विप्रज निगम : इकाना की 'घरेलू' परिस्थितियों का पूरा लाभ लेने की रहेगी कोशिश
इसी मैदान पर यूपीT20 लीग में विप्रज ने पिछले साल चटकाए थे दूसरे सर्वाधिक विकेट
नीरज पाण्डेय
21-Apr-2025
Vipraj Nigam ने इस सीज़न अपनी ऑलराउंड क्षमता से काफ़ी प्रभावित किया है • Getty Images
20 साल के विप्रज निगम ने पिछले साल अगस्त-सितंबर में जब लखनऊ के इकाना स्टेडियम में यूपी T20 लीग में हिस्सा लिया था तो उनकी गेंदबाज़ी की काफ़ी तारीफ़ हुई थी। उन्होंने अपनी लेग स्पिन गेंदबाज़ी से यूपी की सीनियर टीम में जगह बनाई और वहां अपनी बल्लेबाज़ी का कमाल भी दिखा दिया। इसके बाद IPL नीलामी में उनके बिकने की उम्मीद बन गई थी। निगम नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स के पास गए और इस सीज़न अब तक उन्होंने अपने प्रदर्शन से ख़ूब वाहवाही बटोरी है। अब निगम उत्तर प्रदेश की फ़्रैंचाइज़ी लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG) के ख़िलाफ़ इकाना में खेलने वाले हैं। इस मैच से पहले उन्होंने घर में खेलने के दबाव के बारे में बात की।
मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांन्फ़्रेंस में निगम ने कहा, "थोड़ा बहुत दबाव और घबराहत हर मुक़ाबले में में होती है। जब आपका परिवार और जिस कोच ने आपको सिखाया हो, वो यदि आपका मैच देखने आएं, तो थोड़ा सा दबाव तो होता ही है।"
हालांकि, निगम के पास इकाना की पिच और परिस्थितियों का LSG के भी कुछ खिलाड़ियों से अधिक अनुभव होगा। यूपी T20 लीग में निगम ने 11 पारियों में 14 से कम की औसत और 7.45 की इकॉनमी के साथ दूसरे सबसे अधिक 20 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा उन्होंने शुरू से ही अपनी तैयारियां और ट्रेनिंग भी इन्हीं परिस्थितियों में की हैं। DC के पास समीर रिज़वी भी एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पास इकाना का काफ़ी अनुभव है। निगम के मुताबिक़ ये दोनों खिलाड़ी मिलकर अपनी टीम को इस अनुभव का लाभ देना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, "हमारा यूपी T20 लीग भी यहां हुआ था तो पिच और परिस्थितियों का काफ़ी अच्छा ज्ञान है और बहुत सारी चीज़ें वैसी ही हैं। T20 गेम्स मैंने यहां पर बहुत खेले हैं। मुझे और समीर, दोनों को इस ग्राउंड का ठीक आइडिया है। हमारी कोशिश होगी कि जो चीज़ें हमने उस टूर्नामेंट में की थीं वही इसमें भी कर सकें।"
इस सीज़न घरेलू परिस्थितियों को लेकर काफ़ी बात हो रही है और टीमें इसका लाभ नहीं मिलने पर निराशा ज़ाहिर कर रही हैं। हालांकि, पहली बार IPL खेल रहे निगम को लगता है कि इस टूर्नामेंट में घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलने जैसी कोई चीज़ नहीं होती है। उनके हिसाब से सामने वाली टीमें भी इतनी तैयारी करके आती हैं कि मैच हमेशा कड़े ही होते हैं।
उन्होंने कहा, "बस वही चीज़ है कि लाभ बहुत अधिक किसी टीम को भी नहीं होगा। हां, यह चीज़ होती है कि आप मौसम से और बहुत सारी चीज़ें जो यहां के ग्राउंड के इफेक्ट हैं… ग्राउंड थोड़ा बड़ा है, तो इन सब चीज़ों से कुछ लाभ ले सकते हैं। हालांकि, सारी टीमें वही तैयारियां करके आती हैं तो कुछ अधिक फ़र्क नहीं है।"