रविवार को सुपर संडे डबल हेडर के
दूसरे मुक़ाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 20 रनों से हराकर इस सीज़न की अपनी पहली जीत दर्ज की। दिल्ली के लिए इस जीत के हीरो उनके कप्तान
ऋषभ पंत (51) और सलामी बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर (52) रहे। दोनों ने अर्धशतक लगाया और अपनी टीम को 190 के स्कोर से ऊपर ले गए। वापसी करते हुए पृथ्वी शॉ ने भी 27 गेंदों में 43 रनों की बेहतरीन पारी खेली। गेंदबाज़ी में जहां ख़लील अहमद ने नई गेंद से दो विकेट लिए, वहीं मुकेश कुमार ने पुरानी गेंद से डेथ ओवर में धमाका किया और चेन्नई की वापसी की किसी भी संभावना को धूमिल कर दिया।
कौन रहे इस जीत के मुख्य नायक?
इस मैच में वैसे तो दिल्ली के कई बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों ने उम्दा प्रदर्शन किया, लेकिन उनके लिए सबसे ख़ास पारी उनके कप्तान पंत की रही। वह इस सीज़न लगभग 1.5 साल बाद क्रिकेट के मैदान में वापसी कर रहे थे और पिछले दो मैचों में उन्होंने पुराने पंत की थोड़ी-बहुत झलक दिखलाई थी। हालांकि इस मैच को पंत की पूरी तरह से वापसी वाला मैच माना जाना चाहिए। उनकी इस पारी में उन्होंने एक हाथ से स्लॉग भी लगाया, स्कूप करते वक़्त वह विकेट पर गिरे भी और शॉट खेलते वक़्त उनका बैट भी छूटा। इन सभी चीज़ों के लिए ही तो पंत को जाना जाता है।
उन्होंने सजगता से शुरुआत की थी और पहली 23 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से उनके नाम सिर्फ़ 23 रन ही थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने गियर बदला और 31 गेंदों में चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि अगली गेंद पर वह आउट थे, लेकिन तब तक वह लड़खड़ाती हुई दिल्ली की पारी को संभाल चुके थे।
ऋषभ पंत के अलावा चेन्नई के कप्तान
महेंद्र सिंह धोनी की पारी भी इस मैच की एक ख़ास हाइलाइट रही, जो इस सीज़न पहली बार बल्लेबाज़ी करने उतरे थे। उन्होंने पहली ही गेंद पर चौका और फिर कुछ और दर्शनीय शॉट लगाकर दर्शकों का ख़ूब मनोरंजन किया और लंबे बालों में विंटेज़ धोनी की झलक दिखलाई। हालांकि वह अपनी टीम को जीत तक नहीं पहुचा पाए और उन्होंने अपनी पारी 16 गेंदों में 37 रनों पर समाप्त की, जिसमें चार चौके और तीन मनमोहक छक्के शामिल थे।
इस मैच का टर्निंग प्वाइंट क्या था?
भले ही इस मैच को पंत और धोनी की पारियों के लिए याद रखा जाएगा, लेकिन इस मैच का टर्निंग प्वाइंट मुकेश कुमार का ओवर रहा, जो चेन्नई की पारी के दौरान 14वें ओवर में पुरानी गेंद के साथ अपना पहला ओवर लेकर आए थे। उन्होंने पहले टिककर खेल रहे अजिंक्य रहाणे (45) को अपनी स्लोअर गेंद से चकमा दिया और फिर अगली ही गेंद पर समीर रिज़वी उनका शिकार बने, जिन्होंने पिछले मैच में बेहतरीन बल्लेबाज़ी की थी। अपने अगले ही ओवर में इनफ़ॉर्म शिवम दुबे को आउट कर मुकेश ने चेन्नई की किसी भी वापसी की संभावना को दरकिनार कर दिया।
इस मैच का तात्पर्य क्या है?
इस जीत के साथ दिल्ली ने इस सीज़न की अपनी पहली जीत दर्ज की और यह चेन्नई की पहली हार थी। हालांकि इससे अंक तालिका पर कुछ ज़्यादा असर नहीं होगा, लेकिन दिल्ली की टीम चाहेगी की वे जीत की इस लय को बरक़रार रखें और पंत का यह फ़ॉर्म जारी रहे, जो ना सिर्फ़ उनके बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक अच्छा संकेत हैं। वहीं धोनी की इस पारी ने दिखा दिया कि वे भले ही जल्दी बल्लेबाज़ी के लिए नहीं उतरते हैं, लेकिन अब भी वह लंबे-लंबे छक्के लगा सकते हैं।