आंकड़े झूठ नहीं बोलते: CSK के पास है पूरन के बल्ले पर ब्रेक लगाने का उपाय
एमएस धोनी की कप्तानी में जीत के रास्ते पर वापसी तलाश रही है CSK
नीरज पाण्डेय
13-Apr-2025
IPL 2025 में लगातार पांच मैच हारने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ऊपर काफ़ी दबाव है और अब उन्हें जीत की हैट्रिक लगा चुकी लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) का सामना करना है। लखनऊ में होने जा रहे इस मैच से पहले LSG का आत्मविश्वास बढ़ा होगा क्योंकि वे अपने घरेलू मैदान पर लगातार दो जीत हासिल कर चुके हैं। आइए जानते हैं इस मैच से जुड़े कुछ अहम आंकड़े
पूरन पर ब्रेक लगा सकते हैं ये गेंदबाज़
निकोलस पूरन इस समय जबरदस्त फ़ॉर्म में हैं और पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी ने उन्हें विरोधी टीमों के लिए सबसे बड़ा खतरा बना दिया है। हालांकि, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन हमेशा प्रभावशाली नहीं रहा है, खासकर कुछ गेंदबाज़ों के सामने।
आर अश्विन, नूर अहमद और मतीशा पतिराना ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने T20 में पूरन को कई बार परेशान किया है। अश्विन के ख़िलाफ़ पूरन ने आठ पारियों में सिर्फ़ 40 रन बनाए हैं और वे तीन बार आउट हुए हैं। उनकी औसत 13.3 और स्ट्राइक रेट 93 रही है। वहीं नूर के ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड और भी खराब है। पांच पारियों में केवल 13 रन, दो बार आउट, औसत 6.5 और स्ट्राइक रेट महज़ 50। पतिराना की बात करें तो उन्होंने पूरन को पांच पारियों में चार बार आउट किया है, जिसमें पूरन ने सिर्फ 25 रन बनाए हैं।
दिग्वेश राठी खड़ी कर सकते हैं परेशानी
दिग्वेश राठी ने IPL 2025 में अब तक शानदार गेंदबाज़ी की है। छह मैचों में उन्होंने 24 ओवर डालते हुए आठ विकेट लिए हैं। उनका गेंदबाज़ी औसत 23.1, इकॉनमी 7.7 और स्ट्राइक रेट 18.0 रहा है, जो T20 फ़ॉर्मेट के लिहाज़ से बेहतरीन माने जाते हैं। राठी की सबसे बड़ी ताकत उनका नियंत्रण रहा है। उनका कंट्रोल 76.4% है, जो दिखाता है कि वो लगातार सटीक लाइन-लेंथ पर गेंदबाज़ी कर रहे हैं और बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने नहीं दे रहे।
पावरप्ले और मिडिल ओवर्स में संघर्ष कर रहे CSK के बल्लेबाज़
CSK की शुरुआत इस IPL में कुछ ख़ास नहीं रही है। पावरप्ले (पहले छह ओवर) में उनकी रन रेट सबसे कम 7.5 रही है, जबकि बाकी सभी टीमों की रन रेट आठ से ऊपर है। सिर्फ धीमा खेल ही नहीं, बल्कि CSK इस चरण में विकेट भी गंवा रही है। औसतन रन प्रति विकेट के मामले में वे तीसरे नंबर पर हैं, जो बताता है कि ना तो रन बन रहे हैं और ना ही विकेट बच रहे हैं।
CSK के लिए एक और चिंता की बात यह है कि उनकी मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ी भी संघर्ष कर रही है। मैच के 7वें से 16वें ओवर तक के बीच में भी टीम तेज़ी से रन नहीं बना पा रही है। इस चरण में CSK ने अब तक सबसे कम (सिर्फ 14 छक्के) लगाए हैं और हर बाउंड्री के लिए सबसे ज़्यादा गेंदें खेली हैं, जो उनकी स्ट्राइक रोटेशन और फ़िनिशिंग की कमजोरी को दर्शाता है।
स्पिनर्स के ख़िलाफ़ सबसे कमज़ोर बल्लेबाज़ी क्रम है CSK
इस सीज़न में स्पिन के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी के मामले में CSK अब तक की सबसे कमज़ोर टीम रही है। उन्होंने स्पिन गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ बाकी किसी भी टीम से छह विकेट ज़्यादा गंवाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी स्पिन के ख़िलाफ़ सिर्फ 119 है, जो लीग में सबसे कम है। पूरी बल्लेबाज़ी यूनिट में केवल तीन बल्लेबाज़ रचिन रविंद्र, शिवम दुबे और विजय शंकर ही ऐसे हैं, जिनका स्ट्राइक रेट 130 से थोड़ा ऊपर है। बाक़ी सभी बल्लेबाज़ों का स्ट्राइक रेट 110 से नीचे है, जो यह साफ़ दिखाता है कि स्पिन-अटैक वाली टीमों के ख़िलाफ़ CSK की बल्लेबाज़ी बेहद असहज नज़र आती है।