"मामला अच्छा होने का नहीं है, बल्कि ये जानने का है कि आप अच्छे हो।"
यह एहसास नेहाल वढेरा को तब हुआ, जब उन्होंने पहली बार मुंबई इंडियंस (MI) के लिए IPL 2023 से पहले एक अभ्यास मैच में जोफ़्रा आर्चर का सामना किया। उस समय वह सिर्फ़ 22 साल के थे और अभी तक T20 डेब्यू नहीं किया था। दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज़ों में से एक के सामने खड़े थे वढेरा।
उन्होंने न सिर्फ़ आर्चर का सामना किया, बल्कि MI मैनेजमेंट को इतना प्रभावित किया कि उन्हें टीम के पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ T20 डेब्यू करने का मौका मिल गया।
वढेरा ने प्रेस से बातचीत में कहा, "जब मैंने आर्चर के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी की, वो पल मेरे आत्मविश्वास के लिए बहुत अहम था। यह जानना बहुत ज़रूरी है कि आप अच्छे हो।"
"वहीं से मुझे यह आत्मविश्वास मिला कि हां, मैं इस स्तर के लिए तैयार हूं। उसके बाद, जहां भी मुझे मौक़ा मिला, मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे लगता है कि उसके बाद मेरा आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था।"
वढेरा का डेब्यू सीज़न अच्छा रहा, जिसमें उन्होंने 10 पारियों में 241 रन बनाए, दो अर्धशतक जड़े और उनका स्ट्राइक रेट 145.18 का था। MI के साथ उनके इस सफ़र ने उन्हें यह एहसास दिलाया कि वह इस स्तर के लिए पूरी तरह योग्य हैं। इस अनुभव ने उनके लिए कई नए रास्ते भी खोले। वह 2023-24 में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी जीतने वाली पंजाब टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने छह पारियों में 58.33 की औसत और 162.03 के स्ट्राइक रेट से 175 रन बनाए।
MI और पंजाब दोनों के लिए खेलते समय एक बात समान रही। उनकी बल्लेबाज़ी पोज़िशन कभी तय नहीं रही। कभी ओपनिंग, तो कभी नंबर सात पर बल्लेबाज़ी। वढेरा अपने पूरे T20 करियर में एक फ्लोटर की भूमिका में रहे हैं। यह किसी भी खिलाड़ी के लिए आदर्श स्थिति नहीं होती, लेकिन यह वह चीज़ है जिसके लिए उन्होंने बचपन से खुद को तैयार किया है।
उन्होंने कहा, "हां, ये जो बात है कि मैं हर नंबर पर बल्लेबाज़ी करता हूं... अगर आप पिछले दो सालों को देखें, जब मैं MI के लिए खेल रहा था, तो मेरी बल्लेबाज़ी बहुत फ्लेक्सिबल रही है। कोई तय पोज़िशन नहीं थी। कभी मैंने ओपनिंग की है, कभी दो नंबर पर बल्लेबाज़ी की है, कभी नंबर 3, 4, 5, 6 पर भी खेला हूं।"
"अपने शुरुआती क्रिकेट दिनों से ही मेरी तैयारी इस तरह रही है कि मैं बल्लेबाज़ी क्रम में किसी भी पोज़िशन पर खुद को ढाल सकूं, क्योंकि मेरी कोई तय पोज़िशन कभी नहीं रही। मैं जहां भी मौक़ा मिले, उस पोज़िशन पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैंने अपनी तैयारी इस तरह की है कि मुझे हर परिस्थिति में खेलने का तरीका पता हो। मुझे लगता है, यही चीज़ मेरे काम आई है।"
अब वढेरा 24 साल के हैं और आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स (PBKS) का हिस्सा हैं। 4.2 करोड़ रूपये की कीमत के साथ अब उनसे उम्मीदें भी बड़ी हैं।
वढेरा ने कहा, "मैं यह कहना चाहूंगा कि मुझे मुश्किल हालात में खेलना बहुत पसंद है। सच कहूं तो, जो खिलाड़ी मुश्किल परिस्थितियों से मैच जिता सकते हैं, वही आगे चलकर भारत के लिए खेलते हैं। भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए आपको एक मैच-विनर होना पड़ता है।"
IPL 2025 में उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ 25 गेंदों में नाबाद 43 रन बनाए और फिर राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ 62 रन बनाए। RCB के ख़िलाफ़ उन्होंने 19 गेंदों में नाबाद 33 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।
"अगर हम RCB वाले मैच की बात करें, तो कोच मेरे पास आए और बोले, 'नेहाल, हमें बस रन-ए-बॉल चाहिए। तुम आराम से खेल सकते हो।' मैंने कहा, 'ठीक है, कोच।'
"लेकिन जैसे ही मैं मैदान में गया, मुझे महसूस हुआ कि उस समय RCB ने हम पर काफ़ी दबाव बना रखा था। तब मैंने सोचा कि अब जब मैं क्रीज़ पर हूं, और मेरे अनुकूल गेंदबाज़ सामने हैं, तो यह मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं टीम को जीत तक पहुंचाऊं।
"जब आप छोटा टारगेट चेज़ कर रहे होते हैं और शुरुआत में विकेट गिर जाता है, तो बहुत दबाव बन जाता है। तो जैसे ही सुयश गेंदबाज़ी करने आए, मुझे समझ आ गया कि वो बस गुगली फेंकने की कोशिश कर रहे हैं, और इसी वजह से मुझे उन्हें सीधा मारना आसान लगा।"
हालांकि 2024 वढेरा के लिए कठिन रहा। आईपीएल 2024 में उन्होंने सिर्फ़ 109 रन बनाए और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में भी प्रदर्शन फीका रहा।
वढेरा ने कहा, "हर खिलाड़ी के करियर में एक ऐसा समय जरूर आता है जब आप बहुत मेहनत कर रहे होते हैं, फिर भी रन नहीं बन पाते। मेरे साथ भी ऐसा समय इस साल सैयद मुश्ताक अली में आया। लेकिन मैं ऐसा इंसान नहीं हूं जो हार मान ले।"
"मैंने अपने वीडियोज़ देखकर यह समझने की कोशिश की कि मैं किन समस्याओं का सामना कर रहा था, और मैंने मुश्ताक अली में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं किया। मैं कोशिश करता हूं कि जितने पॉजिटिव्स ले सकूं, उन्हें इकट्ठा करूं, लेकिन साथ ही मैं अपनी कमज़ोरियों पर भी आत्ममंथन करता हूं। जो आगे आने वाले मैचों में मुझे परेशानी दे सकती हैं और मैं उन पर काम कर रहा हूं।"
"मैं इस इरादे से मैदान में नहीं उतरता कि मुझे इस मैच में शतक बनाना है या टीम को 200-250 तक पहुंचाना है। क्योंकि अगर आप बहुत आगे की प्लानिंग करने लगते हो, तो अक्सर प्रदर्शन अच्छा नहीं होता। मैं ख़ुद ये अनुभव कर चुका हूं।
"मैं बस इस सोच के साथ जाता हूं कि अगर गेंद मेरे रेंज में है, और मैंने उस शॉट की प्रैक्टिस अच्छे से की है, तो मैं वो शॉट जरूर खेलूंगा। 10 में से नौ बार मुझे पता है कि मैं गेंद को बाउंड्री के पार मार दूंगा। हो सकता है कि मैं एक बार आउट भी हो जाऊं, लेकिन अगर मैंने किसी शॉट पर इतनी मेहनत की है, तो मैं उस पर भरोसा जरूर करूंगा।"
वढेरा ने कप्तान श्रेयस अय्यर की भी खुलकर तारीफ़ की और साथ ही पोंटिंग के साथ उनकी मजबूत बॉन्डिंग की भी सराहना की। यह कप्तान-कोच की जोड़ी पहले दिल्ली कैपिटल्स में भी साथ काम कर चुकी है, और वढेरा का मानना है कि इस तालमेल ने PBKS में नए खिलाड़ियों का स्वागत करने में काफी मदद की है।
वढेरा ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी ग़लतियों पर काम करना चाहते हैं और खुद को बेहतर बनाना चाहते हैं। एक ऐसी सोच जिससे PBKS भी जुड़ाव महसूस कर सकती है, क्योंकि टीम 2014 के बाद से प्लेऑफ़ में जगह नहीं बना पाई है। लेकिन आईपीएल 2025 की शुरुआत दोनों के लिए अच्छी रही है, और अब उनकी नजरें प्लेऑफ में जगह बनाने पर हैं।
आशीष पंत ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं