूकी ही नहीं और निर्धारित 50 ओवरों में उन्होंने विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर (428/5) खड़ा कर दिया। इस दौरान डिकॉक (100), वान दर दुसें (108) और मार्करम (106) ने पारी में तीन शतक जोड़े, जो कि विश्व कप में पहली बार हुआ। मार्करम ने सिर्फ़ 49 गेंदों में शतक जड़ा जो कि विश्व कप का सबसे तेज़ शतक है।
वान दर दुसें ने कहा, "ऐसा नहीं है कि हम बीच के ओवरों में रूकने जा रहे हैं। हमारे लिए बाउंड्रीज़ ढूंढ़ना सबसे महत्वपूर्ण है, फिर मैच का कोई भी स्टेज़ चल रहा हो। हम इसी इंटेंट से बल्लेबाज़ी करेंगे क्योंकि हमें पता है कि विकेट गिर जाने के बाद भी हमारे पास नीचे भी अच्छे बल्लेबाज़ हैं। मार्करम, क्लासेन और मिलर वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फ़िनिशर हैं।"
इसकी झलक हमें कोटला के मैदान पर भी देखने को मिली जब तीनों शतकवीरों के आउट हो जाने के बाद भी साउथ अफ़्रीकी पारी उसी गति से चलती रही और मिलर, क्लासेन और नंबर सात पर आए यानसन ने भी 160 के ऊपर के स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाज़ी की और कुछ शानदार गगनचुंबी छक्के लगाए। इसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए कट्जी को आना था, जो कि एक तेज़ गेंदबाज़ हैं, लेकिन उन्हें साउथ अफ़्रीकी घरेलू क्रिकेट में एक उपयोगी बल्लेबाज़ के रूप में भी जाना जाता है।
वान दर दुसें ने कहा, "नंबर सात पर आते-आते हमारी बल्लेबाज़ी ख़त्म हो जाती है, ऐसा कहना ग़लत है। मार्को (यानसन) अपने आप में एक बल्लेबाज़ हैं, इसके अलावा हमारे साथ जेराल्ड (कट्जी) यहां खड़े हैं। इनको आप लोगों ने देखा नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि जल्दी ही आप लोग इनके भी सिक्स हिटिंग योग्यता को देख सकेंगे। नीचे के क्रम में केजी (रबाडा) और केशव (महाराज) भी लंबे छक्के लगा सकते हैं।"
बगल में खड़े कट्जी ने वान दर दुसें की बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा, "मुझे भी छक्के लगाना पसंद है। मुझे आज तो मौक़ा नहीं मिला, लेकिन मैं घरेलू क्रिकेट और टी20 मैचों में ऐसे ही बल्लेबाज़ी करना पसंद करता हूं, जैसे आज बल्लेबाज़ी हुई। मैं नेट्स में सिक्स हिटिंग का ख़ूब अभ्यास करता हूं और जब भी मुझे मौक़ा मिलेगा, मैं इसे मैच में भी दिखाना चाहूंगा।"