IPL 2025,
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) बनाम पंजाब किंग्स (PBKS)। दर्शकों से भरा मैदान। आसमान में गड़गड़ाहट, ज़मीन पर तेज़ हवाओं का कोहराम। बारिश और तूफ़ान से मैदान को बचाने के लिए लगभग 50 लोग इंग्लैंड से मंगाए गए विशाल आकार के कवर से पिच को ढकने की जद्दोजहद में जुटे थे। लेकिन तेज़ हवाओं और लगातार गिरती बारिश जब अपने रंग में हों तो उसके सामने इंसानी कोशिशें कितनी ही टिकतीं हैं।
प्रकृति जब अपने असली रूप में उतर आए, तो उसे थामना असंभव हो जाता है। कुछ मिनट पहले ही
प्रियांश आर्या ने भी इसी नियम को अपनी बल्लेबाज़ी से सिद्ध कर दिया था। इस मैच में वह अपने अलग अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए यह साबित कर रहे थे कि उनके प्राकृतिक(स्वाभाविक) खेल में कई रंग हैं। उनकी पारी को देखकर ऐसा लगा जैसे उन्होंने गेंदबाज़ों के सामने अपनी शर्तों पर खेल रचा हो। इस मैच में उनकी दर्शनीय पारी उस तूफ़ान या बारिश की माफ़िक थी, जो सिर्फ़ अपने ही शर्तों के साथ आगे बढ़ना चाह रही हो।
35 गेंदों में 69 रनों की इस पारी में प्रियांश ने दिखा दिया कि वह अपने पहले ही सीज़न में एक-दो नहीं, कई रंगों में नज़र आ सकते हैं। उनकी बल्लेबाज़ी की शैली, शॉट चयन और परिस्थितियों के अनुसार ढलने की समझ - सब कुछ इस बात का संकेत है कि उनके खेल में आक्रामकता के साथ-साथ संयम और संतुलन की भी खूबसूरत मौजूदगी है।
थोड़ा पीछे चलते हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ जब प्रियांश आर्या ने एक शानदार शतक लगाकर IPL की चमचमाती दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी, तब अगली ही सुबह उनके बचपन के कोच संजय भारद्वाज ने उनसे कहा था, "प्रियांश अगर तू हाथ से खेलेगा तो फिर तू मज़दूर (साधारण क्रिकेट खिलाड़ी) रहेगा, अगर तू दिमाग़ से खेलेगा तो कारीगर बनेगा। वहीं अगर तूने हाथ और दिमाग दोनों से खेल लिया तो तू कलाकार बनेगा।" यह बात उन्होंने एक चर्चित मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में कही थी।
KKR और PBKS के बीच खेला गया मैच भले ही बारिश के कारण धुल गया हो, लेकिन PBKS के सलामी बल्लेबाज़ों ने एक बिल्कुल अलग अप्रोच के साथ बल्लेबाज़ी की। ख़ासकर प्रियांश के खेल को देखकर साफ़ लग रहा था कि वह अपने कोच की बातों को बेहद ही संजीदगी से लेकर कलाकार बनना चाह रहे हैं।
IPL 2025 में PBKS के सलामी बल्लेबाज़ लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कई बार उनकी शुरुआत छोटी रह जा रही थी। अगर इस सीज़न में ओपनरों के सबसे अच्छे रन रेट की बात की जाए, तो उसमें प्रियांश और प्रभसिमरन सिंह का नाम दूसरे नंबर (10.69) पर आता है। साथ ही पावरप्ले में भी सबसे अच्छा रन रेट PBKS का ही था। इसके बावजूद PBKS की टीम संघर्ष कर रही थी। KKR के ख़िलाफ़ खेले गए मैच से पहले, प्रियांश और प्रभसिमरन के बीच सिर्फ़ एक ही अर्धशतकीय साझेदारी (RCB के ख़िलाफ़) हुई थी।
PBKS को अपने सलामी बल्लेबाज़ों से एक ठहराव की ज़रूरत थी। एक मज़बूत शुरुआत की ज़रूरत थी, जो एक बड़े स्कोर की नींव रख सके और ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे मध्यक्रम पर दबाव कम कर सके। जोश इंग्लस, ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टॉयनिस के बल्ले से ज़्यादा रन नहीं निकले हैं और श्रेयस अय्यर का घरेलू मैचों में फ़ॉर्म भी बेहद निराशाजनक रहा है - चार पारियों में उनका औसत महज़ 6.25 रहा। इस मैच से पहले PBKS का मिडिल ऑर्डर, IPL 2025 में तीसरे सबसे ख़राब औसत के साथ खेल रहा था।
PBKS के दोनों युवा बल्लेबाज़ शायद इस स्थिति को अच्छी तरह समझ चुके थे। ख़ासकर प्रियांश के खेल में एक अलग नज़रिया और अप्रोच दिखाई दे रहा था। इस सीज़न के अब तक कुल नौ मुक़ाबलों में से सात मैचों में प्रियांश, PBKS के वह पहले बल्लेबाज़ थे जिन्होंने पारी का पहला सिक्सर लगाया था, लेकिन इस मैच में ऐसा नहीं हुआ। वह अपनी पारी की शुरुआत में ज़्यादा ज़मीनी शॉट लगाने का प्रयास कर रहे थे। वह बहुत ही सोच-समझ कर रिस्क ले रहे थे और लगातार सिंगल रोटेट करने का प्रयास कर रहे थे।
इस मैच में उन्होंने आगे बढ़कर ऑफ़ साइड में हवाई ड्राइव या स्लाइस करने के प्रयास भी काफी कम किए। प्रियांश ने दो बेहतरीन एक्स्ट्रा कवर ड्राइव के साथ अपने पहले दो चौके लगाए।
पंजाब किंग्स के स्पिन गेंदबाज़ी कोच सुनील जोशी के मुताबिक आज उनके दोनों ओपनरों ने काफी सूझबूझ के साथ पहले पिच को परखा और फिर शॉट्स खेलने शुरू किए। इसी सूझबूझ का नतीजा था कि प्रियांश और प्रभसिमरन तीसरे अनकैप्ड ओपनर बने, जिन्होंने IPL में शतकीय साझेदारी की। सिर्फ़ यही नहीं, PBKS के लिए पिछले 20 पारियों में यह पहली बार था कि उन्होंने पहले 10 ओवरों में कोई विकेट नहीं गंवाया।
इन दोनों ओपनरों के बारे में बात करते हुए जोशी ने कहा, "आज हमारे ओपनरों ने काफ़ी अच्छा अप्रोच दिखाया। उन्होंने पहले पिच को समझा और परिस्थितियों के तहत अपनी पारी को आगे बढ़ाया। हमारी तरफ़ से उन्हें बहुत सहज शब्दों में कहा गया था कि पिच और परिस्थिति को समझते हुए खेल को आगे बढ़ाना है और उन्होंने वही किया। वे सोच-समझकर जोखिम ले रहे थे। उनकी शुरुआत काफ़ी अच्छी थी। उनके शॉट चयन बेहतरीन थे।"
अपनी पारी के बाद प्रियांश ने ब्रॉडकास्टर से कहा था, "रिकी सर ने हमें कहा था कि छह ओवर के बाद स्ट्राइक रोटेट करते रहें और पारी को लंबा ले जाएं। मुझे प्रभसिमरन के साथ बल्लेबाज़ी करना बहुत पसंद है। वह मुझसे पूछते हैं कि किस गेंदबाज़ पर अटैक करना है और मैं कौन-कौन से शॉट खेल सकता हूं। रिकी सर मुझे यह भरोसा दिलाते हैं कि मेरे अंदर क्षमता है। वह हमेशा सकारात्मक बातें ही करते हैं।"
पहले कुछ मैचों में अपनी बैट स्पीड और हैंड-आई कॉर्डिनेशन का बेहतरीन नमूना पेश करने वाले प्रियांश ने इस मैच में यह साफ़ बता दिया है कि उनके पास अच्छी फ़ुटवर्क वाला गेम भी है। इस पारी में तो उनका सबसे प्रोडक्टिव शॉट कवर ड्राइव था, जिसके जरिए उन्होंने कुल 26 रन बनाए। इसमें पांच चौके और एक सिक्सर शामिल था।
तो कुल कहानी की जमा पूंजी बस यही है कि प्रियांश में एक पूर्ण बल्लेबाज़ होने के हर ज़रूरी अंश हैं और आगे आने वाले मैचों और सीज़न में उन पर गहरी नज़र रखनी चाहिए।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं