यह खिलाड़ी चौके के साथ IPL जिताता है और चौके के साथ ही इसने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में जीत दिलाई है। बैक ऑफ़ लेंथ गेंद को आड़े बल्ले से लांग लेग की दिशा में खेल कर चौका जड़ा गया भारत बना चैंपियन
न्यूज़ीलैंड vs भारत, फ़ाइनल at Dubai, चैंपियंस ट्रॉफ़ी, Mar 09 2025 - मैच का परिणाम
रोहित शर्मा: मैं उन सभी लोगों का शुक्रगुज़ार हूं जो हमें सपोर्ट करने आए। दर्शकों का समर्थन ज़बरदस्त था। यह हमारा घरेलू मैदान नहीं था, लेकिन उन्होंने इसे हमारा बना दिया। यह जीत बेहद संतोषजनक रही।
शुरुआत से ही हमारे स्पिनर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया... उन पर बहुत उम्मीदें होती हैं, लेकिन उन्होंने कभी निराश नहीं किया। पिच ने उनकी मदद की, और हमने इसका पूरा फ़ायदा उठाया। हमारी गेंदबाज़ी पूरे टूर्नामेंट में काफ़ी संतुलित रही।
[केएल राहुल पर] उनका माइंडसेट बेहद मज़बूत है, वह कभी भी दबाव में नहीं आते। उन्होंने हमारे लिए मैच कई मैचों को फ़िनिश किया। वह दबाव की स्थिति में सही शॉट्स का चुनाव करते हैं, जिससे बाक़ी बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने का मौक़ा मिलता है, जैसे हार्दिक को मिला। पूरे बल्लेबाज़ी क्रम ने शानदार खेल दिखाया।
[चक्रवर्ती पर] उनके पास कुछ अलग ही क्वालिटी है। जब आप इस तरह की पिच पर खेल रहे होते हैं, तो आपको ऐसे गेंदबाज़ की ज़रूरत होती है। उसने टूर्नामेंट की शुरुआत नहीं की थी, लेकिन जब मौक़ा मिला तो विकेट निकाले। हमारे लिए यह फ़ायदेमंद साबित हुआ।
फैंस के लिए काफ़ी आभार। हम उनकी मौजूदगी की अहमियत समझते हैं। शायद यह हमेशा दिखता नहीं है, लेकिन जब वे स्टेडियम में आते हैं, तो वह हमें और प्रेरित करता है।
मिचेल सैंटनर: यह हमारे लिए एक अच्छा टूर्नामेंट रहा। हमें पूरे सफर में चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन जिस तरह हमने एक समूह के रूप में खु़द को विकसित किया, वह काबिल-ए-तारीफ़ है। आज हमें एक बेहतर टीम ने हराया। पूरे टूर्नामेंट में हर किसी ने योगदान दिया और अलग-अलग मौकों पर आगे बढ़कर ज़िम्मेदारी ली।
हमने अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन पावरप्ले के बाद कुछ विकेट गंवा दिए और फिर उन्होंने हम पर दबाव बना दिया। उनके स्पिनर्स ने जिस तरह गेंदबाज़ी की, उसका पूरा श्रेय उन्हें जाता है। वे वर्ल्ड-क्लास गेंदबाज़ हैं। हम अपनी उम्मीद से 20-25 रन कम रह गए।
[ग्लेन फिलिप्स के कैच पर] वह बार-बार ऐसा करते हैं! जिस तरह रोहित और शुभमन ने शुरुआत की, वह शानदार था। इस पिच पर रोहित का लगभग रन-अ-बॉल खेलना बेहतरीन था। हमें पता था कि खेल तेज़ी से बदल सकता है, और वही हुआ।
[रचिन रविंद्र पर] हमने देखा है कि वह इन बड़े टूर्नामेंटों में कैसे आगे आकर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। गेंद से भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। इतनी कम उम्र में उसका खेल को समझना बेहतरीन है। उनका भविष्य बहुत उज्ज्वल है। आज भी उसने रन-ए-बॉल से ऊपर स्ट्राइक रेट रखा।
[कप्तान के रूप में पहला ICC टूर्नामेंट] यह अनुभव शानदार रहा। यह ग्रुप इसे आसान बना देता है। अलग-अलग मौकों पर अलग-अलग खिलाड़ियों ने ज़िम्मेदारी ली, जिससे काम और सहज हो गया। हमें कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन हमने उन्हें अच्छी तरह से अपनाया। यह एक बेहतरीन टूर्नामेंट रहा।
रचिन रविंद्र को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का ख़िताब दिया गया है। उन्होंने कहा, "यह निश्चित रूप से एक खट्टा-मीठा एहसास है। फ़ाइनल मैच शानदार था। व्यक्तिगत पुरस्कार बेहतरीन होते हैं, लेकिन टीम के लिए खेलना सबसे ज़्यादा मायने रखता है। [आप ICC टूर्नामेंट में इतना अच्छा प्रदर्शन कैसे करते हैं?] शायद हमें अच्छी विकेट्स पर खेलने का मौक़ा मिलता है। मुझे टूर्नामेंट क्रिकेट खेलना पसंद है क्योंकि इसमें आप एक लक्ष्य के लिए खेलते हैं। अपने प्रदर्शन पर गर्व है और बहुत से लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूँ। ट्रॉफ़ी के साथ इस सफर को ख़त्म करना और भी अच्छा होता, लेकिन क्रिकेट एक निर्मम खेल है। हमारी टीम में हर सदस्य की एक अहम भूमिका होती है। यहाँ कोई अनुभवी या नया खिलाड़ी नहीं होता, हम सभी अपना काम करते हैं और एक टीम की तरह खेलते हैं।
रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ़ द मैच दिया गया है। उन्होंने कहा, " इस ट्रॉफ़ी को जीतना बहुत अच्छा अहसास है। पूरे टूर्नामेंट में हमने शानदार क्रिकेट खेला और अंत में अपनी मेहनत का फल इस तरह मिलना वाकई ख़ास है। जिस तरह से हमने इस मैच में खेला, उससे मैं बेहद खुश हूं। यह (खेलने का यह तरीका) मेरे लिए स्वाभाविक नहीं है, लेकिन यह कुछ ऐसा था जिसे मैं सच में आज़माना चाहता था। जब आप कुछ नया करने की कोशिश करते हैं, तो टीम का समर्थन बहुत ज़रूरी होता है, और टीम मेरे साथ थी--2023 वर्ल्ड कप में राहुल भाई और अब गौती भाई (गौतम गंभीर) का पूरा समर्थन मिला। इतने सालों से मैंने अलग अंदाज़ में खेला है, लेकिन मैं देखना चाहता था कि क्या हम अलग तरीके से खेलकर भी अच्छे नतीजे हासिल कर सकते हैं।
किसी मैदान पर कई बार खेलने के बाद पिच की प्रकृति समझ में आ जाती है। पैरों का इस्तेमाल करना कुछ ऐसा है जो मैं अब काफ़ी समय से कर रहा हूं--इससे पहले इसी कोशिश में आउट भी हुआ हूं, लेकिन मैंने कभी इस रणनीति से हटने की नहीं सोची। यह खेल को आसान बनाता है और आपको आज़ादी देता है। यही कारण है कि मैं बल्लेबाज़ी में गहराई चाहता था--जाडेजा का नंबर 8 पर आना आपको यह आत्मविश्वास देता है कि आप खुलकर खेल सकते हैं। अगर रणनीति काम कर जाती है तो ठीक, नहीं भी तो कोई बात नहीं। सबसे ज़रूरी चीज़ यह है कि मेरे दिमाग़ में स्पष्टता बनी रहे।
गिल : रोहित के साथ साझेदारी कर के काफ़ी अच्छा लगा। मैं तो दूसरी ओर खड़ा होकर बस उनकी पारी देख रहा था। मुझे उन्होंने कहा कि बस स्ट्राइक रोटेट करो और अपना पूरा समय लो। टीवी पर उन्हें (कोहली) देखना और अब उनके साथ खेलना काफ़ी बड़ी बात है। वह हमारे साथ जो अनुभव साझा करते हैं। वह अदभुत है।
विराट कोहली: यह टूर्नामेंट अद्भुत रहा। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद हम वापसी करना चाहते थे और एक बड़ा टूर्नामेंट जीतना चाहते थे, इसलिए चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतना शानदार अहसास है। हमारे ड्रेसिंग रूम में कई प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं। वे अपने खेल को और ऊंचे स्तर पर ले जाना चाहते हैं और हम (सीनियर खिलाड़ी) बस उनकी मदद करके खु़श हैं। हम अपना अनुभव साझा कर रहे हैं और यही इस भारतीय टीम को इतना मज़बूत बनाता है।
यही वे चीज़ें हैं जिनके लिए आप खेलते हैं--ख़िताब जीतने के लिए, दबाव में खेलने के लिए और ज़िम्मेदारी उठाने के लिए। पूरे टूर्नामेंट के दौरान हर खिलाड़ी ने कभी न कभी आगे बढ़कर ज़िम्मेदारी ली और प्रभावशाली प्रदर्शन किया। हम एक अद्भुत टीम का हिस्सा रहे हैं, अभ्यास सत्रों में जो मेहनत की है, उसे इस जीत में बदलते देखना शानदार अहसास है। जब आप मैदान पर जाते हैं, तो चाहते हैं कि टीम और बेहतर स्थिति में हो, और मुझे लगता है कि हमारे पास अगले 8 साल तक दुनिया से टक्कर लेने के लिए तैयार एक मजबूत टीम है। शुभमन ने शानदार प्रदर्शन किया है, श्रेयस ने बेहतरीन पारियां खेली हैं, केएल ने मैच फ़िनिश किए हैं और हार्दिक बल्ले से शानदार रहे हैं।
न्यूज़ीलैंड की टीम को लेकर हमेशा से हम हैरान होते रहे हैं कि वे इतने सीमित खिलाड़ियों के बावजूद क्या कुछ कर सकते हैं। वे अपनी योजनाओं को बखूबी अमल में लाते हैं और ऐसा क्रिकेट खेलते हैं जो उन्हें हमेशा खेल में बनाए रखता है। वे हमेशा आक्रामक रहते हैं और अपने गेंदबाज़ों का समर्थन करते हैं। उन्हें पूरा श्रेय जाता है। वे बेहतरीन फ़ील्डिंग यूनिट हैं। एक बहुत अच्छे दोस्त (केन विलियमसन) को हारते हुए देखना दुखद है, लेकिन न्यूज़ीलैंड हमेशा बुनियादी चीज़ों को सही तरीके से करता है और यही उन्हें इतनी प्रतिस्पर्धी टीम बनाता है।
हम हमेशा से हैरान होते हैं कि न्यूज़ीलैंड इतने सीमित खिलाड़ियों के बावजूद क्या कुछ कर सकता है। वे एक ठोस योजना के साथ आते हैं, हर फील्डर को पता होता है कि गेंदबाज़ कहाँ गेंदबाज़ी करेगा। उन्हें अपने कौशल पर ज़बरदस्त भरोसा होता है, दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग टीम है। उन्हें बड़ा सलाम! एक बहुत अच्छे दोस्त (केन विलियमसन) को हारते हुए देखना दुखद है।
कुलदीप : मैं फेवरिट के टैग पर भरोसा नहीं करता। हालांकि हमने जिस तरह का खेल का वह काफ़ी ख़ास था। फ़ील्ड पर चार स्पिनरों को मैनेज करना काफ़ी मुश्किल है लेकिन रोहित भाई ने कमाल तरीक़े से प्लान किया। वह दो-तीन दिनों से प्लान कर रहे थे।
वरुण - मुझे अचानक से टीम में मौक़ा मिला था। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं ऐसा प्रदर्शन करूंगा। पहली पारी में गेंद उतनी स्पिन नहीं कर रही थी लेकिन दूसरी पारी में गेंद में स्पिन देखने को मिला।
श्रेयस : यह मेरा पहला ICC ट्रॉफ़ी है। मेरे पास इस जीत को बयां करने के लिए शब्द नहीं है। मुझे दबाव पसंद है। मुझे लगता है कि अगर मैं टीम की जीत में भूमिका अदा कर सकूं तो वही मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
हार्दिक : मुझे याद है कि 2017 में हम अपना काम पूरा नहीं कर सके थे। इस साल हमने उसे पूरा कर दिया। जिस तरह से हमारी टीम ने प्रदर्शन किया वह अदभुत थे। केएल राहुल में ग़जब की प्रतिभा है। वह बहुत ही शांत खिलाड़ी हैं। वह जैसे गेंद को हिट करते हैं, शायद ही कोई कर पाएगा।
केएल राहुल : मेरे बाद भी दो अच्छे बल्लेबाज़ थे। मुझे पूरा विश्वास था केि हम इस मैच को जीत लेंगे। मैंने पिछले पांच मैचों में से तीन मैचों में काफ़ी बल्लेबाज़ी की थी। इसलिए मुझे तैयारी का अच्छा मौक़ा मिला। इस जीत को शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन टीम में ख़ालिस हुनर है। जिस तरह हम सभी ने बचपन से क्रिकेट खेला है, पेशेवर क्रिकेटर बनने के बाद से ही दबाव का सामना किया है। BCCI ने सभी को तराशा है और हम खु़द को बेहतर बनाने के लिए लगातार ख़ुद को चुनौती देते रहे हैं।
रवींद्र जाडेजा - मेरा नंबर ऐसा है कि कभी होरा या कभी ज़ीरो बनने का मौक़ा मिलता है। हालांकि जिस तरह से हार्दिक और राहुल ने बल्लेबाज़ी की, उससे काम आसान हो जाए। यह हमारे लिए बहुत बड़ा मौक़ा है। इतने साल क्रिकेट खेलने के बाद अगर ट्रॉफ़ी आपके हिस्से में नहीं आती तो निराशा होता है लेकिन हम लकी हैं।
गिरते हैं शाहसवार ही मैदाने जंग में,
वो तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चलते हैं।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतकर अपने सुनहरे दौर की नई इबारत लिख दी है! 2013 में चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतने के बाद टीम इंडिया चार बार फ़ाइनल में पहुंची, मगर क़िस्मत ने साथ नहीं दिया--2014 टी20 विश्व कप, 2017 चैंपियंस ट्रॉफ़ी, 2023 वनडे विश्व कप, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में दो हार…हर बार जीत बस एक क़दम दूर रह गई।
लेकिन 2024 में टी20 विश्व कप जीतने के बाद भारत ने अब चैंपियंस ट्रॉफ़ी भी अपने नाम कर ली। ये जीत बताती है-जो सब्र रखता है, मेहनत करता है और हार से सीखता है, वही असली चैंपियन बनता है! ये जीत सिर्फ़ एक ट्रॉफ़ी नहीं, बल्कि साहस, संकल्प और संघर्ष की मिसाल है। टीम इंडिया ने दिखा दिया कि असली चैंपियन वही हैं, जो गिरकर भी उठते हैं और जीत की इबारत लिखते हैं!
शॉर्ट पिच गेंद को पुल किया गया डीप स्क्वेयर लेग की दिशा में
फुल गेंद को एक्सट्रा कवर की दिशा में खेल कर तेज़ी से सिंगल लिया गया
राउंड द विकेट लेंथ गेंद, फ्लिक का प्रयास लेकिन बल्ले पैड पर लग कर कीपर के पास गई गेंद
भीतरी किनारा लग कर लेग साइड में गई गेंद, लेंथ गेंद को सीधे बल्ले से खेलने का प्रयास था
फुल गेंद को बल्ले का फेस खोल कर बैकवर्ड प्वाइंट की दिशा में खेला गया, डीप के फ़ील्डर ने बाईं तरफ़ जाकर गेंद को पकड़ा
धीमी गेंद तो ऑफ़ साइड में सहला कर तेज़ी से रन लेने का प्लान था लेकिन राहुल ने मना किया। बैकवर्ड प्वाइंट के फ़ील्डर ने विकेट पर गेंद को मारा लेकिन जाडेजा सेफ़ थे
ज़मीनी पुल किया गया डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग और लांग लेग के बीच, जब तक फ़ील्डर गेंद तक पहुंचते, आराम से दो रन ले लिया गया
लेंथ गेंद को हल्के हाथों से बैकवर्ड स्क्वेयर लेग की दिशा में फ्लिक कर के तेज़ी से दो रन लिया गया
जाडेजा नए बल्लेबाज़
जेमिसन को विकेट मिल गया है। फिर से शॉर्ट पिच गेंद, पहले पुल का प्लान फिर, हार्दिक के शरीर पर आई गेंद, बल्ले पर लगी और सीधे बोलर के पास गई। काफ़ी तेज़ गति से की गई गेंद, क्या इस कहानी में कोई और ट्विस्ट बाक़ी है ?
शॉर्ट पिच गेंद, हार्दिक ने पहले पुल का प्लान बनाया था लेकिन फिर कीपर के पास जाने दिया। धीमी गति से की गई गेंद
बैक ऑफ़ लेंथ गेंद को ऑफ़ साइड में टैप कर के सिंगल लिया गया
जेमिसन गेंदबाज़ी करेंगे
पुल किया गया, डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग के फ़ील्डर ने गेंद को पकड़ा
रन आउट का मौक़ा लेकिन थ्रो ग़लत साइड में आया। फ्लिक किया गया फुल गेंद को, फ़ाइन लेग के फ़ील्डर ने दाहिने तरफ़ जाकर गेंद को पकड़ा, इस बीच दो रन लेने का प्रयास था। राहुल सही समय पर क्रीज़ में पहुंच गए। कीपर ने बोलर के पास थ्रो किया लेकिन हार्दिक भी वहां पहुंच गए थे
डीप कवर की दिशा में ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद को खेल कर सिंगल लिया गया
हार्दिक ट्रॉफ़ी को जल्दी ही भारतीय ड्रेसिंग रूम में लेकर जाने के मूड में हैं। आगे निकल कर चौथे स्टंप की गेंद को मिड ऑफ़ के फ़ील्डर के ऊपर से मारा गया। बेहतरीन कनेक्शन बना है। एक टप्पे के बाद गेंद सीमा रेखा के बाहर
ऑन साइड में आड़े बल्ले से हवाई शॉट का प्रयास था लेकिन बल्ले को छकाते हुए बैक ऑफ़ लेंथ गेंद कीपर के पास गई
पुल करने का प्रय़ास था लेकिन बल्ले पर ठीक से आई नहीं गेंद, डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग फ़ील्डर के काफ़ी पहले गिरी गेंद
विलियम ओरूर्क के हाथ में गेंद है। 24 में 21 चाहिए। मिड ऑफ़ सर्कल में है।
रचिन का स्पैल समाप्त हुआ
फुल गेंद को कवर की दिशा में पुश कर के सिंगल चुराया गया
ऑफ़ स्टंप के काफ़ी बाहर की गेंद, वाइड तो होगा ही लेकिन कीपर के हाथ से छिटकी गेंद, उसके कारण एक और रन मिलेगा
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दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम | |
टॉस | न्यूज़ीलैंड, पहले बल्लेबाज़ी चुनी |
सीरीज़ | |
सत्र | 2024/25 |
प्लेयर ऑफ़ द मैच | |
प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ | |
सीरीज़ परिणाम | भारत 2024/25 ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी में से जीते |
मैच नंबर | वनडे नं. 4858 |
खेल के घंटे (ग्राउंड टाइम) | 14.00 शुरू,पहला सत्र 14.00-17.30, इंटरवल 17.30-18.10, दूसरा सत्र 18.10-21.40 |
मैच के दिन | 9 मार्च 2025 - दिन-रात का मैच (50-ओवर का मैच) |
अंपायर्स | |
टीवी अंपायर | |
रिज़र्व अंपायर | |
मैच रेफ़री |
ओवर 49 • भारत 254/6
भारत की 4 विकेट से जीत, 6 गेंद बाकीICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी
टीम | M | W | L | अंक | NRR |
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भारत | 3 | 3 | 0 | 6 | 0.715 |
न्यूज़ीलैंड | 3 | 2 | 1 | 4 | 0.267 |
बांग्लादेश | 3 | 0 | 2 | 1 | -0.443 |
पाकिस्तान | 3 | 0 | 2 | 1 | -1.087 |
टीम | M | W | L | अंक | NRR |
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सा. अफ़्रीका | 3 | 2 | 0 | 5 | 2.395 |
ऑस्ट्रेलिया | 3 | 1 | 0 | 4 | 0.475 |
अफ़ग़ानिस्तान | 3 | 1 | 1 | 3 | -0.990 |
इंग्लैंड | 3 | 0 | 3 | 0 | -1.159 |