भारत ने न्यूज़ीलैंड को 70 रनों से हराकर विश्व कप के फ़ाइनल में जगह बना ली है। इस जीत के शिल्पकार तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी रहे, जिन्होंने सात विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाज़ी क्रम की कमर ही तोड़ दी। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की ओर से
विराट कोहली ने अपना 50वां वनडे शतक लगाया और सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा। वहीं श्रेयस अय्यर ने आतिशी शतक लगाकर भारत को 400 के क़रीब पहुंचा दिया।
जवाब में एक समय डैरिल मिचेल के शतक और कप्तान केन विलियमसन के अर्धशतक की मदद से एक समय न्यूज़ीलैंड की टीम लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी। लेकिन शमी ने भारतीय टीम की वापसी कराते हुए मैच को अपने नाम कर लिया।
क्या सही, क्या ग़लत?
इस मैच में भारत के लिए अधिकतर चीज़ें सही ही हुईं। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहाड़ जैसा स्कोर किया, जिसमें सूर्यकुमार यादव को छोड़कर लगभग सभी बल्लेबाज़ों ने योगदान दिया। गेंदबाज़ी में पहली बार यह टीम रडार पर थी, लेकिन फ़ाइनल से पहले इसे ज़रूरी भी माना जा सकता है। हां, फ़ाइनल में भारतीय गेंदबाज़ों को और बेहतर तैयारी के साथ उतरना होगा।
आइए देखते हैं कि भारतीय खिलाड़ियों को 10 में से कितने अंक मिलते हैं?
रोहित शर्मा, 9: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर से अपने टैम्पलेट के अनुसार खेलते हुए अपनी टीम को तेज़ शुरुआत दी और मैदान के चारों ओर लंबे-लंबे चौके-छक्के लगाए। हालांकि जब वह अपनी पारी को और आगे बढ़ा सकते थे, तब वह एक हवाई शॉट खेलकर आउट हुए। फ़ील्डिंग में उन्होंने एक कैच ज़रूर छोड़ा, लेकिन तब फ़्लड लाइट उनके आंखों के सामने आ गया था। बाद में उन्होंने इसकी भरपाई भी कैच लपककर की। कप्तानी में भी एक समय जब मिचेल-विलियमसन की साझेदारी पनप रही थी, तब उन्होंने ख़ुद को शांत रखा और स्पिनरों के अधिकांश ओवर पहले ही ख़त्म कर दिए ताकि पारी के अंत में कोई दबाव ना आए।
शुभमन गिल, 9: पारी की शुरुआत के दौरान जहां रोहित एक समय बड़े-बड़े शॉट लगा रहे थे, वहीं शुभमन उनका साथ दे रहे थे। लेकिन जब रोहित आउट हुए तो शुभमन ने हाथ खोलना शुरू किया ताकि विराट पारी को एंकर कर सके। वह एक बेहतरीन शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन क्रैम्प के कारण उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। बाद में वह अंतिम ओवर में बल्लेबाज़ी करने आए।
विराट कोहली, 10: विराट के लिए यह एक बड़ा मैच था, जो 50वें शतक के क़रीब थे। यह मुंबई का ऐतिहासिक स्टेडियम था और सचिन तेंदुलकर इस मैच को देखने आए थे। जहां एक तरफ़ हर बल्लेबाज़ शुरू से ही ताबड़तोड़ पारी खेल रहे थे, वहीं विराट अपनी भूमिका के अनुसार पारी को एंकर कर रहे थे। उन्होंने नौ चौके और दो छक्कों की इस पारी के दौरान कई और विश्व कप रिकॉर्ड अपने नाम किए और दर्शकों का ख़ूब मनोरंजन किया।
श्रेयस अय्यर, 10: जब शुभमन गिल रिटायर्ड हर्ट हुए, तो भारतीय पारी एक समय मुश्किल में दिख रही थी क्योंकि थोड़ी देर पहले रोहित भी आउट हुए थे और विराट अपनी पारी में समय ले रहे थे। लेकिन श्रेयस ने कभी भी टिकने का समय नहीं लिया और रोहित की तरह पहली ही गेंद से गेंदबाज़ों के पीछे पड़ गए। उन्होंने आठ लंबे-लंबे छक्के लगाए, जिससे वह अपना लगातार दूसरा शतक बनाने में क़ामयाब रहे।
केएल राहुल, 9.5: विराट कोहली जब 44वें ओवर में आउट हुए तो भारत को 400 के क़रीब ले जाने की ज़िम्मेदारी अय्यर के साथ राहुल पर भी थी। शुरुआत में उनके कुछ शॉट ज़रूर मिस हुए, जिसमें रिवर्स शॉट प्रमुख थे। लेकिन जब उन्होंने सीधे बल्ले से शॉट लगाया, तो अधिकतर बार गेंद बाउंड्री पार ही नज़र आई। कीपिंग में उन्होंने चार बेहतरीन कैच लिए और सटीक रिव्यू लेने में भी योगदान दिया। इसलिए उन्हें आधे घंटे अतिरिक्त दिए जाते हैं।
सूर्यकुमार यादव, 6.5: सूर्यकुमार यादव 49वें ओवर की अंतिम गेंद पर खेलने आए थे और उन्हें बस हाथ चलाना था। उन्होंने हाथ चलाया लेकिन मिसटाइम हो गया। फ़ील्डिंग में उन्होंने विलियमसन का महत्वपूर्ण कैच लपका, जिसके लिए उन्हें औसत से आधे अंक अधिक दिए जाते हैं।
रवींद्र जाडेजा, 7: जाडेजा की बल्लेबाज़ी नहीं आई और गेंदबाज़ी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। लेकिन मैदान पर उन्होंने तीन बेहतरीन कैच लपके, जिससे भारत को वापसी करने में मदद मिली।
कुलदीप यादव, 8.5: कुलदीप को अपने अंतिम ओवर में एकमात्र विकेट लिया, लेकिन वह शमी के बाद एकमात्र भारतीय गेंदबाज़ रहें, जिन्होंने 6 से कम इकॉनमी से रन दिए। इसका मतलब है कि बल्लेबाज़ी के स्वर्ग पिच पर उन्होंने कसी हुई गेंदबाज़ी की और एक छोर पर कीवी बल्लेबाज़ों को बांधे रखा।
मोहम्मद सिराज, 6.5: सिराज इस विश्व कप से पहले बेहतरीन फ़ॉर्म में थे और वह पिछले सप्ताह तक वनडे में नंबर एक रैंकिंग गेंदबाज़ थे। लेकिन इस विश्व कप में उनका जलवा अब तक नहीं दिखा है। इस मैच में भी वह सबसे महंगे साबित हुए और उन्हें अपने अंतिम ओवर में निचले क्रम के बल्लेबाज़ का एक विकेट मिला। इससे साफ़ पता चलता है कि सिराज अपने लय में नहीं हैं।
जसप्रीत बुमराह, 8: बुमराह के लिए शुरुआत अच्छी नहीं थी और उन्होंने दिशा से भटकते हुए कुछ ख़राब और वाइड गेंदें भी फेंकी। यह उन दुर्लभ मैचों में से एक था, जब उन्होंने 6 से अधिक की इकॉनमी से रन दिया। हालांकि एक समय जब ग्लेन फ़िलिप्स और मिचेल एक साझेदारी बुनते नज़र आ रहे थे, तो उन्होंने इस साझेदारी को तोड़ा और पारी के अंत तक तो बुमराह अपनी पूरी लय में थे।
मोहम्मद शमी, 10: शमी ने भारत को उस समय दो विकेट लेकर शुरुआत दी, जब दोनों शुरुआती गेंदबाज़ों ने नई गेंदों से निराश किया था। इसके बाद उन्होंने उस समय विलियमसन का कैच छोड़ा, जब वह और मिचेल के साथ मिलकर एक मैच-जिताऊ साझेदारी करते नज़र आए थे। हालांकि वह जल्द ही आक्रमण पर आए और पहले विलियसन और फिर पूरी कीवी टीम को पवेलियन में भेज भारतीय टीम को फ़ाइनल में पहुंचा दिया।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं. @dayasagar95